नया नागपुर परियोजना को मिला नया आयाम, दो बड़े करार से विकास को रफ्तार
नागपुर: Naya Nagpur project, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री Devendra Fadnavis की मौजूदगी में नागपुर महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (NMRC/एनएमआरडीए) ने सोमवार को दो अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इन करारों ने “नया नागपुर” परियोजना को नई दिशा दी है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को महाराष्ट्र सरकार अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय और वित्तीय केंद्र (IBFC) के रूप में विकसित करना चाहती है।
NBCC के साथ समझौता – 1,000 एकड़ में ‘प्लग-एंड-प्ले’ शहर | Devendra Fadnavis
Naya Nagpur project: पहला समझौता एनएमआरडीए ने सरकारी निर्माण कंपनी एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड के साथ किया है। इसके तहत कुल 1,710 एकड़ में से 1,000 एकड़ भूमि पर आधुनिक ‘प्लग-एंड-प्ले’ मॉडल पर विकास किया जाएगा। यह विकास तीन चरणों में 15 वर्षों में पूरा होगा।
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योजना में कई आधुनिक सुविधाएँ शामिल होंगी, जैसे:
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भूमिगत यूटिलिटी टनल्स
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डिस्ट्रिक्ट कूलिंग सिस्टम
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स्वचालित कचरा प्रबंधन प्रणाली
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स्टार्टअप्स और आईटी कंपनियों के लिए समर्पित हब
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अत्याधुनिक वाणिज्यिक केंद्र
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आवासीय टाउनशिप और इको-फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर
इस पूरी परियोजना की निगरानी के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाई जाएगी, जो समयसीमा और गुणवत्ता की देखरेख करेगी।
HUDCO से ₹11,300 करोड़ का वित्तपोषण | Naya Nagpur project
नया नागपुर परियोजना (Naya Nagpur project | Devendra Fadnavis): दूसरा करार हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HUDCO) के साथ हुआ है। HUDCO ने 11,300 करोड़ रुपये के वित्तपोषण का आश्वासन दिया है। इसमें से 6,500 करोड़ रुपये “नया नागपुर” परियोजना के भूमि अधिग्रहण और आधारभूत संरचना पर खर्च होंगे, जबकि 4,800 करोड़ रुपये नागपुर की बाहरी रिंग रोड परियोजना में निवेश किए जाएंगे।
यह निवेश न केवल परियोजना को पूंजी उपलब्ध कराएगा बल्कि रोजगार सृजन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति देगा।
नागपुर को मिलेगा नया अंतरराष्ट्रीय पहचान
Naya Nagpur project: “नया नागपुर” परियोजना को महाराष्ट्र सरकार देश का अगला बड़ा वित्तीय और व्यावसायिक हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मान रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह परियोजना नागपुर को दिल्ली-मुंबई जैसे प्रमुख शहरी केंद्रों की श्रेणी में ला सकती है।
यहाँ विकसित होने वाले स्टार्टअप और आईटी हब युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करेंगे। साथ ही, वाणिज्यिक केंद्र और टाउनशिप से नागपुर का शहरी ढाँचा और मज़बूत होगा।
मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis का बयान
Naya Nagpur project: समझौते के अवसर पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा,
“नया नागपुर केवल एक रियल एस्टेट परियोजना नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के भविष्य की दिशा तय करने वाली योजना है। यह नागपुर को न सिर्फ राज्य का, बल्कि देश का प्रमुख अंतरराष्ट्रीय वित्तीय और व्यवसायिक केंद्र बनाएगी। HUDCO और NBCC जैसे साझेदार हमारे विज़न को साकार करने में अहम भूमिका निभाएँगे।”
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रोजगार और स्थानीय विकास की उम्मीद
इस परियोजना से हजारों लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन की संभावना है। निर्माण, आईटी, रियल एस्टेट, स्टार्टअप और सेवा क्षेत्र में नए अवसर खुलेंगे। साथ ही, स्मार्ट सिटी मॉडल पर आधारित इस योजना से नागपुर को विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा।
Naya Nagpur project: निष्कर्ष
“नया नागपुर परियोजना” केवल एक शहरी योजना नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के लिए भविष्य का रोडमैप है। दो बड़े करारों के बाद इस परियोजना को वह गति मिल गई है, जिसकी लंबे समय से उम्मीद की जा रही थी। NBCC के तकनीकी सहयोग और HUDCO के वित्तीय निवेश के साथ, नागपुर अब देश का एक उभरता हुआ अंतरराष्ट्रीय व्यवसायिक और वित्तीय केंद्र बनने की ओर बढ़ रहा है।