अफगानी सेना के ऑपरेशन में 15 पाकिस्तानी सैनिक ढेर, दुरंड रेखा पर बढ़ता तनाव
1. आधी रात को अफगानी सेना ने खोला मोर्चा
शनिवार की देर रात पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर स्थिति अचानक बिगड़ गई। अफगानी सेना ने दुरंड रेखा के पार कई पाकिस्तानी चौकियों पर हमला कर दिया। अंगूर अड्डा, बाजौर, कुर्रम, दीर, चित्राल और बलूचिस्तान क्षेत्रों में दोनों सेनाओं के बीच गोलाबारी हुई। अफगान बलों ने दावा किया कि उन्होंने कई पाक चौकियों पर नियंत्रण कर लिया है।
इस हमले में 15 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए जबकि कई घायल बताए जा रहे हैं।
2. पाकिस्तान का जवाबी हमला
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अफगान चौकियों पर भी भारी बमबारी की। पाकिस्तानी वायु सेना ने दावा किया कि उन्होंने “दुश्मन की कई चौकियों को तबाह” कर दिया है।
हालांकि, इस कार्रवाई में नागरिक क्षेत्रों को नुकसान पहुंचने की खबरों ने अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ा दी है।
3. पाकिस्तान का तर्क: अफगानिस्तान दे रहा है शरण
पाकिस्तानी गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी सेना “ईंट का जवाब पत्थर से दे रही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकियों को अपने यहां शरण दे रहा है, जो पाकिस्तान में हमले कर रहे हैं।
नकवी ने कहा —
“अफगानिस्तान रिहायशी इलाकों पर गोलाबारी कर रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। पाकिस्तान अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएगा।”
4. अफगानिस्तान की चेतावनी
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायत खोवाराजम ने बयान जारी करते हुए कहा —
“हमने अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई की है। अगर पाकिस्तान ने दोबारा सीमा का उल्लंघन किया, तो उसे पहले से भी कड़ा जवाब मिलेगा।”
अफगानी अधिकारियों ने दावा किया कि उन्होंने कई हथियार और गोला-बारूद जब्त किए हैं, और दुरंड रेखा पर उनकी पकड़ मजबूत हुई है।
5. दुरंड रेखा पर पुराने तनाव की नई कड़ी
दुरंड रेखा (Durand Line) 1893 में ब्रिटिश शासनकाल में खींची गई थी, जो आज भी दोनों देशों के बीच विवाद का विषय है। अफगानिस्तान इसे कभी औपचारिक रूप से मान्यता नहीं देता, जबकि पाकिस्तान इसे अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमा मानता है।
पिछले कई वर्षों में इसी रेखा पर बार-बार संघर्ष की घटनाएँ हुई हैं, लेकिन 2025 का यह हमला अब तक का सबसे बड़ा माना जा रहा है।
वेब स्टोरी:
6. अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र और कई पश्चिमी देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह संघर्ष क्षेत्रीय स्थिरता और दक्षिण एशिया की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।
रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि यदि हालात नहीं संभाले गए तो पाक-अफगान सीमा एक नए युद्ध क्षेत्र में बदल सकती है, जो पूरे मध्य एशिया के लिए अस्थिरता का कारण बनेगी।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच दुरंड रेखा पर तनाव नया नहीं है, लेकिन इस बार स्थिति अधिक गंभीर दिखाई दे रही है। दोनों देशों के बीच भरोसे की कमी और आतंकवाद के आरोपों ने इस संघर्ष को और जटिल बना दिया है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर अब काबुल और इस्लामाबाद के अगले कदमों पर टिकी है — क्योंकि यह संघर्ष सिर्फ दो देशों का नहीं, बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई क्षेत्र की शांति और सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।