विश्व अंडा दिवस के अवसर पर अनूठा आयोजन
महाराष्ट्र के नागपुर में एक अनूठा और रोचक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। महाराष्ट्र पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय, नागपुर पशुचिकित्सा महाविद्यालय के कुक्कुट पालन विज्ञान विभाग की पहल पर विश्व अंडा दिवस के अवसर पर एक विश्व रिकॉर्ड स्तर की 5001 अंडों की भुर्जी तैयार की जाएगी। यह कार्यक्रम 10 अक्टूबर 2025 को आयोजित किया गया है, जिसका उद्देश्य अंडों के महत्व और उनके पोषण गुणों के प्रति जनता में जागरूकता फैलाना है।
विशेष अवसर और आयोजन का महत्व
विश्व अंडा दिवस को मनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य अंडे के पोषण, स्वास्थ्य लाभ और कुक्कुट पालन के महत्व को उजागर करना है। इस वर्ष के आयोजन में 5001 अंडों की भुर्जी तैयार करने की योजना इसे और भी विशिष्ट और यादगार बना रही है। आयोजक मानते हैं कि यह कार्यक्रम मध्य भारत में अंडे के प्रति जनजागृति फैलाने और खाद्य विज्ञान में नवाचार को प्रोत्साहित करने का अवसर प्रदान करेगा।
मध्य भारत के प्रसिद्ध शेफ करेंगे भुर्जी तैयार
इस भव्य आयोजन में मध्य भारत के प्रसिद्ध शेफ, श्री विष्णू मनोहर, स्वयं 5001 अंडों की भुर्जी तैयार करेंगे। उनके कुशल हाथों से तैयार यह व्यंजन न केवल स्वादिष्ट होगा, बल्कि यह विश्व रिकॉर्ड स्तर का प्रयास भी बनेगा। आयोजकों के अनुसार, यह आयोजन छात्रों, शिक्षकों, स्थानीय समुदाय और मीडिया के लिए खुला होगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इस अनूठे अवसर का अनुभव कर सकें।
अंडों के पोषण और स्वास्थ्य लाभ
कुक्कुट पालन विज्ञान विभाग ने इस अवसर का उपयोग करते हुए अंडों के संपूर्ण पोषण मूल्य और उनके स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकारी भी प्रदान की। अंडों में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और अन्य आवश्यक पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर के विकास, मांसपेशियों की मजबूती और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।
शेफ विष्णू मनोहर के अनुसार, अंडों की भुर्जी एक ऐसा व्यंजन है जिसे सभी आयु वर्ग के लोग आसानी से खा सकते हैं, और यह भोजन में स्वाद के साथ-साथ पोषण भी प्रदान करता है। उनका मानना है कि इस प्रकार के आयोजन खाद्य विज्ञान और पोषण के प्रति लोगों की समझ बढ़ाते हैं।
विश्व रिकॉर्ड प्रयास और सामाजिक संदेश
5001 अंडों की भुर्जी तैयार करना केवल खाना पकाने का प्रयास नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और शैक्षणिक संदेश भी प्रदान करता है। यह आयोजन यह दर्शाता है कि खाद्य विज्ञान, पोषण और कुकिंग कला को मिलाकर समाज में जागरूकता कैसे फैलाई जा सकती है। विभाग के अधिकारियों ने कहा कि यह प्रयास न केवल छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा, बल्कि यह स्थानीय समुदाय और देशभर के लोगों के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण होगा।
आयोजन में सहभागिता और दर्शक अनुभव
आयोजन में नागपुर और आसपास के क्षेत्रों के लोग बड़ी संख्या में शामिल होंगे। छात्र, प्रोफेसर, मीडिया और स्थानीय नागरिक इस विश्व रिकॉर्ड प्रयास का हिस्सा बनेंगे। आयोजन स्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य उपायों का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा, ताकि यह कार्यक्रम सफल और स्मरणीय बने।
भविष्य की योजनाएँ और कुक्कुट पालन शिक्षा
कुक्कुट पालन विज्ञान विभाग ने भविष्य में भी ऐसे शैक्षणिक और पोषण-संवर्धन कार्यक्रमों की योजना बनाई है। उनका उद्देश्य कुक्कुट पालन, अंडे के पोषण और स्वस्थ भोजन के महत्व को छात्रों और आम जनता तक पहुँचाना है। विभाग का यह प्रयास शिक्षा और जनजागृति दोनों को एक साथ जोड़ने वाला माना जा रहा है।
इस प्रकार, नागपुर का यह आयोजन न केवल विश्व रिकॉर्ड स्तर का प्रयास है, बल्कि यह अंडे के पोषण, शिक्षा और सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में एक अनूठा उदाहरण भी बन रहा है।