ऑपरेशन थंडर” : एन.डी.पी.एस. पथक की निर्णायक कार्रवाई
नागपुर शहर में मादक पदार्थों की अवैध तस्करी के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान “ऑपरेशन थंडर” के अंतर्गत, एन.डी.पी.एस. (Narcotics Drugs and Psychotropic Substances) पथक ने एक बार फिर अपराध जगत को कड़ा संदेश दिया है। पुलिस कमिश्नर डॉ. रवींदर सिंगल के कुशल नेतृत्व में तथा अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) और एन.डी.पी.एस. पथक प्रभारी की देखरेख में यह कार्रवाई मंगलवार की रात को अंजाम दी गई।
इस अभियान के दौरान पुलिस ने कुल 79 किलो 100 ग्राम गांजा जब्त किया, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत ₹19,77,500 आँकी गई है। इसके अलावा एक ओमनी कार, एक एक्टिवा मोपेड और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया, जिनकी कुल कीमत मिलाकर ₹21,17,500 रुपये बताई गई।
गुप्त सूचना पर रचा गया जाल
एन.डी.पी.एस. पथक को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि यशोधरानगर क्षेत्र के शिवशक्ति नगर में बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ की आपूर्ति होने वाली है। इस सूचना की पुष्टि के बाद, पथक ने रात 9:45 बजे से लेकर 11:50 बजे तक गुप्त निगरानी अभियान चलाया।
इस दौरान उमर फारूक मस्जिद के पीछे सटीक सापळा (जाल) रचकर पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों पर नज़र रखी। कुछ ही देर में एक ओमनी कार मौके पर पहुंची, जिसे रोककर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान वाहन से गांजा के थैले बरामद हुए, जिनका वजन लगभग 79 किलो निकला।
एक आरोपी गिरफ्तार, दूसरा फरार
इस कार्रवाई में पुलिस ने मोहम्मद अनवर मोहम्मद इस्माईल अन्सारी (उम्र 38 वर्ष, निवासी – शिवशक्ति नगर) को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि यह माल वह अपने साथी एजाज अन्सारी (निवासी – गरीब नवाज़ नगर, यशोधरानगर) के साथ मिलकर बेचने वाला था।
हालांकि, एजाज अन्सारी मौके से फरार हो गया और उसकी तलाश अब भी जारी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, फरार आरोपी के अन्य राज्यों से भी संपर्क हो सकते हैं और वह एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। उसकी गिरफ्तारी से तस्करी के गहरे तार सामने आने की संभावना है।
मामला दर्ज और जांच प्रारंभ
पुलिस ने इस प्रकरण में एन.डी.पी.एस. अधिनियम की धारा 8(क), 20(ब)(2)(क), एवं 29 के अंतर्गत यशोधरानगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया है। जब्त किए गए सभी माल का विधिक परीक्षण किया जाएगा और आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाया जाएगा कि यह मादक पदार्थ किस स्रोत से आया और कहां इसकी आपूर्ति की जानी थी।
अधिकारियों ने बताया कि “ऑपरेशन थंडर” के तहत यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में से एक है। इससे न केवल स्थानीय नेटवर्क बल्कि राज्य स्तरीय तस्करी गिरोहों को भी झटका लगा है।
नागपुर में ड्रग्स के खिलाफ सख्त रुख
नागपुर पुलिस पिछले कुछ महीनों से लगातार ड्रग्स माफिया और नशा कारोबारियों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। “ऑपरेशन थंडर” जैसे अभियानों का उद्देश्य केवल जब्ती तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे अपराध की जड़ तक पहुँचकर उसे समाप्त करने का संकल्प भी शामिल है।
डॉ. रवींदर सिंगल ने इस सफलता पर एन.डी.पी.एस. पथक की सराहना करते हुए कहा कि —
“नागपुर शहर को नशा-मुक्त बनाना हमारा लक्ष्य है। जो भी व्यक्ति या गिरोह इस अवैध कारोबार में शामिल होगा, उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
जनता से अपील
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। गुप्त सूचना देने वाले की पहचान पूर्णतः सुरक्षित रखी जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि जनसहयोग से ही शहर को नशे की जकड़ से मुक्त किया जा सकता है।
“ऑपरेशन थंडर” के अंतर्गत एन.डी.पी.एस. पथक की यह कार्रवाई न केवल एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह नागपुर पुलिस के दृढ़ संकल्प और सतर्कता का भी प्रतीक है। इसने स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस प्रशासन अब ड्रग्स के खिलाफ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरतेगा।
नागरिक समाज और पुलिस के बीच समन्वय से ही आने वाले समय में नागपुर को एक नशामुक्त, सुरक्षित और स्वस्थ शहर बनाया जा सकता है।