नागपुर नगर निगम चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। राज्य चुनाव आयोग द्वारा 15 जनवरी को मतदान की घोषणा के बाद भाजपा महानगर इकाई ने युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी का मानना है कि जिस तरह भारतीय सेना ने विजय दिवस पर दुश्मनों को धूल चटाई थी, उसी तरह नागपुर में भी पार्टी विजय का परचम लहराएगी।
भाजपा कार्यालय में आज से इच्छुक उम्मीदवारों के साक्षात्कार शुरू हो गए हैं। पार्टी हर सीट पर योग्य और जनता के बीच स्वीकार्य उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। इसके लिए विधानसभा क्षेत्रवार प्रभारी नियुक्त किए गए हैं और एक मजबूत चुनाव संचालन समिति का गठन किया गया है।
विधानसभा क्षेत्रवार प्रभारी नियुक्त
नागपुर शहर को पांच विधानसभा क्षेत्रों में बांटा गया है और हर क्षेत्र के लिए अलग-अलग प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। पूर्व नागपुर विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी प्रा. अनिल सोले को दी गई है। अनिल सोले पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और उनके पास संगठन को मजबूत करने का लंबा अनुभव है।
पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी के रूप में प्रा. राजेशजी बागड़ी को नियुक्त किया गया है। बागड़ी जी भी पार्टी में लंबे समय से सक्रिय हैं और जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ रखते हैं।
दक्षिण-पश्चिम नागपुर की कमान विधायक प्रवीण दटके को सौंपी गई है। प्रवीण दटके न केवल इस क्षेत्र के विधायक हैं बल्कि चुनाव प्रभारी के रूप में भी उनकी नियुक्ति हुई है। उनकी दोहरी जिम्मेदारी पार्टी की गंभीरता को दर्शाती है।
मध्य नागपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए पूर्व विधायक गिरीश व्यास को प्रभारी बनाया गया है। व्यास जी का इस क्षेत्र में मजबूत प्रभाव है और उनकी नियुक्ति से पार्टी को फायदा होने की उम्मीद है।
दक्षिण नागपुर विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी भोजराज डुंबे को दी गई है। डुंबे भी पार्टी के अनुभवी कार्यकर्ता हैं और जनता के बीच उनकी अच्छी पहचान है।
चुनाव संचालन समिति का गठन
भाजपा ने नागपुर नगर निगम चुनाव के लिए एक मजबूत चुनाव संचालन समिति का गठन किया है। इस समिति के अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी को बनाया गया है। तिवारी जी पार्टी में वरिष्ठ पदाधिकारी हैं और उनके नेतृत्व में चुनाव रणनीति तैयार की जाएगी।
चुनाव प्रभारी के रूप में विधायक प्रवीण दटके को नियुक्त किया गया है। वे पूरे चुनाव अभियान की निगरानी करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी क्षेत्रों में समान रूप से काम हो।
चुनाव प्रमुख की जिम्मेदारी प्रा. संजय भेंडे को दी गई है जबकि सहप्रमुख के रूप में विष्णु चांगदे नियुक्त किए गए हैं। दोनों मिलकर चुनाव की बारीक योजनाओं पर काम करेंगे।
घोषणापत्र प्रमुख के रूप में पूर्व विधायक गिरीश व्यास और गिरधारी निमजे को नियुक्त किया गया है। ये दोनों नेता जनता की समस्याओं को समझते हुए एक प्रभावी घोषणापत्र तैयार करेंगे जो चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करे।
विभिन्न विभागों के प्रमुख भी नियुक्त
भाजपा ने चुनाव को हर स्तर पर प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न विभागों के प्रमुख भी नियुक्त किए हैं। सोशल मीडिया विभाग का गठन किया गया है जो ऑनलाइन माध्यमों से पार्टी का संदेश जनता तक पहुंचाएगा। आज के दौर में सोशल मीडिया की भूमिका बेहद अहम हो गई है और पार्टी इसका पूरा फायदा उठाना चाहती है।
मीडिया समन्वय विभाग अखबारों, टीवी चैनलों और अन्य मीडिया से संपर्क बनाए रखेगा। इससे पार्टी की गतिविधियों को व्यापक प्रचार मिलेगा।
महिला विभाग महिला मतदाताओं तक पहुंचने का काम करेगा। महिलाओं का वोट चुनाव में निर्णायक साबित हो सकता है इसलिए इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
युवा विभाग युवाओं को पार्टी से जोड़ने और उन्हें मतदान के लिए प्रेरित करने का काम करेगा। युवा वर्ग भी चुनाव में बड़ी भूमिका निभाता है।
लाभार्थी विभाग उन लोगों से संपर्क करेगा जिन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला है। इससे पार्टी अपनी उपलब्धियों को जनता के सामने रख सकेगी।
महायुति समन्वय विभाग गठबंधन दलों के साथ तालमेल बनाए रखेगा। महाराष्ट्र में भाजपा महायुति का हिस्सा है और सभी साथी दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ना जरूरी है।
प्रचार यंत्रणा विभाग रैलियों, सभाओं और जनसंपर्क कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। जमीनी स्तर पर प्रचार करना चुनाव जीतने के लिए बेहद जरूरी है।
कानूनी विभाग चुनाव से जुड़े कानूनी मामलों को देखेगा और किसी भी कानूनी चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहेगा।
चुनाव आयोग संपर्क विभाग राज्य चुनाव आयोग के साथ समन्वय बनाए रखेगा और सभी नियमों का पालन सुनिश्चित करेगा।
उम्मीदवारों के साक्षात्कार शुरू
भाजपा कार्यालय में आज से इच्छुक उम्मीदवारों के साक्षात्कार शुरू हो गए हैं। पार्टी हर वार्ड से सबसे योग्य और जनता के बीच स्वीकार्य उम्मीदवार चुनना चाहती है। साक्षात्कार में उम्मीदवारों की योग्यता, जमीनी काम, जनता के बीच पहचान और जीतने की संभावना को परखा जाएगा।
पार्टी का मानना है कि सही उम्मीदवार का चुनाव ही चुनाव जीतने की पहली शर्त है। इसलिए साक्षात्कार प्रक्रिया को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है।
15 जनवरी को मतदान
राज्य चुनाव आयोग द्वारा पत्रकार सम्मेलन में घोषित कार्यक्रम के अनुसार राज्य की सभी महानगरपालिकाओं के लिए 15 जनवरी को मतदान होगा। नागपुर भी इसमें शामिल है। भाजपा को उम्मीद है कि जनता ने पिछले कार्यकाल में विकास कार्यों को देखा है और इस बार फिर से पार्टी पर भरोसा करेगी।
पार्टी ने नागपुर के विकास के लिए कई योजनाएं लागू की हैं और इन्हीं उपलब्धियों के बल पर चुनाव लड़ने की तैयारी है। सड़कों की मरम्मत, पानी की व्यवस्था, सफाई और अन्य नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने का दावा पार्टी करेगी।
भाजपा का मानना है कि जिस तरह भारतीय सेना ने विजय दिवस पर विजय हासिल की, उसी तरह नागपुर नगर निगम चुनाव में भी पार्टी विजयी होगी। पूरी टीम एकजुट होकर काम कर रही है और जीत का लक्ष्य तय किया गया है।