Saoner Bike Accident: नागपुर जिले के सावनेर में एक बार फिर सड़क हादसे ने एक परिवार की खुशियां छीन लीं। सावनेर पुलिस स्टेशन क्षेत्र अंतर्गत अंबिका होटल के पास ट्रक और दोपहिया वाहन की भीषण टक्कर में एक युवक की मौत हो गई। यह हादसा न सिर्फ एक व्यक्ति की जान लेने वाला साबित हुआ, बल्कि एक बार फिर उस चौराहे की खतरनाक सच्चाई को उजागर कर गया, जहां आए दिन सड़कें खून से रंगी नजर आती हैं।
हादसे में घायल युवक की पहचान बादल के रूप में हुई है, जो कळमेश्वर से सावनेर की ओर जा रहा था। दुर्घटना के तुरंत बाद उसे सावनेर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर नागपुर रेफर किया गया। लेकिन दुर्भाग्यवश नागपुर पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसकी मौत हो गई।
अंबिका होटल के पास हुआ हादसा
यह दुर्घटना सावनेर के अंबिका होटल के पास उस समय हुई, जब ट्रक सड़क पर मोड़ ले रहा था। इसी दौरान तेज रफ्तार में आ रही मोटरसाइकिल ट्रक की चपेट में आ गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की सूचना मिलते ही सावनेर पुलिस मौके पर पहुंची और तत्काल स्थिति को संभाला। पुलिस निरीक्षक उमेश पाटील ने इस हादसे की जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता हितेश बनसोड को दी, जिसके बाद स्थानीय स्तर पर इस मुद्दे ने और तूल पकड़ लिया।

इलाज के दौरान टूटी उम्मीदें
घायल बादल को पहले सावनेर सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया। डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत नागपुर रेफर किया। परिवार को उम्मीद थी कि शायद समय रहते इलाज मिल जाएगा, लेकिन रास्ते में ही युवक ने दम तोड़ दिया। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए सावनेर भेज दिया गया है। इस घटना के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है और पूरे इलाके में शोक का माहौल है।
ट्रक चालक हिरासत में, जांच जारी
पुलिस ने दुर्घटना में शामिल ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया है और मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, ट्रक का नंबर MH 34 BZ 4401 है, जबकि मृतक की मोटरसाइकिल का नंबर MH 40 AW 7954 बताया गया है। जांच में यह भी देखा जा रहा है कि हादसे के वक्त ट्रक की गति क्या थी, चालक ने संकेत दिए थे या नहीं, और क्या सड़क पर ट्रैफिक नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम मौजूद थे।
खूनी मोड़ बनता जा रहा अंबिका होटल चौक
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अंबिका होटल के पास यह कोई पहली घटना नहीं है। इस स्थान पर पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई लोग घायल हुए और कुछ की जान भी गई। इसके बावजूद यहां न तो स्पीड ब्रेकर लगाए गए हैं और न ही कोई स्थायी ट्रैफिक नियंत्रण व्यवस्था मौजूद है।
यह चौक तेज रफ्तार वाहनों के लिए खुला मैदान बन चुका है, जहां न संकेतक बोर्ड हैं और न ही गति सीमा का कोई सख्त पालन होता है। रात के समय स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है।
स्थानीय लोगों की प्रशासन से मांग
घटना के बाद स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से एक बार फिर मांग की है कि अंबिका होटल के पास तत्काल स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं। इसके साथ ही चेतावनी बोर्ड, सड़क पर रिफ्लेक्टर और ट्रैफिक पुलिस की नियमित तैनाती की भी जरूरत बताई जा रही है।
लोगों का कहना है कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में भी ऐसे हादसे होते रहेंगे और हर बार प्रशासन सिर्फ जांच का भरोसा देकर अपनी जिम्मेदारी से बचता रहेगा।