राष्ट्रपति मुर्मू का केरल दौरा: चार दिनों तक धार्मिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों में रहेंगी व्यस्त
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार से केरल के चार दिवसीय दौरे पर रहेंगी। इस दौरान वे राज्य के विभिन्न जिलों में धार्मिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों में भाग लेंगी। राष्ट्रपति का यह दौरा न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि सामाजिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी विशेष है।
सबरीमला मंदिर में करेंगी दर्शन
राष्ट्रपति मुर्मू के दौरे का सबसे प्रमुख कार्यक्रम बुधवार को निर्धारित है, जब वे प्रसिद्ध सबरीमला मंदिर जाएंगी और भगवान अयप्पा के दर्शन करेंगी। यह उनकी पहली यात्रा होगी इस प्रसिद्ध तीर्थस्थल की, जहाँ हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
राज्य प्रशासन ने उनकी यात्रा को लेकर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं। पुलिस और मंदिर प्राधिकरणों ने सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालुओं की आवाजाही पर कोई असर न पड़े और राष्ट्रपति को सुचारू रूप से दर्शन कराने की व्यवस्था रहे।
पूर्व राष्ट्रपति के. आर. नारायणन की प्रतिमा का अनावरण
गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राजभवन, तिरुवनंतपुरम में पूर्व राष्ट्रपति के. आर. नारायणन की प्रतिमा का अनावरण करेंगी।
के. आर. नारायणन न केवल देश के पहले दलित राष्ट्रपति थे, बल्कि वे केरल के गौरव भी रहे हैं, जिन्होंने भारतीय राजनीति में सामाजिक न्याय और समानता का प्रतीक स्थापित किया।
यह अनावरण समारोह उनके योगदान को याद करने और नई पीढ़ी को उनके आदर्शों से प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। इस मौके पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
श्री नारायण गुरु समाधि शताब्दी समारोह में होंगी शामिल
राष्ट्रपति मुर्मू अपने दौरे के तीसरे दिन श्री नारायण गुरु समाधि शताब्दी समारोह में भी शामिल होंगी।
श्री नारायण गुरु ने समाज सुधार के क्षेत्र में जो अमूल्य योगदान दिया, उसने केरल ही नहीं बल्कि पूरे देश को छुआ। राष्ट्रपति का इस समारोह में शामिल होना उनके आदर्शों के प्रति राष्ट्र की श्रद्धा का प्रतीक माना जा रहा है।
इस आयोजन में विभिन्न धार्मिक संगठनों, समाज सुधारकों और विद्यार्थियों की बड़ी संख्या भाग लेगी।
शैक्षणिक संस्थानों में विशेष कार्यक्रम
दौरे के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सेंट थॉमस कॉलेज, पाला और सेंट टेरेसा कॉलेज, एर्नाकुलम में आयोजित विशेष कार्यक्रमों में भी शामिल होंगी।
इन कॉलेजों में वे छात्राओं और शिक्षकों को संबोधित करेंगी तथा शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व पर विचार साझा करेंगी।
राष्ट्रपति के भाषण में ‘शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण’ और ‘नैतिक मूल्यों पर आधारित विकास’ जैसे विषयों के शामिल होने की संभावना है।
प्रशासनिक तैयारियां पूरी, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
राष्ट्रपति के दौरे को लेकर तिरुवनंतपुरम, पाला, और एर्नाकुलम जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है।
राज्य पुलिस और स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) ने मिलकर यात्रा का पूरा रोडमैप तैयार किया है।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन राष्ट्रपति के स्वागत के लिए तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर उपस्थित रहेंगे।
सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यात्रा
राष्ट्रपति मुर्मू का यह दौरा न केवल प्रशासनिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सबरीमला मंदिर, श्री नारायण गुरु और के. आर. नारायणन — इन तीनों प्रतीकों के माध्यम से यह यात्रा भारतीय समाज की धार्मिक आस्था, सामाजिक समानता और शिक्षा के आदर्शों को एक साथ जोड़ती है।