अशोकनगर इलाके में एक नाबालिग लड़की के अचानक लापता हो जाने से पूरे क्षेत्र में चिंता का माहौल बन गया था। परिवार की बेचैनी, आसपास के लोगों की बातें और तरह-तरह की आशंकाओं के बीच आखिरकार पुलिस की सक्रियता से लड़की को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। लेकिन इस बरामदगी के बाद जो सच्चाई सामने आई, उसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया।
यह मामला केवल एक लड़की के लापता होने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इससे बारासात के फॉर्च्यून टाउनशिप में चल रहे एक बॉडी मसाज पार्लर की असलियत भी सामने आ गई। पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्लर के मालिक सहित कुल 16 लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस जांच से खुला पूरा मामला
उत्तर 24 परगना जिले के अशोकनगर थाना क्षेत्र से एक नाबालिग लड़की के लापता होने की लिखित शिकायत उसके परिवार ने थाने में दर्ज कराई थी। शिकायत मिलते ही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत जांच शुरू की। पुलिस ने आसपास के इलाकों में पूछताछ की और लड़की की तलाश तेज कर दी।
कुछ ही समय में पुलिस को सफलता मिली और नाबालिग लड़की को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। इसके बाद पुलिस ने उससे बातचीत की और यह जानने की कोशिश की कि वह कहां गई थी और कैसे लापता हुई थी। पुलिस की पूछताछ में लड़की ने जो बातें बताईं, वे चौंकाने वाली थीं।
लड़की के बयान से सामने आई सच्चाई
पुलिस पूछताछ के दौरान नाबालिग लड़की ने बताया कि वह बारासात के काजीपाड़ा इलाके में स्थित फॉर्च्यून टाउनशिप के एक बॉडी मसाज पार्लर में काम करती थी। उसने यह भी बताया कि वह वहां किस तरह पहुंची और वहां क्या-क्या होता था। लड़की के बयान के आधार पर पुलिस को शक हुआ कि इस मसाज पार्लर के पीछे कुछ गलत चल रहा है।
लड़की की बातों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई। रविवार की शाम करीब पांच बजे पुलिस की एक टीम ने अचानक फॉर्च्यून टाउनशिप स्थित उस बॉडी मसाज पार्लर पर छापा मारा।
फॉर्च्यून टाउनशिप में अचानक पुलिस की छापेमारी
पुलिस जब मसाज पार्लर के अंदर पहुंची, तो वहां का नजारा देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उस समय पार्लर के अंदर मालिक सहित 11 लड़कियां और 4 लड़के मौजूद थे। पुलिस ने सभी से मौके पर ही पूछताछ शुरू की।
पुलिस का कहना है कि मसाज पार्लर की आड़ में वहां गलत काम चलने की शिकायत पहले से मिल रही थी। छापेमारी के दौरान कई अहम बातें सामने आईं, जिसके बाद पुलिस ने पार्लर के मालिक को हिरासत में ले लिया और उसे अशोकनगर थाने ले जाया गया।
महिला पुलिस की मौजूदगी में जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया। महिला पुलिस ने पार्लर के अंदर मौजूद 11 लड़कियों से बात की और पूरी स्थिति को समझने की कोशिश की। इसके बाद सभी 11 लड़कियों और 4 लड़कों को भी पूछताछ के लिए अशोकनगर थाने ले जाया गया।
इस तरह कुल 16 लोगों को हिरासत में लिया गया। पुलिस का कहना है कि सभी से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि यह पूरा नेटवर्क कब से चल रहा था और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं।
अवैध धंधे का शक गहराया
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बॉडी मसाज पार्लर की आड़ में यहां अवैध देह व्यापार चलने का शक है। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि यहां काम करने वाली कई लड़कियां उत्तर 24 परगना जिले के अलग-अलग इलाकों से लाई जाती थीं।
बताया जा रहा है कि बिराटी, न्यू बैरकपुर, काजीपाड़ा, हाबरा और अशोकनगर जैसे इलाकों से लड़कियां यहां काम के नाम पर आती थीं। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इन लड़कियों को किस तरह यहां लाया जाता था और उन्हें क्या लालच दिया जाता था।
स्थानीय लोगों ने क्या कहा
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों की भी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। फॉर्च्यून टाउनशिप के कुछ निवासियों ने बताया कि करीब सात से आठ महीने पहले यहां दो बॉडी मसाज पार्लर खुले थे। शुरुआत में लोगों को लगा कि यह सामान्य पार्लर हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां रोज नई-नई लड़कियों का आना-जाना लगा रहता था। कभी-कभी वही लड़कियां दोबारा भी दिखाई देती थीं। हालांकि, किसी को यह अंदाजा नहीं था कि यहां इस तरह का गलत काम चल रहा है।
पुलिस कार्रवाई से लोगों में संतोष
एक अन्य स्थानीय निवासी ने बताया कि उन्हें काफी समय से शक था कि पार्लर के नाम पर यहां गलत काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सही समय पर सही कार्रवाई की है। इससे इलाके में गलत काम करने वालों को साफ संदेश गया है कि कानून से कोई नहीं बच सकता।
लोगों का मानना है कि ऐसी कार्रवाई से समाज में अच्छा माहौल बनेगा और भविष्य में इस तरह के काम करने से लोग डरेंगे।
आगे की जांच जारी
फिलहाल पुलिस सभी हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस पूरे मामले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और क्या किसी बड़े गिरोह का इससे संबंध है।
पुलिस का कहना है कि नाबालिग लड़की को सुरक्षित उसके परिवार के पास पहुंचाया जाएगा और उसके बयान के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि शहरों और कस्बों में इस तरह के धंधे किस तरह छुपकर चल रहे हैं और उन्हें रोकने के लिए और सख्त निगरानी की जरूरत है।