देश को मिली चार नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात
New Vande Bharat Trains 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से चार नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर देश को एक और बड़ी सौगात दी है। इन ट्रेनों के शुरू होने से उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक यात्रियों की सुविधा में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
नई वंदे भारत ट्रेनों के मार्ग होंगे — वाराणसी-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, दिल्ली-फिरोजपुर और बेंगलुरु-एर्नाकुलम। यह कदम भारत में तेज़, सुरक्षित और स्वदेशी तकनीक से विकसित रेल सेवाओं के विस्तार की दिशा में एक और बड़ा कदम है।
वाराणसी-खजुराहो वंदे भारत ट्रेन: तीर्थयात्रियों के लिए सौगात
वाराणसी और खजुराहो दोनों ही धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण स्थल हैं। इस ट्रेन के शुरू होने से वाराणसी से खजुराहो की यात्रा का समय लगभग 2 घंटे 40 मिनट तक घट जाएगा।
यह ट्रेन प्रयागराज, चित्रकूट धाम, बांदा और महोबा जैसे प्रमुख तीर्थ शहरों से होकर गुज़रेगी। इन शहरों को जोड़ने से धार्मिक पर्यटन को बड़ी बढ़त मिलने की संभावना है।

New Vande Bharat Trains 2025: लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत ट्रेन: पश्चिम और पूर्व यूपी का सेतु
उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख हिस्सों को जोड़ने वाली यह ट्रेन लखनऊ से सहारनपुर तक मात्र 7 घंटे 45 मिनट में यात्रा पूरी करेगी। इससे लगभग 1 घंटे का समय बचेगा।
यह ट्रेन सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद और बिजनौर से होकर गुज़रेगी। भविष्य में इसे रुड़की के रास्ते हरिद्वार से जोड़ने की भी योजना है, जिससे धार्मिक पर्यटन को नया आयाम मिलेगा।
दिल्ली-फिरोजपुर वंदे भारत ट्रेन: पंजाब और राजधानी के बीच तेज़ संपर्क
राजधानी दिल्ली से पंजाब के सीमावर्ती ज़िले फिरोजपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन अब 6 घंटे 40 मिनट में सफर पूरा करेगी।
यह ट्रेन पटियाला, बठिंडा जैसे बड़े औद्योगिक शहरों को दिल्ली से जोड़ेगी। इससे पंजाब के व्यापार, उद्योग और पर्यटन को नई रफ्तार मिलेगी।
बेंगलुरु-एर्नाकुलम वंदे भारत ट्रेन: दक्षिण भारत के तीन राज्यों का संगम
प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल से दक्षिण भारत को भी एक नई आधुनिक रेल सुविधा मिली है। बेंगलुरु से एर्नाकुलम के बीच चलने वाली यह वंदे भारत ट्रेन लगभग 8 घंटे 40 मिनट में यात्रा पूरी करेगी, जो मौजूदा समय से करीब 2 घंटे कम है।
यह ट्रेन कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल — तीन राज्यों से होकर गुज़रेगी और क्षेत्रीय आर्थिक जुड़ाव को मजबूत बनाएगी।
यात्रा समय और मार्ग विवरण
| मार्ग | समय (लगभग) | प्रमुख स्टेशन |
|---|---|---|
| वाराणसी–खजुराहो | 7 घंटे 40 मिनट | वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट धाम, बांदा, महोबा, खजुराहो |
| लखनऊ–सहारनपुर | 7 घंटे 45 मिनट | लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, नाजिबाबाद, रुड़की, सहारनपुर |
| दिल्ली–फिरोजपुर | 6 घंटे 40 मिनट | दिल्ली, पटियाला, बठिंडा, फिरोजपुर कैंट |
| बेंगलुरु–एर्नाकुलम | 8–9 घंटे | बेंगलुरु, जोलारपेट्टई, सेलम, इरोड, कोयंबटूर, पलक्कड़, एर्नाकुलम |

वंदे भारत: आत्मनिर्भर भारत की पहचान
वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण पूरी तरह से भारत में किया जा रहा है। इन ट्रेनों में अत्याधुनिक तकनीक, आरामदायक सीटें, स्वचालित दरवाजे और सुरक्षा सेंसर जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि वंदे भारत भारत की प्रगति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। इन ट्रेनों से न केवल यात्रा का समय घटा है, बल्कि लोगों के बीच विश्वास भी बढ़ा है कि भारतीय रेल अब आधुनिकता की दिशा में अग्रसर है।
पर्यटन और अर्थव्यवस्था को नया बल
New Vande Bharat Trains 2025: नई वंदे भारत ट्रेनों से पर्यटन, व्यापार और क्षेत्रीय संपर्क को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। वाराणसी-खजुराहो जैसे धार्मिक मार्गों से श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी, वहीं दिल्ली-फिरोजपुर ट्रेन से पंजाब के व्यापारिक वर्ग को लाभ मिलेगा।
दक्षिण भारत में बेंगलुरु-एर्नाकुलम मार्ग से राज्यों के बीच उद्योग, शिक्षा और आईटी सेक्टर में सहयोग और बढ़ेगा।