प्रयागराज में युवक का निजी अंग काटने की घटना, चिकित्सकों ने किया आपरेशन
प्रयागराज। मऊआइमा क्षेत्र में एक अत्यंत गंभीर और दुर्लभ घटना घटी, जिसमें एक विवाहित महिला ने उत्तेजना में आकर 19 वर्षीय युवक का निजी अंग काट डाला। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए चौंकाने वाली रही, बल्कि स्वास्थ्य और सामाजिक दृष्टि से भी एक चेतावनी बनकर उभरी है।
घायल युवक को पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां उचित चिकित्सीय सुविधा न मिलने के कारण उसे गुरुवार की भोर में स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर लाया गया। चिकित्सकों ने तुरंत आकस्मिक उपचार शुरू किया और उसे यूरोलॉजी विभाग में भेजा गया। वरिष्ठ डॉक्टरों ने आपरेशन कर कटे हुए निजी अंग में चिकित्सीय मरम्मत की। डॉक्टरों के अनुसार, तमाम नाजुक नसें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जिन्हें पूरी तरह ठीक होने में लगभग छह से आठ महीने का समय लग सकता है।
घटना के कारण और सामाजिक चेतावनी
डॉक्टरों और पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस प्रकार की घटनाओं में वृद्धि का मुख्य कारण अत्यधिक मोबाइल उपयोग, अश्लील वीडियो का सेवन और उत्तेजक दवाओं का प्रयोग है। बीते दो वर्षों में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में इस प्रकार की घटनाओं में तेजी आई है।
करीब डेढ़ वर्ष पूर्व सिविल लाइंस बस अड्डे के पास स्थित एक होटल में भी युवक का निजी अंग महिला द्वारा काटा गया था। इसी प्रकार मीरजापुर जिले में भी एक घटना हुई, जिसमें घायल युवक को उपचार हेतु एसआरएन अस्पताल लाया गया। इन घटनाओं की समीक्षा से यह स्पष्ट होता है कि यह केवल व्यक्तिगत विवाद या उत्तेजना का मामला नहीं है, बल्कि सामाजिक व तकनीकी प्रवृत्तियों का नकारात्मक परिणाम है।
चिकित्सीय उपचार और युवक की स्थिति
युवक को स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के यूरोलॉजी विभाग में स्थिर हालत में रखा गया है। वरिष्ठ चिकित्सक शिरीष मिश्रा ने बताया कि आपरेशन सफल रहा, लेकिन पूर्ण स्वास्थ्य लाभ और पौरूष क्षमता पुनः प्राप्त करने में छह से आठ महीने लग सकते हैं। चिकित्सकों ने पुलिस को भी इस घटना की जानकारी दी, क्योंकि मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा होने के कारण कानूनी कार्रवाई आवश्यक थी।
चिकित्सकीय दृष्टि से, निजी अंग काटने की इस प्रकार की घटनाएं अत्यंत जटिल और संवेदनशील होती हैं। इसमें नसों, रक्त वाहिकाओं और ऊतक की मरम्मत करना चुनौतीपूर्ण होता है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि मोबाइल और इंटरनेट पर अश्लील सामग्री का अत्यधिक सेवन युवाओं में मानसिक उत्तेजना और सामाजिक अवहेलना को बढ़ावा दे सकता है।
सामाजिक एवं कानूनी पहलू
इस प्रकार की घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि युवाओं और परिवारों को डिजिटल शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक चेतना के प्रति अधिक जागरूक करना आवश्यक है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और महिला को कानूनी कार्रवाई के लिए गिरफ्तार कर लिया गया है।
स्थानीय प्रशासन और चिकित्सक दोनों ने लोगों से आग्रह किया है कि इस प्रकार की घटनाओं के प्रति सजग रहें, और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर ध्यान दें।