सहरसा में चुनावी गहमागहमी, नामांकन वापसी के बाद 45 प्रत्याशी मैदान में
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की तैयारियां जोरों पर हैं। सहरसा जिले में चार विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सोमवार को जिले के जिला निर्वाचन पदाधिकारी दीपेश कुमार ने प्रेस ब्रीफिंग में सभी आंकड़े साझा किए। उन्होंने बताया कि नामांकन वापसी और रद्द किए गए नामों के बाद जिले में कुल 45 प्रत्याशी चुनावी मैदान में बने हुए हैं।
सहरसा जिले के चार विधानसभा क्षेत्र हैं – सोनवर्षा, सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर और महिषी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवारों की संख्या और नामांकन की स्थिति इस प्रकार रही:
सोनवर्षा विधानसभा क्षेत्र में स्थिति
सोनवर्षा विधानसभा क्षेत्र में कुल सात उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। स्क्रूटनी के दौरान एक प्रत्याशी का नामांकन रद्द कर दिया गया। नामांकन वापसी इस क्षेत्र से किसी भी प्रत्याशी द्वारा नहीं की गई। ऐसे में छह प्रत्याशी चुनावी मैदान में बने रहे।
सहरसा विधानसभा क्षेत्र
सहरसा विधानसभा क्षेत्र में कुल 12 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरा। इसमें से एक का नामांकन रद्द कर दिया गया और एक उम्मीदवार ने स्वयं नामांकन वापस लिया। अंततः 10 उम्मीदवार चुनावी मैदान में डटे हुए हैं।
सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र
सिमरी बख्तियारपुर में सबसे अधिक 17 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। इनमें से दो उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया गया। किसी ने भी नाम वापस नहीं लिया, जिससे इस क्षेत्र में 15 प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे।
महिषी विधानसभा क्षेत्र
महिषी में भी 17 प्रत्याशी ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। स्क्रूटनी के दौरान दो उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया गया। कोई नाम वापस नहीं हुआ, इस प्रकार मैदान में 14 प्रत्याशी बचे हैं।
लखीसराय जिले की स्थिति
सहरसा के पड़ोसी जिले लखीसराय के दोनों विधानसभा क्षेत्र – लखीसराय और सूर्यगढ़ा – में किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन वापस नहीं लिया। इस प्रकार लखीसराय में लखीसराय विधानसभा क्षेत्र में 13 और सूर्यगढ़ा में 8 उम्मीदवार चुनावी लड़ाई में बने हुए हैं। सभी उम्मीदवारों को चुनावी चिन्ह भी आवंटित कर दिया गया है।
चुनावी तैयारियां और संभावित मुकाबले
सहरसा जिले में पहले चरण के लिए चुनावी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सभी मतदान केंद्रों की सुरक्षा, मतदान उपकरण और कर्मचारियों की तैनाती का काम अंतिम चरण में है। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, सिमरी बख्तियारपुर और महिषी विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला सबसे कठिन माना जा रहा है, क्योंकि इन क्षेत्रों में उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने से मत विभाजन की संभावना बढ़ जाती है।
सहरसा जिले में चुनावी प्रचार भी धीरे-धीरे तेज हो रहा है। स्थानीय नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रचार के लिए रैलियों, रोड शो और जनता संवाद की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके साथ ही मतदाताओं में उत्सुकता और जागरूकता भी देखने को मिल रही है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी प्रत्याशियों और मतदाताओं से सुरक्षा नियमों और चुनाव आचार संहिता का पालन करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराई जाएगी।