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अयोध्या में परिवहन सुविधाओं का आधुनिक विकास, भक्तों की यात्रा हुई आसान

Ayodhya Transport: राम मंदिर के बाद अयोध्या में आधुनिक परिवहन का विकास
Ayodhya Transport: राम मंदिर के बाद अयोध्या में आधुनिक परिवहन का विकास (File Photo)
राम मंदिर के निर्माण के बाद अयोध्या में भक्तों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए आधुनिक परिवहन सुविधाओं का विकास किया गया है। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सालाना 60 लाख यात्रियों की सेवा करता है। 240 करोड़ से विकसित अयोध्या धाम जंक्शन तीन मंजिला ग्रीन स्टेशन है। रामपथ, भक्तिपथ जैसी आधुनिक सड़कों और 67.57 किलोमीटर के ग्रीनफील्ड बाईपास ने यात्रा समय में 66.67% की कमी की है। अब अयोध्या पहुंचना अधिक सुविधाजनक, तेज और आरामदायक हो गया है।
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राम मंदिर के निर्माण के बाद से अयोध्या देश और दुनिया भर के भक्तों के लिए सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक बन गया है। हर दिन हजारों श्रद्धालु इस पवित्र नगरी में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इस बढ़ती संख्या को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार ने अयोध्या में परिवहन की सुविधाओं को पूरी तरह से बदल दिया है। अब अयोध्या पहुंचना न केवल आसान हो गया है, बल्कि यात्रा का पूरा अनुभव ही बदल गया है।

आधुनिक हवाई अड्डे से लेकर विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन और चौड़ी सड़कों तक, सब कुछ नए रूप में तैयार है। यह बदलाव न केवल भक्तों की सुविधा के लिए है, बल्कि अयोध्या को एक आधुनिक और विकसित शहर के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा – आकाश से जुड़ा अयोध्या

अयोध्या का महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अब शहर की नई पहचान बन चुका है। यह हवाई अड्डा केवल एक साधारण एयरपोर्ट नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का एक खूबसूरत मिश्रण है। इसका टर्मिनल करीब 6,500 वर्ग मीटर में फैला हुआ है और इसकी डिजाइन श्रीराम मंदिर की वास्तुकला से प्रेरित है।

हवाई अड्डे की विशेषताएं

इस हवाई अड्डे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह सालाना 60 लाख यात्रियों को सेवा देने की क्षमता रखता है। यह संख्या लगातार बढ़ रही है और भविष्य में इसे और बढ़ाने की योजना है। बड़े विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ की सुविधा के साथ यहां अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी संचालित होती हैं।

दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता जैसे बड़े शहरों से सीधी फ्लाइट्स अब उपलब्ध हैं। इसके अलावा नेपाल और अन्य पड़ोसी देशों से भी सीधी कनेक्टिविटी की योजना बनाई जा रही है। यह सुविधा विदेशी पर्यटकों और एनआरआई भक्तों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रही है।

हवाई अड्डे पर आधुनिक सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सुथरे लाउंज, भोजन की सुविधा और त्वरित बैगेज हैंडलिंग सिस्टम मौजूद है। यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया है।

अयोध्या धाम जंक्शन – रेल यात्रा में नया अनुभव

ट्रेन से यात्रा करने वालों के लिए अयोध्या धाम जंक्शन एक नया और शानदार अनुभव लेकर आया है। 240 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बने इस तीन मंजिला स्टेशन को IGBC ग्रीन स्टेशन का प्रमाणन मिला है, जो इसकी पर्यावरण के प्रति जागरूकता को दर्शाता है।

रेलवे स्टेशन की सुविधाएं

अयोध्या धाम जंक्शन में यात्रियों के लिए हर छोटी-बड़ी सुविधा उपलब्ध है। लिफ्ट और एस्केलेटर की सुविधा से बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों को विशेष सहायता मिलती है। चाइल्ड केयर रूम, क्लॉक रूम, वेटिंग रूम और साफ-सुथरे शौचालय यात्रा को आरामदायक बनाते हैं।

स्टेशन पर उच्च गुणवत्ता के भोजन की व्यवस्था, पीने के पानी के फिल्टर, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स और वाईफाई की सुविधा भी है। प्लेटफॉर्म चौड़े और साफ हैं, जिससे भीड़ के समय भी यात्रियों को परेशानी नहीं होती।

बेहतर कनेक्टिविटी

करीब 2300 करोड़ रुपए की तीन नई रेल परियोजनाओं ने अयोध्या को लखनऊ, दिल्ली, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज और मुंबई जैसे बड़े शहरों से बेहतर तरीके से जोड़ दिया है। अब कई नई एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनें अयोध्या होते हुए गुजरती हैं, जिससे यात्रियों को अधिक विकल्प मिलते हैं।

वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों की शुरुआत ने यात्रा को और भी आरामदायक और तेज बना दिया है।

आधुनिक सड़कें – शहर के भीतर आसान आवागमन

अयोध्या की सड़कों में भी बड़ा बदलाव देखने को मिला है। रामपथ, भक्तिपथ, धर्मपथ और श्रीराम जन्मभूमि पथ जैसे नए मार्गों ने शहर के भीतर आवाजाही को बेहद आसान कर दिया है।

सड़कों की खासियत

ये सड़कें न केवल चौड़ी हैं, बल्कि इनकी गुणवत्ता भी उच्च स्तर की है। स्ट्रीट लाइट्स, सीसीटीवी कैमरे, ट्रैफिक सिग्नल और पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ की व्यवस्था पूरी तरह से की गई है। मंदिर तक पहुंचने में अब बहुत कम समय लगता है।

लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर और दिल्ली से सड़क मार्ग के जरिए अयोध्या पहुंचना अब बेहद सुविधाजनक हो गया है। UPSRTC की 24 घंटे उपलब्ध बस सेवा ने कम बजट में यात्रा करने वाले लोगों के लिए भी यात्रा आसान बना दी है।

त्योहारों और विशेष अवसरों पर जब लाखों भक्त एक साथ आते हैं, तब भी ये चौड़ी सड़कें ट्रैफिक को बखूबी संभाल लेती हैं।

ग्रीनफील्ड बाईपास – तेज रफ्तार यात्रा का नया रास्ता

अयोध्या की तेज और सुविधाजनक यात्रा में सबसे बड़ा योगदान 67.57 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड बाईपास का है। यह आधुनिक हाईवे शहर को लखनऊ, बस्ती और गोंडा से हाई-स्पीड नेटवर्क से जोड़ता है।

यात्रा में आई तेजी

इस बाईपास के निर्माण से यात्रा का समय 66.67 प्रतिशत तक कम हुआ है। वहीं वाहनों की औसत गति में 250 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसका मतलब है कि जो यात्रा पहले कई घंटे लेती थी, अब वह आधे से भी कम समय में पूरी हो जाती है।

यह बाईपास न केवल समय बचाता है, बल्कि ईंधन की बचत और प्रदूषण में कमी लाने में भी मददगार है। यात्रा का अनुभव अब अधिक सुरक्षित और सुखद हो गया है।

पर्यटन को बढ़ावा देने में भी इस बाईपास की बड़ी भूमिका है। व्यापारिक गतिविधियां तेज हुई हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिल रहा है।

अयोध्या में हुए परिवहन के विकास ने शहर को पूरी तरह से बदल दिया है। अब यह केवल एक धार्मिक स्थल नहीं रहा, बल्कि एक आधुनिक और सुविधाजनक शहर के रूप में उभर रहा है। हवाई अड्डा, रेलवे जंक्शन, आधुनिक सड़कें और तेज बाईपास – सभी ने मिलकर यात्रियों के अनुभव को श्रेष्ठ बना दिया है। अब अयोध्या जाना सिर्फ एक यात्रा नहीं, एक सुखद अनुभव बन गया है।

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Asfi Shadab

Writer, thinker, and activist exploring the intersections of sports, politics, and finance.