नागपुर शहर में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने और अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर सख्ती दिखाई है। नागपुर के पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्र सिंगल ने मोमिनपुरा इलाके का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण किया और वहां सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए। इस दौरान पुलिस टीम ने फरार अपराधियों के घरों में छापेमारी की और इलाके में सघन पेट्रोलिंग की गई। यह कदम शहर में बढ़ते अपराध और असामाजिक गतिविधियों पर लगाम कसने के उद्देश्य से उठाया गया है।
पुलिस आयुक्त का सख्त रुख
डॉ. रविंद्र सिंगल ने मोमिनपुरा इलाके का दौरा करते हुए स्थानीय पुलिस टीम के साथ विस्तृत बैठक की। उन्होंने इलाके में अपराध की स्थिति का जायजा लिया और पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस आयुक्त ने साफ तौर पर कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और जो भी कानून को हाथ में लेने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस प्रमुख ने इलाके में पेट्रोलिंग को बढ़ाने और हर गली-मोहल्ले में पुलिस की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए विशेष योजना तैयार करने को कहा। उनका मानना है कि नियमित गश्त और सतर्कता से ही अपराध को कम किया जा सकता है।

फरार अपराधियों के घरों में छापेमारी
पुलिस आयुक्त के निर्देश पर मोमिनपुरा पुलिस थाने की टीम ने तीन फरार अपराधियों के घरों में छापेमारी की। ये अपराधी विभिन्न आपराधिक मामलों में वांछित थे और लंबे समय से फरार चल रहे थे। पुलिस ने इन अपराधियों के परिवारों से पूछताछ की और उनके ठिकानों की जानकारी जुटाने की कोशिश की।
हालांकि इस छापेमारी में अपराधी पकड़ में नहीं आए, लेकिन पुलिस ने उनके परिवारों को चेतावनी दी कि अगर वे अपराधियों को छुपाते पाए गए तो उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इन अपराधियों की तलाश तेज कर दी है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने का दावा किया है।

सघन पेट्रोलिंग का आदेश
मोमिनपुरा इलाके में अपराध की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने सघन पेट्रोलिंग शुरू की है। दिन और रात दोनों समय पुलिस की गाड़ियां इलाके में गश्त कर रही हैं। इससे आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है और अपराधियों में डर का माहौल पैदा हुआ है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की पेट्रोलिंग न केवल अपराध को रोकती है, बल्कि अपराधियों को यह संदेश भी देती है कि पुलिस हमेशा सतर्क है। इसके अलावा, इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना भी बनाई जा रही है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा सके।

ड्रग्स और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर
पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्र सिंगल ने विशेष रूप से ड्रग्स की तस्करी और असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। मोमिनपुरा इलाके में कुछ समय से ड्रग्स की बिक्री और सेवन की खबरें आ रही थीं, जिससे युवा पीढ़ी प्रभावित हो रही थी।
पुलिस ने ऐसे तत्वों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए विशेष टीम बनाई है। इसके साथ ही स्थानीय लोगों से भी अपील की गई है कि अगर उन्हें किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी हो तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
पुलिस का मानना है कि ड्रग्स की समस्या से निपटने के लिए जनता का सहयोग बेहद जरूरी है। इसलिए पुलिस ने गुप्त सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखने का आश्वासन भी दिया है।

जनता से सहयोग की अपील
पुलिस आयुक्त ने जनता से अपील की है कि वे पुलिस के साथ मिलकर काम करें और अपने इलाके को अपराध मुक्त बनाने में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी संदिग्ध गतिविधि को देखता है तो उसे तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम या स्थानीय थाने में सूचना देनी चाहिए।
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह से गुप्त रखी जाएगी और उसे किसी भी प्रकार का खतरा नहीं होगा। इस तरह की जन भागीदारी से ही समाज में शांति और सुरक्षा बनाई जा सकती है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
मोमिनपुरा इलाके के निवासियों ने पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ समय से इलाके में छोटी-मोटी अपराध की घटनाएं बढ़ गई थीं, जिससे लोग परेशान थे। अब पुलिस की सक्रियता से उन्हें सुरक्षा का अहसास हो रहा है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा कि पुलिस आयुक्त का खुद आकर इलाके का निरीक्षण करना एक सकारात्मक कदम है। इससे यह संदेश जाता है कि पुलिस प्रशासन जनता की सुरक्षा को लेकर गंभीर है।
आगे की रणनीति
पुलिस ने आगे की रणनीति तैयार करते हुए कहा है कि मोमिनपुरा ही नहीं, बल्कि नागपुर के अन्य संवेदनशील इलाकों में भी इसी तरह की सख्ती बरती जाएगी। पुलिस विभाग ने अपराध की रोकथाम के लिए एक विस्तृत योजना बनाई है, जिसमें नियमित पेट्रोलिंग, अपराधियों की निगरानी और जनता के साथ संवाद शामिल है।
इसके अलावा, पुलिस ने युवाओं को अपराध और नशे से दूर रखने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाने की योजना बनाई है। स्कूलों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि युवाओं को सही दिशा मिल सके।
नागपुर पुलिस की यह पहल शहर में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्र सिंगल के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन अपराध पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है और जनता का सहयोग इस मुहिम को और मजबूत बना सकता है।