Zero Mile Development Project: नागपुर के ‘जीरो माइल’ स्मारक को मिलेगा नया स्वरूप
मुंबई, 10 नवंबर – नागपुर का ऐतिहासिक ‘जीरो माइल’ स्मारक अब राष्ट्रीय स्तर पर विकसित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को हरी झंडी देते हुए समन्वय के लिए दो वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति की है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सतत प्रयासों का यह परिणाम माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री फडणवीस की पहल रंग लाई
राज्य सरकार ने ‘जीरो माइल’ क्षेत्र को सांस्कृतिक और पर्यटन दृष्टि से विकसित करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा था। इस पर कार्रवाई करते हुए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव अभय करंदीकर ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर परियोजना के प्रति सकारात्मक रुख दर्शाया है।
करंदीकर ने बताया कि नागपुर महानगरपालिका पहले से ही स्मारक के पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण पर काम कर रही है। केंद्र ने इस प्रयास को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है ताकि यह स्थल भारत की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में नया स्वरूप प्राप्त कर सके।
केंद्र सरकार का सक्रिय सहयोग
केंद्रीय विभाग ने इस परियोजना के सुचारू संचालन के लिए सर्वे ऑफ इंडिया के दो अधिकारियों की नियुक्ति की है।
अतिरिक्त सर्वेयर जनरल संदीप श्रीवास्तव को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जबकि ए. के. सिंह, निदेशक, सर्वे ऑफ इंडिया (पुणे), सहायक अधिकारी होंगे। ये अधिकारी राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर कार्यान्वयन की निगरानी करेंगे।
जीरो माइल का ऐतिहासिक महत्व
‘जीरो माइल’ स्मारक भारत का भौगोलिक केंद्र बिंदु माना जाता है। यह स्थान ब्रिटिश काल से ही देश के मानचित्र निर्धारण में महत्वपूर्ण रहा है। नागपुर की पहचान इससे गहराई से जुड़ी है और इसे भौगोलिक व सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक माना जाता है।
राज्य सरकार ने इसे विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल में परिवर्तित करने का लक्ष्य रखा है, जहाँ न केवल ऐतिहासिक संरचनाओं का पुनरुद्धार होगा बल्कि आधुनिक सुविधाओं का भी समावेश किया जाएगा।
पर्यटन और सांस्कृतिक विकास को नई दिशा
Zero Mile Development Project: इस परियोजना से नागपुर को न केवल सांस्कृतिक पहचान मिलेगी, बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में भी बड़ा लाभ होगा।
स्थानीय उद्योगों, होटल व्यवसायों और हस्तशिल्प क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि “केंद्र सरकार के सहयोग से यह क्षेत्र भारत के गौरवशाली इतिहास का जीवंत प्रतीक बनेगा।”
स्थानीय नागरिकों में उत्साह
परियोजना की घोषणा के बाद नागपुर के नागरिकों में उत्साह का माहौल है। कई सामाजिक संगठनों ने मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार के इस कदम का स्वागत किया है।
स्थानीय व्यापारिक संगठनों का मानना है कि यह परियोजना शहर की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा भरेगी और नागपुर को राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर विशेष स्थान दिलाएगी।
‘जीरो माइल विकास परियोजना’ केवल एक निर्माण कार्य नहीं, बल्कि नागपुर की आत्मा से जुड़ा सांस्कृतिक प्रयास है।
राज्य और केंद्र के संयुक्त सहयोग से यह स्मारक आने वाले समय में भारत की भौगोलिक एवं ऐतिहासिक पहचान का केंद्र बनेगा, जिससे महाराष्ट्र के पर्यटन क्षेत्र में नई उड़ान देखने को मिलेगी।