नागपुर में कफ सिरप कांड के पीड़ित बच्चों से मिले मुख्यमंत्री मोहन यादव
नागपुर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव कफ सिरप कांड से प्रभावित बच्चों से मिलने के लिए नागपुर पहुंचे। यहां उन्होंने एम्स हॉस्पिटल में भर्ती भारती बच्चों की स्थिति का जायजा लिया और उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों को निर्देश दिए कि हर मरीज को सर्वोत्तम इलाज और आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं।
डॉक्टरों को दिए सख्त निर्देश
सीएम यादव ने एम्स नागपुर के वरिष्ठ चिकित्सकों से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसी भी बच्चे के इलाज में लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार हर संभव सहयोग देगी ताकि बच्चों की हालत में सुधार हो सके।
मुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन को कहा कि प्रभावित बच्चों के इलाज में उपयोग होने वाली दवाइयों की गुणवत्ता की लगातार जांच की जाए। उन्होंने डॉक्टरों से अपील की कि वे बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें और परिजनों को पूरी जानकारी दें।
परिजनों से की भावनात्मक बातचीत
एम्स में भर्ती बच्चों के परिजनों से मिलकर मोहन यादव ने उनकी तकलीफें सुनीं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मध्यप्रदेश सरकार हर परिवार के साथ खड़ी है और जरूरत पड़ने पर इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
उन्होंने कहा, “यह समय एकजुट होकर बच्चों की जान बचाने का है। सरकार किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी।”
तमिलनाडु सरकार पर सहयोग न करने का आरोप
मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तमिलनाडु सरकार पर सहयोग न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में तमिलनाडु प्रशासन की ओर से जानकारी साझा करने में ढिलाई बरती जा रही है, जिससे जांच और इलाज में मुश्किलें बढ़ रही हैं।
सीएम ने केंद्र सरकार से अपील की कि इस मुद्दे पर तुरंत संज्ञान लेकर राज्यों के बीच समन्वय बढ़ाया जाए ताकि पीड़ित बच्चों को राहत दी जा सके।
पृष्ठभूमि: कफ सिरप कांड ने मचाई सनसनी
कुछ दिनों पहले कफ सिरप पीने से कई बच्चों की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया था। बताया गया कि दवा की गुणवत्ता और उसमें मौजूद रासायनिक तत्वों की जांच के बाद कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इस मामले में रिपोर्ट तलब की है। दवा निर्माता कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि यह घटना दवा उद्योग में गुणवत्ता नियंत्रण की गंभीर आवश्यकता को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए राज्य में फार्मा कंपनियों पर निगरानी और सख्त परीक्षण नीति लागू की जाएगी।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और बच्चों की लंबी अवधि की चिकित्सा पर विशेष योजना बना रही है।
नागपुर दौरे के दौरान सीएम मोहन यादव ने संवेदनशील नेतृत्व का परिचय देते हुए बच्चों और उनके परिजनों के साथ समय बिताया। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को सख्त निर्देश दिए कि इलाज में कोई कमी न रहे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
तमिलनाडु सरकार पर लगाए गए आरोप ने इस मामले को राजनीतिक रंग भी दे दिया है, लेकिन फिलहाल पूरा देश चाहता है कि पीड़ित बच्चे जल्द स्वस्थ हों और दोषियों को न्याय के कठघरे में लाया जाए।