अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का दावा | Trump Claims Tariff
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में एक बार फिर यह दावा किया कि उनकी टैरिफ नीतियों ने मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को रोक दिया। ट्रम्प ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव उस समय चरम पर था, जब कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 28 नागरिकों की जान गई। ट्रम्प का यह दावा दुनिया के कई राजनीतिक और सुरक्षा विशेषज्ञों के बीच चर्चा का विषय बन गया। उन्होंने यह भी कहा कि उनके द्वारा लागू की गई आर्थिक और व्यापारिक नीतियों ने दोनों देशों को प्रत्यक्ष युद्ध में जाने से रोका।
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भारत का खारिज करना
भारतीय अधिकारियों ने ट्रम्प के इस दावे को पूरी तरह असत्य बताते हुए खारिज कर दिया। भारतीय वायुसेना के चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने स्पष्ट किया कि संकट का समाधान ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से हुआ। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी सैन्य ढांचे और जेट्स पर सटीक हवाई हमले किए, जिससे पाकिस्तान पर दबाव बना और दो-तरफा बातचीत के माध्यम से मई 10 को सीजफायर तय हुआ।
भारतीय विदेश मंत्रालय समेत अन्य अधिकारी भी इस बात पर अड़े हुए हैं कि इस विवाद में किसी भी अमेरिकी या बाहरी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं थी। भारत का कहना है कि तनाव का समाधान पूरी तरह से देशीय सैन्य कार्रवाई और कूटनीतिक प्रयासों से हुआ।
ऑपरेशन सिंदूर की भूमिका
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने न केवल पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को क्षतिग्रस्त किया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्पर और सक्षम है। इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान को मजबूर होना पड़ा कि वह दो-तरफा वार्ता की मेज पर आए। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, यह ऑपरेशन पूरी तरह से सटीक और नियंत्रित था, जिससे नागरिक नुकसान को न्यूनतम रखा गया और सैन्य संतुलन बनाए रखा गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर ने संकट को बढ़ने से रोका और भारत के रणनीतिक दृष्टिकोण और सैन्य क्षमता को भी विश्व स्तर पर प्रदर्शित किया। इस ऑपरेशन ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत की कार्रवाई स्वतंत्र, संगठित और पेशेवर थी, जबकि किसी बाहरी देश का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं था।
ट्रम्प के दावे पर सवाल
ट्रम्प के दावे ने वैश्विक मंच पर भारत-पाकिस्तान संबंधों और अंतरराष्ट्रीय नीतियों पर बहस छेड़ दी है। कई विश्लेषक कहते हैं कि ट्रम्प का यह कथन वास्तविक घटनाओं के संदर्भ से अलग है और इसका उद्देश्य केवल अपनी नीतियों को ग्लोबल पॉलिटिक्स में महत्त्वपूर्ण दिखाना हो सकता है।
भारतीय सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रम्प के दावे में तथ्य की कमी है। उन्होंने कहा कि भारत की कार्रवाई स्वतंत्र और रणनीतिक थी, और संकट की समाप्ति केवल भारत और पाकिस्तान के बीच प्रत्यक्ष वार्ता और सैन्य कार्रवाई के कारण संभव हुई।
वैश्विक दृष्टिकोण और सबक
मई 2025 का भारत-पाक संकट यह दर्शाता है कि सटीक सैन्य कार्रवाई, रणनीतिक कूटनीति और शांति प्रयास ही किसी भी तनावपूर्ण स्थिति को नियंत्रित कर सकते हैं। इसके साथ ही यह भी स्पष्ट हुआ कि बाहरी देशों के हस्तक्षेप के बिना भी दोनों देशों में सीमित और नियंत्रित संघर्ष समाधान संभव है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रम्प के दावे के बावजूद, वास्तविक सफलता भारत की ऑपरेशन सिंदूर रणनीति, सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता और कूटनीतिक पहल में थी। इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि स्थानीय कार्रवाई और निर्णय-क्षमता किसी भी बाहरी कथन या दावे से अधिक निर्णायक होती है।
वेब स्टोरी:
मई 2025 का भारत-पाक संकट और ट्रम्प का दावा दोनों ही वैश्विक चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। हालांकि ट्रम्प ने अपने टैरिफ नीतियों को दुनिया को बताने का प्रयास किया, लेकिन भारत के अधिकारियों और विशेषज्ञों के अनुसार सत्य और वास्तविक नियंत्रण भारत की सैन्य और कूटनीतिक रणनीति में निहित था। ऑपरेशन सिंदूर ने यह साबित किया कि भारत न केवल अपने नागरिकों की सुरक्षा में सक्षम है, बल्कि किसी भी संकट में सटीक, निर्णायक और आत्मनिर्भर कार्रवाई कर सकता है।
इस प्रकार, यह घटना वैश्विक राजनीति और सुरक्षा रणनीतियों के लिए एक महत्वपूर्ण सबक भी बन गई है, जो दिखाती है कि सशक्त राष्ट्रीय नीति और कुशल सैन्य कार्रवाई ही किसी भी अंतरराष्ट्रीय संकट का वास्तविक समाधान हैं।