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हिंगणा बस स्टैंड पर अवैध कब्जे को हटाने के सख्त निर्देश

Pratap Sarnaik illegal encroachment action: हिंगणा बस स्टैंड पर अतिक्रमण हटाने के आदेश, परिवहन मंत्री ने दिए सख्त निर्देश
Pratap Sarnaik illegal encroachment action: हिंगणा बस स्टैंड पर अतिक्रमण हटाने के आदेश, परिवहन मंत्री ने दिए सख्त निर्देश (IG@darekar_viru Photo)
नागपुर के हिंगणा बस स्टैंड की सरकारी जमीन पर एक निजी व्यक्ति द्वारा अवैध कब्जा किया गया। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने स्थल निरीक्षण के बाद संबंधित अधिकारियों को अतिक्रमण तुरंत हटाने के सख्त निर्देश दिए। मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकारी जमीन पर किसी भी तरह का गैरकानूनी कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का मामला

महाराष्ट्र के नागपुर जिले में स्थित हिंगणा बस स्टैंड की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का एक गंभीर मामला सामने आया है। राज्य परिवहन विभाग की इस जमीन पर एक निजी व्यक्ति ने गैरकानूनी तरीके से अतिक्रमण कर लिया था। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए परिवहन मंत्री एवं एसटी महामंडल के अध्यक्ष प्रताप सरनाईक ने खुद स्थल का निरीक्षण किया और संबंधित सरकारी अधिकारियों को इस अवैध कब्जे को तुरंत हटाने के सख्त निर्देश दिए हैं।

यह घटना उस समय सामने आई जब हिंगणा में नए बस स्टैंड का निर्माण कार्य चल रहा था। पुराने जमीन मालिक ने इसी दौरान एसटी महामंडल की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का प्रयास किया। हालांकि एसटी प्रशासन ने इस बारे में पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने इस गंभीर मामले को उतनी तत्परता से नहीं लिया जितना जरूरी था।

मंत्री सरनाईक ने किया स्थल निरीक्षण

परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक हिंगणा बस स्टैंड के विशेष निरीक्षण दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ एसटी महामंडल के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. माधव कुसेकर, महाप्रबंधक निर्माण विभाग के दिनेश महाजन, प्रादेशिक प्रबंधक श्रीकांत गभणे, विभाग नियंत्रक विनोद चौरे के साथ-साथ स्थानीय तहसीलदार, उपनिबंधक और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी अधिकारी भी मौजूद थे।

निरीक्षण के दौरान एसटी अधिकारियों ने इस अवैध कब्जे का पूरा मामला मंत्री सरनाईक के सामने रखा। अधिकारियों ने बताया कि किस तरह से पुलिस प्रशासन ने उनकी शिकायत पर समुचित कार्रवाई नहीं की और अतिक्रमणकर्ता ने सरकारी जमीन पर अपना कब्जा जमाए रखा। इस पूरी स्थिति को समझने के बाद मंत्री सरनाईक ने तत्काल स्थल का निरीक्षण करने का निर्णय लिया।

सख्त निर्देश और स्पष्ट चेतावनी

स्थल निरीक्षण के बाद मंत्री प्रताप सरनाईक ने संबंधित उपनिबंधक को तुरंत जमीन की माप करने और अतिक्रमण को हटाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह जमीन एसटी महामंडल की है और इसे किसी भी हालत में अवैध कब्जे में नहीं रहने दिया जाएगा। मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि जितना जल्द संभव हो सके, यह जमीन एसटी महामंडल को वापस सौंपी जाए।

मंत्री सरनाईक ने यह भी कहा कि यदि माप के बाद यह पता चलता है कि किसी मूल मालिक का वैध हक इस जमीन पर है, तो उसे विधिसम्मत तरीके से जमीन हस्तांतरित की जाएगी। लेकिन उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि शासकीय भूमि पर किसी भी तरह का अवैध कब्जा किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार की जमीन सरकार की ही रहेगी और इस पर जनता की सेवा के लिए बस स्टैंड का निर्माण होगा।

नए बस स्टैंड का निर्माण कार्य

हिंगणा में नए बस स्टैंड के निर्माण की योजना काफी समय से चल रही थी। यह बस स्टैंड आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगा। लेकिन निर्माण कार्य शुरू होते ही इस अतिक्रमण का मामला सामने आया, जिससे परियोजना में देरी की आशंका पैदा हो गई थी।

एसटी महामंडल के अधिकारियों ने बताया कि इस बस स्टैंड के निर्माण से न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इससे स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। नया बस स्टैंड आधुनिक डिजाइन और सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित होगा, जिससे यात्रियों को सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिल सके।

पुलिस की भूमिका पर सवाल

इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में आई है। एसटी प्रशासन ने समय पर पुलिस को शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। यह लापरवाही अतिक्रमणकर्ता के हौसले बढ़ाने का कारण बनी और उसने सरकारी जमीन पर अपना अवैध कब्जा मजबूत कर लिया।

मंत्री सरनाईक ने इस मामले में पुलिस की लापरवाही पर भी नाराजगी जताई और कहा कि सरकारी संपत्ति की रक्षा करना पुलिस का भी दायित्व है। उन्होंने निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि अतिक्रमणकर्ताओं का हौसला न बढ़े।

जनहित और सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा

मंत्री प्रताप सरनाईक ने इस अवसर पर यह भी स्पष्ट किया कि सरकारी जमीन और सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी व्यक्ति को यह गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि वह सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करके बच सकता है। सरकार ऐसे सभी मामलों में सख्त कार्रवाई करेगी और कानून का पालन सुनिश्चित करेगी।

उन्होंने कहा कि यह जमीन जनता के लिए है और इस पर बनने वाला बस स्टैंड हजारों यात्रियों को सुविधा प्रदान करेगा। किसी एक व्यक्ति के स्वार्थ के लिए हजारों लोगों की सुविधा को नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता।

आगे की कार्रवाई

मंत्री के निर्देशों के बाद अब संबंधित अधिकारी तेजी से कार्रवाई में जुट गए हैं। उपनिबंधक को जमीन की माप करने और अतिक्रमण की सीमा तय करने के निर्देश दिए गए हैं। माप पूरी होने के बाद अवैध कब्जे को तुरंत हटाया जाएगा और जमीन एसटी महामंडल को सौंप दी जाएगी।

यदि माप में यह पाया जाता है कि किसी व्यक्ति का वास्तव में कोई वैध हक है, तो उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत उचित मुआवजा दिया जाएगा या उसकी जमीन अलग से चिन्हित की जाएगी। लेकिन जो जमीन सरकारी है, वह किसी भी हालत में सरकार के पास ही रहेगी।

लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोगों ने मंत्री सरनाईक के इस त्वरित और सख्त निर्णय की सराहना की है। लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में जब तक उच्च अधिकारी खुद हस्तक्षेप नहीं करते, तब तक निचले स्तर पर कार्रवाई नहीं होती। मंत्री द्वारा स्थल पर जाकर निरीक्षण करना और तुरंत निर्देश देना सराहनीय है।

यात्रियों ने भी इस कदम का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि जल्द ही नया बस स्टैंड तैयार होगा और उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। लोगों ने यह भी कहा कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि दूसरे लोग ऐसा करने की हिम्मत न करें।

हिंगणा बस स्टैंड का यह मामला बताता है कि सरकारी संपत्ति की सुरक्षा के लिए जागरूकता और त्वरित कार्रवाई दोनों जरूरी हैं। मंत्री प्रताप सरनाईक के निर्णायक कदम से यह संदेश गया है कि महाराष्ट्र सरकार सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। अब देखना यह है कि कितनी जल्दी अतिक्रमण हटाया जाता है और नए बस स्टैंड का निर्माण कार्य पटरी पर आता है।

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Asfi Shadab

एक लेखक, चिंतक और जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता, जो खेल, राजनीति और वित्त की जटिलता को समझते हुए उनके बीच के रिश्तों पर निरंतर शोध और विश्लेषण करते हैं। जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों को सरल, तर्कपूर्ण और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध।