लालू-राबड़ी से आशीर्वाद लेकर नामांकन करेंगे तेज प्रताप यादव
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने महुआ विधानसभा क्षेत्र में अपने राजनीतिक अभियान की शुरुआत करते हुए साफ किया कि वे अपने गुरु और माता-पिता का आशीर्वाद लेकर ही नामांकन दाखिल करेंगे। तेज प्रताप ने कहा कि इस बार वे अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) से अकेले चुनाव मैदान में उतरेंगे और महुआ की जनता को “विकास और स्वाभिमान” की नई दिशा देंगे।
महुआ में मिला जोशीला स्वागत
रविवार की दोपहर तेज प्रताप यादव का काफिला जब महुआ पहुंचा तो कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया। कन्हौली उम्ताहा में जनशक्ति जनता दल के जिलाध्यक्ष सुरेश यादव के नेतृत्व में सैकड़ों समर्थकों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने हरपुर ओस्ती, डोगरा, अब्दुलपुर, सिंघाड़ा, कदम चौक, कुसहर, छतवारा और जलालपुर गंगटी जैसे इलाकों में जनसंपर्क अभियान चलाया।
तेज प्रताप ने ग्रामीणों से मुलाकात की और लोगों की समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि महुआ की जनता उनके परिवार की तरह है और वे हर गांव में जाकर जनता का आशीर्वाद ले रहे हैं।
‘आशीर्वाद लेकर ही भरूंगा नामांकन’
मीडिया से बातचीत के दौरान तेज प्रताप यादव ने कहा,
“मैं अपने गुरु और माता-पिता से आशीर्वाद लेकर ही नामांकन करूंगा। राजनीति में मैंने जो भी सीखा है, वह लालू-राबड़ी जी के संस्कारों से ही। उनका आशीर्वाद मेरे लिए सबसे बड़ा बल है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी जनशक्ति जनता दल किसी गठबंधन में नहीं जाएगी और अकेले ही चुनाव लड़ेगी। तेज प्रताप ने कहा कि वे ऐसे प्रत्याशियों को टिकट देंगे जो “जनसेवा की भावना” से प्रेरित हों, न कि स्वार्थ की राजनीति से।
महुआ को जिला बनाने और युवाओं को रोजगार देने का वादा
तेज प्रताप यादव ने इस बार के चुनाव में अपने मुख्य वादों को भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि यदि उनकी पार्टी को जनसमर्थन मिला, तो वे सबसे पहले महुआ को जिला घोषित करने की पहल करेंगे। साथ ही, यहां इंजीनियरिंग कॉलेज और रोजगार केंद्र स्थापित करने का कार्य प्राथमिकता पर रहेगा।
“महुआ के युवाओं को अब रोजगार के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा। हम हर घर में रोजगार पहुंचाने का काम करेंगे,” उन्होंने कहा।
प्रशांत किशोर के आरोपों पर जवाब
जब तेज प्रताप से प्रशांत किशोर द्वारा भाजपा-जदयू मंत्रियों पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने संयमित जवाब दिया—
“पीके अपना काम कर रहे हैं। मेरा काम है जनता की सेवा करना। बिहार की जनता खुद तय करेगी कि कौन सही है और कौन गलत।”
उनके इस जवाब ने यह संकेत भी दिया कि तेज प्रताप अपनी राजनीति को परिवार और सिद्धांतों की मर्यादा में रखकर आगे बढ़ाना चाहते हैं।
राजद से अलग होकर नई राह पर तेज प्रताप
राजद से निष्कासन के बाद तेज प्रताप यादव ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल की स्थापना की थी। तब से वे लगातार राज्यभर में कार्यकर्ताओं को जोड़ने में जुटे हैं।
महुआ, जो कभी उनका मजबूत गढ़ रहा है, अब उनकी नई राजनीतिक पहचान का केंद्र बन गया है। तेज प्रताप इस क्षेत्र में फिर से अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप का यह कदम न केवल महुआ बल्कि पूरे वैशाली जिले में नई सियासी हलचल पैदा कर सकता है।
जनशक्ति जनता दल के भविष्य की दिशा
तेज प्रताप यादव के नए राजनीतिक प्रयोग को लोग “लालू परिवार की दूसरी पीढ़ी की अलग राह” के रूप में देख रहे हैं।
उनकी पार्टी का संगठन अब धीरे-धीरे कई जिलों में फैलने लगा है। अगर तेज प्रताप अपने जनाधार को बरकरार रखते हैं, तो आने वाले चुनावों में वे राज्य की राजनीति में एक अहम किरदार बन सकते हैं।