नागपुर जिले के सावनेर इलाके में एक बार फिर सड़क हादसे ने एक परिवार को तोड़ दिया है। अंबिका होटल के पास ट्रक और दोपहिया वाहन की जोरदार टक्कर में एक युवक की मौत हो गई। यह दुर्घटना इस इलाके में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं की एक और कड़ी है। घटना की जानकारी मिलते ही सावनेर पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया।
दुर्घटना कैसे हुई
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बादल नाम का युवक अपनी मोटरसाइकिल पर कळमेश्वर से सावनेर की ओर जा रहा था। उसी समय एक ट्रक सड़क पर मोड़ ले रहा था। इसी दौरान अचानक ट्रक और बाइक के बीच जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक सवार बादल सड़क पर गिर गया और बुरी तरह घायल हो गया।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने तुरंत घायल बादल को सावनेर सरकारी अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे गंभीर हालत देखते हुए नागपुर रेफर कर दिया। लेकिन दुर्भाग्य से नागपुर ले जाते समय रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।

पुलिस ने शुरू की जांच
सावनेर पुलिस स्टेशन के निरीक्षक उमेश पाटील ने सामाजिक कार्यकर्ता हितेश बनसोड को इस घटना की जानकारी दी। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सावनेर भेज दिया गया है। पुलिस ने घटना में शामिल ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
दुर्घटना में शामिल ट्रक का नंबर MH 34 BZ 4401 है, जबकि मोटरसाइकिल का नंबर MH 40 AW 7954 बताया गया है। पुलिस ने दोनों वाहनों को अपने कब्जे में ले लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
यह इलाका क्यों है खतरनाक
अंबिका होटल के पास का यह इलाका लगातार सड़क दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात होता जा रहा है। यहां आए दिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क पर वाहनों की गति पर कोई नियंत्रण नहीं है। ट्रक और अन्य भारी वाहन बहुत तेज रफ्तार से गुजरते हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
इस इलाके से गुजरने वाली सड़क काफी व्यस्त है और यहां से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। लेकिन सड़क सुरक्षा के पर्याप्त उपाय न होने के कारण यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं। पहले भी इस स्थान पर कई लोगों की जान जा चुकी है।
स्पीड ब्रेकर की मांग
इस घटना के बाद स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि अंबिका होटल के पास जल्द से जल्द स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं। उनका कहना है कि अगर समय रहते सड़क सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए तो भविष्य में और भी ज्यादा जानलेवा हादसे हो सकते हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता हितेश बनसोड ने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। एक परिवार ने अपना बेटा खो दिया। प्रशासन को इस मामले में तुरंत कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां स्पीड ब्रेकर के साथ-साथ वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए अन्य उपाय भी किए जाने चाहिए।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। हर साल देश में हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं। इनमें से ज्यादातर मामलों में तेज रफ्तार और लापरवाही मुख्य कारण होते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सिर्फ कानून बनाना काफी नहीं है। उनका सख्ती से पालन भी जरूरी है। साथ ही सड़क सुरक्षा के लिए बुनियादी ढांचा भी मजबूत होना चाहिए।
क्या कहते हैं आंकड़े
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में हर साल हजारों सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इनमें काफी संख्या में लोग घायल होते हैं और कई लोगों की मौत हो जाती है। नागपुर जिले में भी सड़क दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है।
ज्यादातर दुर्घटनाएं तेज रफ्तार, लापरवाह ड्राइविंग, यातायात नियमों का उल्लंघन और सड़क की खराब हालत के कारण होती हैं। अगर इन कारणों पर नियंत्रण पाया जाए तो काफी हद तक दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।
प्रशासन से अपील
स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और यातायात पुलिस से अपील की है कि अंबिका होटल के पास सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। उन्होंने कहा कि यहां स्पीड ब्रेकर लगाने के साथ-साथ चेतावनी बोर्ड भी लगाए जाने चाहिए। साथ ही यातायात पुलिस की नियमित गश्त भी जरूरी है।
लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन समय रहते कदम नहीं उठाता है तो और भी परिवारों को अपने प्रियजनों को खोना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि जान से बड़ा कुछ नहीं है और सड़क सुरक्षा में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।
सावनेर में हुई यह दुर्घटना एक दुखद घटना है। एक युवक की असमय मौत ने पूरे परिवार को गम में डुबो दिया है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि सड़क पर सावधानी और यातायात नियमों का पालन कितना जरूरी है। साथ ही प्रशासन की जिम्मेदारी भी बनती है कि वह सड़क सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम करे। तभी ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सकता है।