तेजस्वी यादव का बड़ा बयान: एनडीए की नाराजगी से कोई मतलब नहीं, 14 नवंबर के बाद बिहार से खत्म होगी बेरोजगारी
पटना, ब्यूरो रिपोर्ट:
बिहार की राजनीति में इस समय सबसे ज्यादा चर्चा एनडीए के सीट बंटवारे और महागठबंधन की तैयारी को लेकर है। इसी बीच, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का ताजा बयान एक बार फिर सियासी हलचल बढ़ा रहा है। पटना पहुंचने पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें एनडीए के अंदरूनी मतभेदों या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नाराजगी से कोई मतलब नहीं है।
तेजस्वी ने कहा — “हमारा फोकस सिर्फ बिहार की जनता और उनके मुद्दों पर है। महागठबंधन बिहार की जीत की ओर बढ़ रहा है और 14 नवंबर के बाद राज्य से बेरोजगारी जैसी समस्या खत्म होने लगेगी।”
महागठबंधन की तैयारियों पर तेजस्वी का आत्मविश्वास
जल्द होगा सीट शेयरिंग का ऐलान
तेजस्वी यादव ने स्पष्ट कहा कि महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर पूरी सहमति बन चुकी है और जल्द ही इसका ऐलान किया जाएगा। उन्होंने कहा — “हम लोग जल्द से जल्द ऐलान करने वाले हैं। कल या फिर एक-दो दिन में हम लोग इसको पूरा कर देंगे।”
यह बयान तब आया है जब एनडीए में सीटों को लेकर अंदरूनी खींचतान की खबरें लगातार सुर्खियों में हैं। वहीं, महागठबंधन इस समय अपने साझा एजेंडे और उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने में जुटा है।
एनडीए पर सीधा हमला नहीं, पर संदेश साफ
“हमें किसी की नाराजगी से मतलब नहीं”
तेजस्वी ने कहा कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि एनडीए में कौन किससे नाराज है। उन्होंने कहा — “हमको किसी पर टिप्पणी नहीं करना है। हमारा ध्यान सिर्फ बिहार के विकास और जनता की समस्याओं के समाधान पर है।”
इस बयान को सियासी गलियारों में एक परोक्ष जवाब माना जा रहा है, जो नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच चल रही असहमति पर इशारा करता है।
14 नवंबर के बाद “बदलाव की शुरुआत”
बेरोजगारी खत्म करने का दावा
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है और उनकी सरकार बनने के बाद 14 नवंबर से इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा — “बिहार की जो बेरोजगारी जैसी समस्याएं हैं, वह 14 नवंबर के बाद से खत्म होने शुरू हो जाएंगी। महागठबंधन सरकार बिहार को नई दिशा देगा।”
यह बयान युवाओं के लिए एक बड़ा सन्देश माना जा रहा है, खासकर उन नौजवानों के लिए जो लंबे समय से रोजगार की समस्या से जूझ रहे हैं।
विकास पर ध्यान केंद्रित करने का संदेश
बिहार की तरक्की हमारा लक्ष्य
तेजस्वी ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी दल या व्यक्ति पर हमला करना नहीं है, बल्कि बिहार की तरक्की के लिए एक ठोस नीति बनाना है। उन्होंने कहा —
“हमारा लक्ष्य है कि बिहार के लोगों को आगे बढ़ाया जाए, बिहार को विकसित बनाया जाए। यही हमारी राजनीति का मूल मकसद है।”
एनडीए में सीट बंटवारे की गुत्थी, महागठबंधन का इंतजार
एनडीए के भीतर सीट बंटवारे को लेकर कई दिनों से विवाद चल रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी के कुछ नेताओं के बीच असहमति की चर्चा तेज है। इस बीच, महागठबंधन की एकजुटता और तेजस्वी यादव की सक्रियता विपक्ष के लिए चुनौती बनती जा रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी का यह बयान न केवल एनडीए पर परोक्ष दबाव बनाता है, बल्कि युवाओं को साधने की दिशा में भी एक अहम रणनीति का हिस्सा है।
जनता की उम्मीदों पर नजर
बिहार की जनता अब आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदें लगाए बैठी है। महागठबंधन जहां नई शुरुआत की बात कर रहा है, वहीं एनडीए अपनी सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच रख रहा है। तेजस्वी यादव के बयानों से साफ है कि महागठबंधन अपनी रणनीति को जनता के मुद्दों पर केंद्रित कर रहा है।
तेजस्वी यादव का यह बयान बिहार की राजनीति में एक नई ऊर्जा का संकेत देता है। उन्होंने साफ कर दिया है कि महागठबंधन विकास, रोजगार और शिक्षा जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ेगा। अब देखने वाली बात यह होगी कि 14 नवंबर के बाद बिहार की राजनीति किस दिशा में बढ़ती है।