चलती बस में आग लगने से मचा हाहाकार
राजस्थान के जैसलमेर जिले में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक चलती बस में अचानक आग लग गई।
आग इतनी तेज़ थी कि देखते ही देखते पूरी बस धुएँ और लपटों से भर गई। यात्रियों में अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस हादसे में 10 से 12 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि तीन बच्चों सहित 16 यात्री गंभीर रूप से घायल हैं।
गंभीर घायलों को जोधपुर के एम्स और अन्य बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है।
आग लगने का संभावित कारण: शॉर्ट सर्किट
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस में अचानक धुआँ उठने लगा और कुछ ही मिनटों में आग फैल गई।
यात्रियों ने चलती बस से कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन कई लोग आग की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गए।
दमकल की कई गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और स्थानीय लोगों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
प्रशासन और पुलिस मौके पर
घटना की जानकारी मिलते ही जैसलमेर कलेक्टर प्रताप सिंह नथावत और एसपी अभिषेक शिवहरे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे।
उन्होंने राहत और बचाव कार्यों की सीधी निगरानी शुरू कर दी है।
प्रशासन ने कहा कि फिलहाल बस में सवार यात्रियों की सही संख्या और पहचान की पुष्टि की जा रही है।
घायलों को राजकीय जवाहर अस्पताल, जैसलमेर में प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर किया गया है।
स्थानीय लोगों ने दिखाया साहस
आग लगते ही स्थानीय लोगों ने बिना देरी किए राहत कार्य में हिस्सा लिया।
कई लोगों ने खिड़कियाँ तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला।
कुछ यात्रियों को तो बस से कूदकर ही अपनी जान बचानी पड़ी।
प्रत्यक्षदर्शी रमेश विश्नोई ने बताया —
“हमने देखा कि बस के नीचे से चिंगारियाँ उठीं और कुछ ही सेकंड में पूरा वाहन आग की लपटों में घिर गया। लोग बाहर निकलने के लिए चिल्ला रहे थे।”
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ली घटना की जानकारी
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे की जानकारी मिलते ही फौरन प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है।
उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि राहत और बचाव कार्य में कोई कोताही न बरती जाए।
सीएम कार्यालय ने सभी अस्पतालों को घायलों के बेहतर इलाज के लिए अलर्ट पर रखा है।
सीएम शर्मा ने कहा —
“यह बेहद दर्दनाक हादसा है। सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और सभी आवश्यक मदद तुरंत उपलब्ध कराई जाएगी।”
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री जल्द ही घटनास्थल का दौरा भी करेंगे।
घटना के बाद मचा मातम और दहशत
इस हादसे ने पूरे इलाके में शोक और भय का माहौल पैदा कर दिया है।
कई परिजनों को अपने प्रियजनों की खोज में अस्पतालों और राहत केंद्रों के चक्कर काटते देखा गया।
बस में सवार अधिकतर यात्री जोधपुर और बाड़मेर क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों से बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने बस मालिक और परिवहन विभाग से भी तकनीकी रिपोर्ट और वाहन की स्थिति से जुड़ी जानकारी मांगी है।
जैसलमेर का यह बस हादसा राजस्थान के हालिया वर्षों की सबसे भयावह घटनाओं में से एक बन गया है।
शॉर्ट सर्किट जैसी वजहों से बार-बार ऐसे हादसे सवाल खड़े करते हैं कि क्या सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा मानकों का पालन वाकई हो रहा है?
सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और वाहन निरीक्षण व्यवस्था पर फिर से सवालिया निशान लगा दिए हैं।