नागपुर खापरी स्टेशन पर स्थिति तनावपूर्ण
नागपुर के खापरी स्टेशन पर आंदोलनकारी और प्रशासन के बीच तनाव गहराता जा रहा है। गुरुवार को हाईकोर्ट ने स्पष्ट आदेश दिया था कि शाम तक धरना स्थल खाली किया जाए, लेकिन आंदोलनकारी अब तक अपने स्थान से नहीं हटे हैं।
पुलिस और प्रशासन की सख्त निगरानी
नागपुर पुलिस कमिश्नर खुद मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। पुलिस बल को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्थानीय पुलिस दोनों ने खापरी स्टेशन के चारों ओर सुरक्षा घेरा बना लिया है। किसी भी व्यक्ति को रेल लाइन के पास जाने से रोका जा रहा है।
आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक की ओर बढ़ने की तैयारी में
सूत्रों के अनुसार, आंदोलनकारी सड़क से हटकर अब रेलवे पटरी की ओर बढ़ सकते हैं। यह कदम प्रशासन के लिए चिंता का विषय है।
रेल सेवा बाधित न हो, इसके लिए पुलिस ने स्टेशन परिसर और आस-पास के क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात किया है।
प्रशासन की अपील और बातचीत जारी
जिला प्रशासन आंदोलनकारियों को समझाने की कोशिश में जुटा है। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बार-बार संवाद किया है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे।
प्रशासन का कहना है कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन सबका अधिकार है, लेकिन रेल लाइन या सार्वजनिक परिवहन में बाधा डालना कानूनन गलत है।
जनसुविधा प्रभावित होने की आशंका
आंदोलन के कारण आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। कई स्थानीय ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित होने की संभावना है।
रेल विभाग ने यात्रियों को अग्रिम सूचना जारी की है कि स्थिति सामान्य होने तक वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था करें।
हाईकोर्ट के आदेश पर नजर
हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि धरना स्थल को खाली न करने पर प्रशासन आवश्यक कार्रवाई करे।
अब नजर इस बात पर है कि अगर आंदोलनकारी नहीं हटते तो पुलिस क्या कदम उठाएगी।
प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरे क्षेत्र को सीसीटीवी निगरानी में रखा है।
स्थानीय लोगों में चिंता
खापरी क्षेत्र के स्थानीय लोग आंदोलन की वजह से असहज महसूस कर रहे हैं।
कई दुकानदारों ने दुकानें बंद कर दी हैं और सड़कों पर यातायात धीमा हो गया है।
लोगों का कहना है कि अगर प्रदर्शन लंबे समय तक चलता रहा तो रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित होगी।
रेलवे विभाग की स्थिति
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल कोई ट्रेन सेवा बंद नहीं की गई है।
लेकिन अगर स्थिति और बिगड़ती है, तो कुछ रूट्स को अस्थायी रूप से डायवर्ट किया जा सकता है।
उन्होंने यात्रियों से अपील की है कि वे अपडेट लेते रहें और बिना पुष्टि यात्रा न करें।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
कुछ स्थानीय नेताओं ने प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।
उनका कहना है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार छीना जा रहा है।
दूसरी ओर, कई जनप्रतिनिधियों ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की भूमिका का समर्थन किया है।
खापरी स्टेशन का माहौल अब पुलिस और प्रशासन की रणनीति पर निर्भर है।
हाईकोर्ट के आदेश का पालन कराने और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के बीच प्रशासन को संतुलन बनाना होगा।
स्थिति गंभीर है, और आने वाले कुछ घंटे निर्णायक साबित हो सकते हैं।
यह समाचार पीटीआई(PTI) के इनपुट के साथ प्रकाशित किया गया है।