उपद्रव के बाद प्रशासन एक्शन मोड में
बरेली में हाल ही में हुए उपद्रव के बाद प्रशासन पूरी तरह सख्त रुख अपनाए हुए है। पुलिस, राजस्व विभाग और विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने संयुक्त अभियान शुरू कर दिया है, ताकि शहर में उपद्रवियों की कोई भी अवैध संपत्ति बच न सके। सूत्रों के अनुसार, प्रशासन ने अब तक कई ऐसे निर्माणों की पहचान कर ली है, जो उपद्रवियों से जुड़े बताए जा रहे हैं।
मौलाना तौकीर के करीबी नफीस का ‘रजा पैलेस’ ध्वस्त
कार्रवाई की शुरुआत शनिवार को मौलाना तौकीर के करीबी नफीस के अवैध रजा पैलेस को तोड़ने से हुई। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, इस इमारत के निर्माण में न तो आवश्यक स्वीकृतियाँ ली गई थीं और न ही किसी नियामक प्राधिकरण की अनुमति।
नगर निगम, बीडीए और राजस्व विभाग की टीम ने पुलिस बल की मौजूदगी में यह कार्रवाई पूरी की।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर संयुक्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बाद, अब अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाने की जिम्मेदारी संयुक्त विभागीय टीमों को दी गई है। सीएम ने यह स्पष्ट किया है कि उपद्रव फैलाने वालों को सिर्फ कानूनी ही नहीं, बल्कि आर्थिक चोट भी दी जाएगी। इसी के तहत, बरेली में एक समन्वित कार्रवाई योजना लागू की जा रही है।
पुलिस और राजस्व विभाग की टीम सूची बना रही है
सूत्रों के अनुसार, पुलिस और राजस्व विभाग मिलकर उपद्रवियों के अवैध निर्माणों की सूची तैयार कर रहे हैं। हर थाना क्षेत्र के इंस्पेक्टर और बीट सिपाहियों को इस काम में लगाया गया है। उनका काम इलाके में संदिग्ध और अवैध निर्माणों की पहचान करना और रिपोर्ट तैयार करना है।
यह सूची तैयार होने के बाद बीडीए और नगर निगम इन पर सीलिंग और ध्वस्तीकरण कार्रवाई करेंगे।
“एक भी उपद्रवी न बच पाए” – प्रशासन का लक्ष्य
प्रशासन का उद्देश्य स्पष्ट है — किसी भी उपद्रवी की अवैध संपत्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब कोई भी व्यक्ति अगर भविष्य में अशांति फैलाने की कोशिश करेगा तो पहले ही उसके आर्थिक संसाधनों पर कार्रवाई होगी, ताकि वह दोबारा उपद्रव करने की हिम्मत न जुटा सके।
एसएसपी ने दी जानकारी
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि उपद्रव में शामिल सभी आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा —
“पुलिस, बीडीए, राजस्व विभाग और नगर निगम — सभी विभागों के समन्वय से विधिक कार्रवाई जारी है। जिनके अवैध निर्माण मिले हैं, उन्हें चिन्हित कर ध्वस्त किया जा रहा है।”
“आई लव मुहम्मद” पोस्टर विवाद के बाद बढ़ा तनाव
दरअसल, यह पूरा मामला उस विवाद के बाद बढ़ा जब “आई लव मुहम्मद” पोस्टर लगाने को लेकर एक मौलाना ने पुलिस के हाथ काटने की धमकी दी थी। उसके बाद शहर के कई हिस्सों में उपद्रव हुआ। इस घटना के बाद से ही प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया और उपद्रवियों पर कानूनी व प्रशासनिक कार्रवाई शुरू कर दी।
नतीजा — बुलडोजर की गरज से डरे उपद्रवी
शहर में लगातार प्रशासनिक एक्शन से माहौल सख्त हो गया है। जिन लोगों पर उपद्रव में शामिल होने के आरोप हैं, वे अब बुलडोजर कार्रवाई के डर में हैं।
सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में कई और अवैध इमारतों पर बुलडोजर चलाया जाएगा।
बरेली प्रशासन का यह रुख साफ संदेश देता है कि अब अराजकता फैलाने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। प्रशासन कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कानूनी के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर भी सख्त कार्रवाई करने को तैयार है।