ट्रंप और ताकाइची की ऐतिहासिक मुलाकात
टोक्यो, 28 अक्टूबर: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को जापान की नई प्रधानमंत्री साने ताकाइची के साथ एक ऐतिहासिक बैठक की, जिसे दोनों देशों के रिश्तों के नए “स्वर्ण युग” की शुरुआत माना जा रहा है। ताकाइची, जो हाल ही में जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी हैं, ने ट्रंप के साथ मैत्रीपूर्ण और रणनीतिक बातचीत की, जिसमें व्यापार, ऊर्जा और रक्षा सहयोग जैसे कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी।
दोनों नेताओं की यह बैठक न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रही, बल्कि इसे एशिया-अमेरिका संबंधों में एक नया मोड़ भी माना जा रहा है।

550 अरब डॉलर के निवेश का बड़ा ऐलान
बैठक के बाद ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की कि जापान अमेरिका में लगभग 550 अरब डॉलर का निवेश करेगा। इस निवेश के तहत न्यूक्लियर, टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी परियोजनाओं में पूंजी लगाई जाएगी।
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लूटनिक ने बताया कि यह निवेश वेस्टिंगहाउस और जीई वर्नोवा जैसी कंपनियों के साथ मिलकर किया जाएगा, जिनमें से प्रत्येक परियोजना लगभग 100 अरब डॉलर की होगी।
ट्रंप ने जापानी उद्योगपतियों से कहा, “आप बेहतरीन कारोबारी हैं। हमारा देश आपको कभी निराश नहीं करेगा।”
ताकाइची का ट्रंप के प्रति विशेष सम्मान
साने ताकाइची ने बैठक में ट्रंप के साथ गहरी आत्मीयता दिखाई। उन्होंने ट्रंप को उनके पसंदीदा खेल बेसबॉल से जुड़ी बातें सुनाईं, साथ ही जापान की ओर से अमेरिका के 250वें स्वतंत्रता दिवस पर 250 चेरी के पेड़ और आतिशबाज़ी उपहार देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे अक्सर आपकी गतिशील कूटनीति के बारे में बात किया करते थे।” ताकाइची ने ट्रंप को वही गोल्फ पटर भेंट किया, जिसका इस्तेमाल आबे ने किया था।
ट्रंप ने भी ताकाइची की प्रशंसा करते हुए कहा, “यह बहुत बड़ी बात है कि आप जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं। अमेरिका, जापान के साथ अपनी साझेदारी को सबसे ऊंचे स्तर पर ले जाएगा।”

रक्षा और रणनीतिक सहयोग पर गहन चर्चा
ट्रंप और ताकाइची ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों पर भी चर्चा की। ताकाइची ने स्पष्ट किया कि जापान शांति स्थापित करने के लिए सक्रिय भूमिका निभाना चाहता है।
इसके अलावा, दोनों नेताओं ने दुर्लभ खनिजों और ‘क्रिटिकल मिनरल्स’ के उत्पादन और आपूर्ति पर सहयोग समझौते पर भी हस्ताक्षर किए। यह समझौता वैश्विक आपूर्ति शृंखला में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अहम माना जा रहा है।
‘गोल्डन एज’ की ओर बढ़ते संबंध
दोनों देशों ने संयुक्त रूप से एक नए समझौते की घोषणा की, जिसे उन्होंने “गोल्डन एज” की शुरुआत बताया। इस समझौते के तहत अमेरिका जापान से आयातित वस्तुओं पर 15 प्रतिशत टैक्स लगाएगा, जबकि जापान अमेरिका में निवेश के लिए 550 अरब डॉलर की फंडिंग करेगा।
शाम को अमेरिकी दूतावास में आयोजित रात्रिभोज में ट्रंप ने कहा, “आज हम न केवल व्यापार की बात कर रहे हैं, बल्कि दो लोकतंत्रों के बीच भरोसे और विकास की साझेदारी की नई कहानी लिख रहे हैं।”
रात्रिभोज में एप्पल के सीईओ टिम कुक समेत कई वैश्विक उद्योगपति मौजूद थे।
नौसेना बेस पर ट्रंप और ताकाइची की उपस्थिति
ट्रंप ने ताकाइची के साथ अमेरिकी नौसेना के विमानवाहक पोत यूएसएस जॉर्ज वाशिंगटन का दौरा किया। दोनों नेताओं ने अमेरिकी सैनिकों को संबोधित किया। ताकाइची ने कहा कि जापान अपनी रक्षा क्षमता को और मजबूत करेगा, जबकि ट्रंप ने सहयोग का भरोसा दिया।
ट्रंप ने कहा, “जापान हमारे लिए सिर्फ एक सहयोगी नहीं, बल्कि एक विश्वसनीय मित्र है।”
एशिया यात्रा का अगला पड़ाव
ट्रंप बुधवार को जापान से दक्षिण कोरिया जाएंगे, जहां वे एशिया-पैसिफिक आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। वहां उनकी मुलाकात दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग से होगी।
गुरुवार को ट्रंप की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक तय है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि अमेरिका-चीन व्यापार तनाव में कमी आएगी।
डोनाल्ड ट्रंप और साने ताकाइची की यह मुलाकात एशिया-अमेरिका संबंधों में एक निर्णायक क्षण साबित हो सकती है। जहां एक ओर यह निवेश दोनों देशों के आर्थिक हितों को मजबूत करेगा, वहीं दूसरी ओर यह वैश्विक भू-राजनीतिक संतुलन में नई दिशा भी तय करेगा।