जगदीप धनखड़ का कर्तव्यबोध: मंच से दिया दृढ़ संदेश, तालियों से गूंजा परिसर
कार्यक्रम में जगदीप धनखड़ का सशक्त संबोधन नई दिल्ली के पुस्तक विमोचन समारोह में पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का संबोधन न केवल गंभीर चिंतन प्रस्तुत करता है, बल्कि हास्य, स्पष्टवादिता और कर्तव्यनिष्ठा के अनूठे मिश्रण का उदाहरण भी बन गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक