पारडी के भवानीनगर क्षेत्र में स्थित शिवनगर इलाके में एक डरावनी घटना सामने आई है। काजल बियर बार के पास रहने वाले लोगों के बीच तेंदुए के अचानक घर में घुस जाने से अफरा-तफरी मच गई। यह घटना सुबह के समय हुई जब एक तेंदुआ अचानक एक घर के अंदर घुस गया। इस घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया है, जिसे तुरंत इलाज के लिए भवानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की खबर फैलते ही आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
घर में कैसे घुसा तेंदुआ
शिवनगर इलाके में रहने वाले लोगों का कहना है कि सुबह के समय जब सभी अपने रोजमर्रा के कामों में लगे थे, तभी अचानक एक तेंदुआ एक घर के अंदर घुस गया। घर के सदस्यों ने जब इस जंगली जानवर को देखा तो वे डर से चिल्लाने लगे। तेंदुए ने घबराहट में घर के अंदर इधर-उधर भागना शुरू कर दिया। इस दौरान घर में मौजूद एक व्यक्ति तेंदुए के हमले का शिकार हो गया और घायल हो गया। घायल व्यक्ति को तुरंत स्थानीय लोगों ने भवानी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
घायल व्यक्ति की हालत
भवानी अस्पताल में भर्ती घायल व्यक्ति की हालत स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों ने उसकी चोटों का इलाज शुरू कर दिया है। तेंदुए के पंजों से लगी चोटें उसके शरीर के कई हिस्सों पर हैं। परिवार के सदस्य अस्पताल में मौजूद हैं और घायल की सेहत को लेकर चिंतित हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इस इलाके में तेंदुए को देखा गया है। पिछले कुछ दिनों से तेंदुए की मौजूदगी के संकेत मिल रहे थे।
इलाके में फैली दहशत
घटना के बाद से पूरे शिवनगर और भवानीनगर इलाके में दहशत का माहौल है। लोग अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। बच्चों को स्कूल भेजने में भी माता-पिता घबरा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जल्द से जल्द तेंदुए को पकड़ने की मांग की है। रात के समय तो लोग और भी ज्यादा डरे हुए हैं। कई लोगों ने अपने घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद कर ली हैं।
वन विभाग की टीम मौके पर
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई है। वन अधिकारियों ने इलाके का जायजा लिया है और तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल बिछाए हैं। विभाग की टीम ने पिंजरे भी लगाए हैं ताकि तेंदुए को सुरक्षित तरीके से पकड़ा जा सके। वन अधिकारियों का कहना है कि वे लगातार निगरानी कर रहे हैं और जल्द ही तेंदुए को पकड़ लिया जाएगा। स्थानीय लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।
भीड़ नियंत्रण में चुनौती
घटना की खबर फैलते ही आसपास के इलाकों से सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए। इतनी भारी भीड़ जमा होने से पुलिस और प्रशासन के लिए स्थिति को संभालना मुश्किल हो गया है। पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और लोगों को दूर रहने की अपील की है। लेकिन उत्सुकता में लोग मौके पर पहुंचते जा रहे हैं। इससे तेंदुए को पकड़ने के काम में भी दिक्कत आ रहे है। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे घर के अंदर रहें और बिना जरूरत बाहर न निकलें।
क्यों बढ़ रहे हैं ऐसे मामले
विशेषज्ञों का कहना है कि जंगलों की कटाई और शहरीकरण के कारण जंगली जानवरों का प्राकृतिक आवास कम होता जा रहा है। इसी वजह से वे भोजन और पानी की तलाश में आबादी वाले इलाकों में आने लगे हैं। पारडी और आसपास के क्षेत्रों में जंगल काफी नजदीक हैं, जिससे ऐसी घटनाएं होने की संभावना बनी रहती है। स्थानीय लोगों को इन जानवरों से बचाव के उपाय बताने की जरूरत है।
प्रशासन की तैयारी
स्थानीय प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। प्रशासन ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है। स्थानीय लोगों को जागरूक करने के लिए घोषणाएं की जा रही हैं। लोगों को बताया जा रहा है कि अगर उन्हें कोई जंगली जानवर दिखे तो तुरंत वन विभाग या पुलिस को सूचना दें। किसी भी तरह का जोखिम न लें।
लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोग इस घटना से बहुत डरे हुए हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से रात के समय अजीब आवाजें सुनाई दे रही थीं। कुछ लोगों ने पशुओं के पंजों के निशान भी देखे थे, लेकिन किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। अब जब तेंदुआ सामने आ गया है तो सभी घबरा गए हैं। महिलाएं और बच्चे तो घरों से बाहर निकलने से ही डर रहे हैं।
सुरक्षा के उपाय
वन विभाग के अधिकारियों ने लोगों को कुछ जरूरी सुरक्षा उपाय बताए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को रात के समय घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए। घरों के दरवाजे और खिड़कियां अच्छी तरह बंद रखनी चाहिए। बच्चों को अकेला बाहर न भेजें। अगर कोई जंगली जानवर दिखे तो शोर मचाने की बजाय तुरंत संबंधित विभाग को सूचना दें। किसी भी तरह से जानवर को उकसाने या परेशान करने की कोशिश न करें।
आगे की योजना
वन विभाग की टीम अगले कुछ दिनों तक इलाके में डटी रहेगी। विभाग ने कई विशेषज्ञों को भी बुलाया है जो तेंदुए को पकड़ने में मदद करेंगे। कैमरे भी लगाए गए हैं ताकि तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आ जाएगी। लोगों से सहयोग की अपील की गई है।
यह घटना एक बार फिर इस बात की याद दिलाती है कि मनुष्य और वन्यजीवों के बीच संतुलन बनाए रखना कितना जरूरी है। शहरों के विकास के साथ ही प्राकृतिक आवास की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।