भोरे विधानसभा में प्रीति किन्नर की ऐतिहासिक उम्मीदवार की घोषणा
गोपालगंज जिले की भोरे विधानसभा से बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एक नई और प्रेरणादायक कहानी सामने आई है। प्रशांत किशोर की राजनीतिक पार्टी जनसुराज ने पहली बार किसी ट्रांसजेंडर को विधानसभा चुनाव में टिकट दिया है। इस ऐतिहासिक निर्णय के तहत प्रीति किन्नर को भोरे विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया गया है।
यह कदम न केवल राजनीतिक दृष्टि से अनूठा है, बल्कि समाज के लिए भी एक संदेश है कि राजनीति में अब विविधता और समानता को स्थान दिया जा रहा है। बिहार की राजनीति में यह पहली बार है जब किसी प्रमुख पार्टी ने ट्रांसजेंडर प्रतिनिधित्व को मान्यता दी है।

प्रीति किन्नर का परिचय और सामाजिक योगदान
प्रीति किन्नर का जन्म सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा प्रखंड के खाप गाँव में हुआ। हालांकि, पिछले 22 वर्षों से वे गोपालगंज जिले के भोरे प्रखंड के कल्याणपुर में निवास कर रही हैं। स्थानीय लोग उन्हें गरीबों, वंचितों और महिलाओं की आवाज़ के रूप में जानते हैं।
समाजसेवा में उनकी भागीदारी अत्यंत प्रेरणादायक रही है। उन्होंने अब तक 25 से अधिक आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों की शादियों में सहायता प्रदान की है। इसके अलावा, प्रीति किन्नर पशुपालन के कार्यों में भी सक्रिय हैं और सामाजिक कल्याण के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेती रहती हैं।
प्रीति किन्नर राजनीति को “सेवा का माध्यम” मानती हैं और सत्ता की लालसा नहीं रखतीं। उनका कहना है कि वे अपने क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए राजनीति में कदम रख रही हैं।
बिहार की राजनीति में ट्रांसजेंडर प्रतिनिधित्व की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
प्रीति किन्नर के पहले भी बिहार में ट्रांसजेंडर प्रतिनिधियों ने राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखा है। उदाहरण के लिए, पटना नगर निगम में काली हिजड़ा जनप्रतिनिधि बनीं और बेला डांसर ने मुखिया के रूप में सुर्खियाँ बटोरीं।
लेकिन प्रीति किन्नर का विधानसभा चुनाव में टिकट पाना एक नई मिसाल है। यह कदम न केवल भोरे विधानसभा बल्कि पूरे बिहार में समाजिक समावेश और समानता को बढ़ावा देगा।

चुनावी परिदृश्य और मुकाबला
भोरे विधानसभा वर्तमान में बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार (जेडीयू) के कब्जे में है। जेडीयू द्वारा उन्हें पुनः मैदान में उतारने की संभावना है। ऐसे में जनसुराज पार्टी द्वारा प्रीति किन्नर को उम्मीदवार बनाना मुकाबले को और भी रोचक और प्रतीकात्मक बना देगा।
विशेषज्ञ मानते हैं कि प्रीति किन्नर की छवि और समाजसेवा का इतिहास उन्हें निर्वाचन क्षेत्र में एक मजबूत पहचान दे सकता है। उनका समाजिक योगदान और जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता उन्हें अन्य उम्मीदवारों से अलग पहचान दिलाएगी।
भविष्य की संभावनाएँ और सामाजिक संदेश
प्रीति किन्नर की उम्मीदवारी एक सामाजिक और राजनीतिक संदेश भी देती है। यह साबित करती है कि राजनीति केवल सत्ता और पद का माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज की सेवा और बदलाव का साधन भी हो सकता है।
उनका यह कदम अन्य ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है और उन्हें समाज में समान अवसर प्राप्त करने के लिए उत्साहित कर सकता है।
भविष्य में यदि प्रीति किन्नर निर्वाचित होती हैं, तो यह बिहार में ट्रांसजेंडर प्रतिनिधित्व की नई दिशा और मान्यता स्थापित करेगा। यह राजनीतिक दृष्टि से भी एक नई सोच को जन्म देगा और समाज में समावेशिता को बढ़ावा देगा।