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नागपुर बुटीबोरी में अवादा कंपनी में भीषण हादसा, छह से सात लोगों की मौत और दो दर्जन घायल

Nagpur Avaada Company Accident: नागपुर के पास भयानक सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत, 24 घायल
Nagpur Avaada Company Accident: नागपुर के पास भयानक सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत, 24 घायल
नागपुर जिले के बुटीबोरी औद्योगिक क्षेत्र में अवादा कंपनी में भीषण हादसा हुआ जिसमें छह से सात मजदूरों की मौत हो गई और करीब दो दर्जन घायल हो गए। प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू किया और जांच के आदेश दिए हैं। यह हादसा औद्योगिक सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
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नागपुर जिले के बुटीबोरी औद्योगिक क्षेत्र में एक बड़ा हादसा हो गया है। शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित अवादा कंपनी में हुए इस भीषण हादसे में छह से सात मजदूरों की मौत हो गई है जबकि करीब दो दर्जन लोग घायल बताए जा रहे हैं। यह घटना इतनी बड़ी है कि पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई है और राहत बचाव का काम तेजी से चल रहा है।

हादसे की जानकारी

बुटीबोरी औद्योगिक क्षेत्र महाराष्ट्र का एक बड़ा इंडस्ट्रियल जोन है जहां कई बड़ी कंपनियां अपना काम करती हैं। अवादा कंपनी भी यहां काफी समय से काम कर रही थी। शुरुआती जानकारी के अनुसार कंपनी में काम के दौरान अचानक यह हादसा हो गया। मजदूर अपने काम में लगे हुए थे तभी यह दुर्घटना घटित हो गई।

हादसे की सही वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है लेकिन स्थानीय सूत्रों का कहना है कि किसी तकनीकी खराबी या सुरक्षा नियमों में कमी के कारण यह हादसा हुआ हो सकता है। कंपनी के अंदर क्या हुआ इसकी जांच अभी चल रही है और अधिकारी इसकी पूरी तरह से जांच कर रहे हैं।

Nagpur Avaada Company Accident: नागपुर के पास भयानक सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत, 24 घायल
Nagpur Avaada Company Accident: नागपुर के पास भयानक सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत, 24 घायल

मरने वालों की संख्या

अभी तक की मिली जानकारी के मुताबिक इस हादसे में छह से सात लोगों की मौत हो चुकी है। ये सभी कंपनी में काम करने वाले मजदूर थे जो अपने परिवार का पेट पालने के लिए मेहनत कर रहे थे। इन मजदूरों के परिवार वाले अस्पताल पहुंच गए हैं और वे अपने प्रियजनों की मौत से बेहद दुखी हैं।

मृतकों की पहचान की जा रही है और उनके शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को आर्थिक मदद देने की बात कही है। साथ ही मुख्यमंत्री और अन्य बड़े नेताओं ने भी इस हादसे पर दुख जताया है।

घायलों का इलाज जारी

हादसे में करीब दो दर्जन यानी लगभग 24 मजदूर घायल हो गए हैं। इन सभी घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है जिन्हें बेहतर इलाज के लिए नागपुर के बड़े अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है।

डॉक्टरों की टीम घायलों का इलाज कर रही है और उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि सभी घायलों को बेहतर इलाज दिया जा रहा है और उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

प्रशासन की कार्रवाई

पुलिस और अधिकारियों का मौके पर पहुंचना

हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी मौके का जायजा लिया और राहत बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

अधिकारियों ने कंपनी के मालिकों और प्रबंधन से पूछताछ शुरू कर दी है। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि कंपनी में सुरक्षा के क्या इंतजाम थे और क्या सभी नियमों का पालन हो रहा था।

जांच के आदेश

जिला प्रशासन ने इस हादसे की पूरी जांच के आदेश दिए हैं। एक विशेष टीम बनाई गई है जो यह पता लगाएगी कि आखिर हादसा कैसे हुआ और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। जांच में यह भी देखा जाएगा कि कंपनी ने श्रम कानूनों का पालन किया था या नहीं।

अगर जांच में कंपनी की लापरवाही साबित होती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने साफ कर दिया है कि मजदूरों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

औद्योगिक सुरक्षा पर सवाल

सुरक्षा नियमों का पालन जरूरी

यह हादसा एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। कई बार देखा गया है कि कंपनियां मुनाफे के चक्कर में मजदूरों की सुरक्षा से समझौता कर लेती हैं। सुरक्षा उपकरणों की कमी, पुराने यंत्रों का इस्तेमाल और प्रशिक्षण की कमी जैसे कारण हादसों को जन्म देते हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि हर कंपनी को श्रम कानूनों का सख्ती से पालन करना चाहिए। मजदूरों को सुरक्षा उपकरण दिए जाने चाहिए और उन्हें समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिया जाना चाहिए। साथ ही नियमित रूप से सुरक्षा जांच होनी चाहिए।

सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत

इस तरह के हादसों को रोकने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। औद्योगिक इकाइयों की नियमित जांच होनी चाहिए और जो कंपनियां नियमों का पालन नहीं करतीं उन पर भारी जुर्माना लगाया जाना चाहिए। कई बार छोटी सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन जाती है।

श्रमिक संगठनों ने भी इस हादसे पर चिंता जताई है और सरकार से मांग की है कि मजदूरों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि हर मजदूर की जान कीमती है और उनकी सुरक्षा सबसे पहले आनी चाहिए।

मुआवजे की घोषणा

सरकार ने इस हादसे में मारे गए मजदूरों के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की है। मृतकों के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि वे इस मुश्किल समय में अपना जीवन चला सकें। घायलों के इलाज का पूरा खर्च भी सरकार उठाएगी।

स्थानीय विधायक और सांसद ने भी मौके का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि हर संभव मदद की जाएगी और जो भी दोषी होगा उसे सजा मिलेगी।

बुटीबोरी में अवादा कंपनी में हुआ यह हादसा बेहद दुखद है। छह से सात मजदूरों की मौत और दो दर्जन घायलों की खबर ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। यह हादसा एक बार फिर याद दिलाता है कि औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा व्यवस्था कितनी जरूरी है।

सरकार और कंपनी प्रबंधन दोनों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसे हादसे न हों। मजदूर देश की रीढ़ हैं और उनकी सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इस हादसे की गहन जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए ताकि आगे से कोई भी कंपनी सुरक्षा से समझौता करने की हिम्मत न करे।

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Asfi Shadab

एक लेखक, चिंतक और जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता, जो खेल, राजनीति और वित्त की जटिलता को समझते हुए उनके बीच के रिश्तों पर निरंतर शोध और विश्लेषण करते हैं। जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों को सरल, तर्कपूर्ण और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध।