Nepal Violence पर बोले Sri Sri Ravi Shankar: युवाओं का frustration और साज़िश की आशंका
नागपुर एयरपोर्ट पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए आध्यात्मिक गुरु Sri Sri Ravi Shankar ने एक साथ कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने जहां एक ओर Nepal Violence पर चिंता जताई, वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र के Vidarbha Farmers Suicide को लेकर गहरी वेदना व्यक्त की। श्री श्री रविशंकर का मानना है कि नेपाल की बढ़ती हिंसा केवल आंतरिक समस्या नहीं है, बल्कि इसके पीछे कोई International Conspiracy भी हो सकती है।
Explore Trending Stories:
Nepal Violence पर बोले Sri Sri Ravi Shankar – Youth Frustration बढ़ रहा
नेपाल की मौजूदा स्थिति पर अपनी बात रखते हुए श्री श्री रविशंकर ने कहा कि वहां के युवाओं में लगातार frustration बढ़ता जा रहा है। उन्हें मुख्यधारा में अवसर और प्रवेश न मिल पाने से असंतोष है। श्री श्री ने बताया कि नेपाल में उनके कई भक्त हैं और वे लगातार संपर्क में रहते हैं।
उन्होंने कहा कि जब भी कोई आंदोलन होता है, उसमें असामाजिक तत्व घुसकर हालात बिगाड़ देते हैं। ऐसे में यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो नेपाल की सामाजिक और राजनीतिक स्थिरता को खतरा हो सकता है।
उनका कहना था कि इस पूरे परिदृश्य में किसी international level की conspiracy की संभावना को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। नेपाल की राजनीति पहले से ही भारत और चीन के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रही है। ऐसे में युवाओं की नाराज़गी और असंतोष अंतरराष्ट्रीय ताकतों के लिए अवसर बन सकता है।
Also Read:
MSRDC Grouting Work Fact Check: अफवाहों से बचें, सच जानें!
Vidarbha में Farmers Suicide की चिंता
श्री श्री रविशंकर ने Vidarbha Farmers Suicide पर कहा कि किसानों का “आत्मबल छिन जाना” सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने दर्द जताते हुए कहा कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं, जो बहुत ही दुखद है।
उन्होंने याद किया कि करीब 10 साल पहले उन्होंने विदर्भ के 370 गांवों में पदयात्रा कर किसानों को समझाया था कि आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है। लेकिन अब फिर से किसानों, ठेकेदारों और व्यापारियों को “आत्मबल” देने की ज़रूरत है।
RSS Centenary और Mohan Bhagwat को शुभकामनाएँ
नागपुर प्रवास के दौरान श्री श्री रविशंकर ने RSS के 100 साल पूरे होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह संस्था लंबे समय से राष्ट्रहित और संस्कृति की रक्षा कर रही है।
इसके साथ ही उन्होंने संघ प्रमुख Mohan Bhagwat को जन्मदिन की शुभकामनाएँ दीं। जब पत्रकारों ने उनसे मोहन भागवत के “रिटायरमेंट वाले बयान” पर प्रतिक्रिया पूछी तो श्री श्री रविशंकर मुस्कुराकर हाथ जोड़कर आगे बढ़ गए।
Nepal Violence पर बोले Sri Sri Ravi Shankar कि यह केवल एक राजनीतिक या सामाजिक समस्या नहीं है, बल्कि युवाओं में लगातार बढ़ रहा frustration इसकी असली जड़ है। उन्होंने कहा कि जब भी नेपाल में कोई आंदोलन शुरू होता है तो असामाजिक ताकतें उसमें घुसकर माहौल बिगाड़ देती हैं, और इससे स्थिति और जटिल हो जाती है।
नागपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान Nepal Violence पर बोले Sri Sri Ravi Shankar कि हालात सामान्य दिखने के बावजूद इसके पीछे किसी international conspiracy की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उनके अनुसार, अगर युवाओं को अवसर और मार्गदर्शन नहीं मिला तो यह असंतोष नेपाल की स्थिरता के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है।
Nepal Violence पर बोले Sri Sri Ravi Shankar कि नेपाल में लगातार असंतोष और अशांति देखने को मिल रही है, और यह संकेत है कि युवाओं की ऊर्जा सही दिशा में नहीं जा रही। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय रहते समाधान नहीं निकाला गया तो यह असंतोष अंतरराष्ट्रीय ताकतों के लिए अवसर बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि शांति और संवाद ही नेपाल में स्थिरता का सबसे प्रभावी रास्ता हो सकता है।