उपशीर्षक: बिहार में मतगणना के शुरुआती संकेतों ने बदली राजनीतिक परिस्थिति
भाजपा के बड़े नेताओं की मजबूत शुरुआत
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के प्रारंभिक रुझानों ने पूरे राज्य में राजनीतिक सरगर्मी को चरम पर पहुंचा दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी अपनी सीट पर उल्लेखनीय बढ़त बनाए हुए हैं। शुरुआती चरण से ही उनके पक्ष में पड़ रहे मतदान ने पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर पैदा कर दी है।
इसके साथ ही भाजपा के एक अन्य प्रमुख चेहरे मंगल पांडेय भी अपनी सीट से आगे चल रहे हैं, जिससे पार्टी की शुरुआती स्थिति और मजबूत हो गई है।
अनंत सिंह की बढ़त ने बढ़ाई राजनीतिक चर्चा
बिहार की राजनीति में अपने प्रभाव और पकड़ के लिए जाने जाने वाले अनंत सिंह भी शुरुआती गिनती में आगे दिख रहे हैं। उनकी सीट पर रुझान यह संकेत देते हैं कि उनके क्षेत्र में इस बार भी मतदाता उनके पक्ष में झुकते नजर आ रहे हैं।
उनकी बढ़त ने न केवल एनडीए बल्कि महागठबंधन खेमे में भी हलचल पैदा कर दी है, क्योंकि अनंत सिंह की राजनीतिक भूमिका कई क्षेत्रों में मुकाबले की दिशा प्रभावित करने की क्षमता रखती है।
भाजपा को 35 सीटों पर बढ़त, जेडीयू को राहत
अब तक आए 61 सीटों के रुझानों में भाजपा 35 सीटों पर आगे चल रही है। यदि यह क्रम आगे भी जारी रहता है, तो भाजपा इस चुनाव में निर्णायक बढ़त हासिल कर सकती है।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 13 सीटों पर आगे है, जो उनके लिए राहत की स्थिति कही जा सकती है। शुरुआती दौर में जेडीयू का प्रदर्शन कमजोर दिख रहा था, परंतु रुझानों में सुधार से पार्टी में नई ऊर्जा देखी जा रही है।
आरजेडी का क्षेत्रीय प्रभाव बरकरार
महागठबंधन की मुख्य पार्टी आरजेडी 21 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। यह संकेत देता है कि राज्य के कई इलाकों में पार्टी का आधार अब भी मजबूत है।
हालांकि यह भी स्पष्ट है कि मुकाबला त्रिकोणीय रहने वाला है और ईवीएम की आगे की गणना के बाद ही वास्तविक तस्वीर सामने आ पाएगी।
मुकाबले की दिशा में संभावित परिवर्तन
61 सीटों से मिले रुझानों ने यह साफ किया है कि बिहार में मुकाबला बेहद रोचक और उतार–चढ़ाव भरा रहेगा। चुनाव विश्लेषकों का मानना है कि कई सीटों पर आगे-पीछे की स्थिति देखने को मिल सकती है।
जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ेगी, राजनीतिक दलों की रणनीतियां और प्रतिक्रियाएं भी बदलती नजर आएंगी। फिलहाल के संकेत राज्य की राजनीति में तेज हलचल का कारण बने हुए हैं।