शिलॉन्ग में गिरफ्तार हुए पांच संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक, पुलिस ने शुरू की गहन जांच
शिलॉन्ग (मेघालय), 28 अक्टूबर (PTI): मेघालय पुलिस ने सोमवार को एक संयुक्त अभियान के दौरान पांच संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये लोग बिना वैध यात्रा दस्तावेजों के भारत में प्रवेश कर यहां से बांग्लादेश लौटने की कोशिश कर रहे थे।
आईएसबीटी जंक्शन से हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई मावलाइ पुलिस और स्पेशल ऑपरेशंस टीम (SOT) की संयुक्त टीम द्वारा की गई।
ऑपरेशन के दौरान मावलाइ माविओंग स्थित आईएसबीटी जंक्शन पर एक टूरिस्ट टैक्सी की जांच की गई, जिसमें ये पांच लोग सवार थे।
आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान इस प्रकार की गई है —
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मुहम्मद फाजिद बिलुल (47 वर्ष)
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लेलेपा बेगम (40 वर्ष)
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मुसामत जहाना खातून (35 वर्ष)
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मुहम्मद आलमगीर मिया (25 वर्ष)
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मुहम्मद इमामुल हसन (18 वर्ष)
सभी आरोपी श्रीनगर से शिलॉन्ग पहुंचे थे और कथित तौर पर बांग्लादेश की ओर वापस जा रहे थे, लेकिन उनके पास कोई पासपोर्ट या वैध दस्तावेज़ नहीं था।
दस्तावेज़ दिखाने में नाकाम
पुलिस के अनुसार, जब जांच टीम ने उनसे यात्रा दस्तावेज़ मांगे, तो कोई भी आरोपी पासपोर्ट या पहचान प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सका।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें मौके पर हिरासत में ले लिया।
पुलिस की कार्रवाई और मुकदमा दर्ज
सिटी एसपी विवेक सिएम ने बताया कि इस मामले में मावलाइ थाना में आपराधिक मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है।
उन्होंने कहा, “हमें गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ विदेशी नागरिक बिना वैध कागज़ात के यात्रा कर रहे हैं। उसी आधार पर संयुक्त जांच अभियान चलाया गया और पांचों को गिरफ्तार किया गया।”
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
गिरफ्तारी के बाद सभी संदिग्धों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत (Judicial Custody) में भेज दिया गया।
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि ये लोग कब और कैसे भारतीय सीमा में दाखिल हुए, और क्या इनके संपर्क किसी अवैध नेटवर्क या एजेंट से जुड़े हैं।
सीमा सुरक्षा और बढ़ी सतर्कता
इस घटना के बाद सीमा सुरक्षा बल (BSF) और स्थानीय पुलिस ने भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी है।
ऐसे मामलों में बीएसएफ और मेघालय पुलिस लगातार समन्वय में रहकर विदेशी नागरिकों के अवैध प्रवेश पर निगरानी रख रही है।
संभावित नेटवर्क की जांच जारी
जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि क्या यह समूह किसी मानव तस्करी या जासूसी नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।
फिलहाल, पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि उनके भारत में आने के मार्ग और उद्देश्य की जानकारी मिल सके।
निष्कर्ष:
शिलॉन्ग में पकड़े गए पांच संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों का मामला राज्य सुरक्षा और सीमा प्रबंधन के लिए एक चेतावनी है।
मेघालय पुलिस की त्वरित कार्रवाई से संभावित अवैध गतिविधि को रोक लिया गया, लेकिन यह मामला फिर से सुरक्षा तंत्र की सतर्कता पर सवाल खड़ा करता है कि विदेशी नागरिक बिना दस्तावेज़ भारत तक कैसे पहुंचे।