पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 71 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी को तारापुर सीट से और रामकृपाल यादव को दानापुर सीट से उम्मीदवार बनाया है। इस सूची में कुल 9 महिलाओं को भी टिकट दिया गया है, जिसमें रेणु देवी, गायत्री देवी, देवंती यादव और रमानीषाद जैसी प्रमुख नाम शामिल हैं।
बीजेपी की पहली सूची का महत्व
बीजेपी ने यह सूची केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद जारी की है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे। पार्टी की पहली सूची का उद्देश्य बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA गठबंधन की मजबूत स्थिति को स्थापित करना और अपने रणनीतिक उम्मीदवारों को मैदान में उतारना है।
प्रमुख उम्मीदवार
- सम्राट चौधरी – तारापुर
- रामकृपाल यादव – दानापुर
- विजय कुमार सिन्हा – लखीसराय
इन उम्मीदवारों के नाम पार्टी के लिए रणनीतिक महत्व रखते हैं। सम्राट चौधरी और रामकृपाल यादव जैसे वरिष्ठ नेता बिहार विधानसभा में बीजेपी की मजबूत उपस्थिति बनाए रखने में सहायक होंगे।
महिला उम्मीदवारों का योगदान
बीजेपी ने पहली सूची में कुल 9 महिलाओं को भी टिकट दिया है। इनमें प्रमुख हैं:
- बेतिया – रेणु देवी
- परिहार – गायत्री देवी
- नरपतगंज – देवंती यादव
- किशनगंज – स्वीटी सिंह
- प्राणपुर – निशा सिंह
- कोढा – कविता देवी
- औराई – रमानीषाद
- वारसलीगंज – अरुणा देवी
- जमुई – श्रेयश्री सी सिंह
महिला उम्मीदवारों को टिकट देना पार्टी की सामाजिक समावेशिता और महिलाओं को राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रणनीतिक दृष्टिकोण और चुनावी तैयारी
बीजेपी ने अपने प्रमुख नेताओं और वरिष्ठ उम्मीदवारों के माध्यम से बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में व्यापक रणनीति बनाई है। इस सूची से स्पष्ट है कि पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन में अनुभव, क्षेत्रीय पकड़ और जनसमर्थन को ध्यान में रखा है।
इस सूची में उम्मीदवारों की घोषणा से पहले पार्टी ने क्षेत्रीय समीक्षाओं और मतदाता आधार का विश्लेषण किया। इसके बाद यह सुनिश्चित किया गया कि प्रत्येक उम्मीदवार अपने निर्वाचन क्षेत्र में मजबूत पैठ रखते हों।
विपक्ष और चुनावी माहौल
वहीं, विपक्षी दलों ने भी चुनाव की तैयारियाँ तेज कर दी हैं। बिहार के राजनीतिक माहौल में हर सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। बीजेपी की यह पहली सूची विपक्ष पर प्रहार करते हुए अपने मजबूत उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का संकेत देती है।
बीजेपी की इस पहली सूची का चुनावी मैदान पर व्यापक प्रभाव पड़ने की संभावना है। इस सूची के आधार पर उम्मीदवार अपने निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार और चुनावी रणनीति को और तेज करेंगे।