Maswe Organization Donation: मास्वे संगठन ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में ₹5,11,000 का योगदान किया
महाराष्ट्र के सामाजिक कार्य क्षेत्र में सक्रिय “महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ सोशल वर्क एजुकेटर्स” (मास्वे) ने इस बार मानवता की मिसाल पेश की है। संगठन ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में ₹5,11,000 की राशि देकर उन किसानों और नागरिकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है, जो हालिया बारिश से हुई तबाही का शिकार हुए।
मराठवाड़ा में बारिश से भारी तबाही
राज्य के मराठवाड़ा क्षेत्र में इस वर्ष हुई अनियंत्रित वर्षा ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो गईं, घर ढह गए और पशुधन की भारी हानि हुई। किसानों के सामने जीविका संकट उत्पन्न हो गया। ऐसे समय में जब अनेक परिवार निराशा में थे, मास्वे संगठन ने समाजसेवा की भावना से प्रेरित होकर सहायता का संकल्प लिया।
संगठन ने दिया एकजुटता का संदेश
मास्वे के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. अंबादास मोहिते ने सहायता के लिए संगठन के सदस्यों से सहयोग का आवाहन किया। इस अपील को समाजकार्य महाविद्यालयों के शिक्षक, सेवानिवृत्त कर्मचारी और शिक्षकेतर कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक स्वीकार किया। परिणामस्वरूप अल्प अवधि में ₹5,11,000 की राशि एकत्रित कर ली गई, जो संगठन की संवेदनशीलता और एकता का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री सहायता निधि में प्रदान की गई राशि
हाल ही में “रामगिरी”, नागपुर में मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस को ₹3,00,000 का चेक सौंपा गया। इस अवसर पर मास्वे के महासचिव डॉ. संजय फुलकर, कोषाध्यक्ष डॉ. विलास घोडे, डॉ. शिल्पा पुराणिक और डॉ. भगवान ठवकर उपस्थित थे।
इसके पूर्व, उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री चंद्रकांत पाटिल को ₹2,11,000 का चेक मुंबई मंत्रालय में सौंपा गया। इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अंबादास मोहिते, महासचिव डॉ. संजय फुलकर, उपाध्यक्ष डॉ. महेश ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
राज्य सरकार ने सराहा योगदान
Maswe Organization Donation: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उच्च शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने मास्वे संगठन के इस मानवीय कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे सामाजिक संगठन समाज के लिए प्रेरणास्रोत होते हैं, जो कठिन समय में अपनी जिम्मेदारी निभाने से पीछे नहीं हटते।
लगातार निभाई जा रही सामाजिक जिम्मेदारी
मास्वे संगठन केवल शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों और कर्मचारियों की मांगों के लिए कार्य नहीं करता, बल्कि समाजहित के अनेक मुद्दों पर भी सक्रिय रहता है। संगठन द्वारा समय-समय पर कार्यशालाओं, जनजागरण अभियानों और चर्चासत्रों का आयोजन किया जाता है।
कोविड महामारी के समय तथा मराठवाड़ा के सूखे में भी संगठन ने मुख्यमंत्री सहायता निधि में योगदान देकर अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का परिचय दिया था।
मानवता की नई परिभाषा गढ़ता संगठन
मास्वे के सदस्यों का यह योगदान केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि एक मानवीय संदेश है कि कठिन समय में समाज को एकजुट होकर कार्य करना चाहिए। प्रो. मोहिते का कहना है कि “सच्ची समाजसेवा वही है जो विपत्ति के समय दूसरों के लिए संबल बने।”
भविष्य में भी जारी रहेगा सामाजिक योगदान
मास्वे संगठन ने घोषणा की है कि वह आगे भी प्राकृतिक आपदाओं, शिक्षा संवर्धन और सामाजिक उत्थान के लिए कार्य करता रहेगा। संगठन के अनुसार, उनका लक्ष्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन और सामूहिक जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित करना है।