पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी का जोरदार विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। प्रदेश कांग्रेस की तरफ से आयोजित राजभवन चलो अभियान में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस विरोध प्रदर्शन का मुख्य मुद्दा सौ दिन के रोजगार योजना के पैसे को रोकना और महात्मा गांधी के नाम को इस योजना से हटाना था।
केंद्र सरकार पर गरीबों के साथ धोखे का आरोप
कांग्रेस पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार गरीब लोगों के साथ धोखा कर रही है। सौ दिन के रोजगार योजना का पैसा देने की जिम्मेदारी से बचते हुए केंद्र सरकार गरीब मजदूरों को उनका हक नहीं दे रही है। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि यह योजना गरीब परिवारों के लिए जीवनरेखा है, लेकिन केंद्र सरकार जानबूझकर पैसा रोक रही है।
पश्चिम बंगाल में हजारों मजदूर इस योजना के तहत काम करते हैं और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। लेकिन बकाया पैसा न मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जानबूझकर विपक्षी राज्यों का पैसा रोक रही है।
महात्मा गांधी के नाम को हटाने का विरोध
कांग्रेस पार्टी का एक बड़ा आरोप यह भी है कि केंद्र सरकार ने इस ऐतिहासिक योजना से महात्मा गांधी का नाम हटा दिया है। यह योजना पहले महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के नाम से जानी जाती थी। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह देश के राष्ट्रपिता का अपमान है।
इस युगांतकारी योजना को कांग्रेस सरकार ने शुरू किया था और महात्मा गांधी के नाम से जोड़ा गया था। लेकिन अब केंद्र की भाजपा सरकार इतिहास मिटाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए कहा कि वे गांधीजी के नाम को हटाने का विरोध करेंगे।
राजभवन चलो अभियान की शुरुआत
प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर कार्यकर्ताओं ने पैराडाइस सिनेमा के सामने जमा होकर एक विशाल जुलूस निकाला। यह जुलूस राजभवन की तरफ बढ़ा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता इस मार्च में शामिल हुए। सभी ने अपने हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए थे।
जुलूस में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। उन्होंने मांग की कि पश्चिम बंगाल का बकाया पैसा तुरंत जारी किया जाए। गरीब मजदूरों को उनका हक मिलना चाहिए।
पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प
जब कांग्रेस का जुलूस राजभवन के पास पहुंचा तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए थे। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता आगे बढ़ते रहे। इसके बाद पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई।
पुलिस ने कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें प्रिजन वैन में डाल दिया। गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को लालबाजार थाने ले जाया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया और नारेबाजी जारी रखी।
नरेंद्र मोदी का पुतला दहन
विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भी जलाया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार गरीबों के खिलाफ है और उनके हितों की रक्षा नहीं कर रही है। पुतला दहन के समय कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल का पैसा जारी नहीं करती। गरीब मजदूरों को उनका हक दिलाना हमारा मुख्य उद्देश्य है।
शुभंकर सरकार का बयान
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार जानबूझकर पश्चिम बंगाल का पैसा रोक रही है। यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि गरीब मजदूर महीनों से अपने पैसे का इंतजार कर रहे हैं।
शुभंकर सरकार ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को तुरंत सौ दिन के रोजगार योजना का पूरा हिसाब देना चाहिए। पश्चिम बंगाल सरकार को भी इस मामले में श्वेत पत्र जारी करना चाहिए ताकि लोगों को सच्चाई पता चले।
राज्य सरकार से भी सवाल
कांग्रेस ने केंद्र सरकार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार से भी सवाल पूछे। कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि राज्य सरकार को सौ दिन के रोजगार योजना के पैसे का पूरा हिसाब देते हुए श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। जनता को जानने का हक है कि उनका पैसा कहां अटका है।
कांग्रेस का कहना है कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें इस मामले में जवाबदेह हैं। दोनों को मिलकर गरीब मजदूरों की समस्या का समाधान करना चाहिए।
विरोध प्रदर्शन का असर
इस विरोध प्रदर्शन से कोलकाता के कई इलाकों में यातायात प्रभावित हुआ। पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। कई जगहों पर बैरिकेड लगाए गए। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बनता था।
कांग्रेस ने घोषणा की है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे और बड़े विरोध प्रदर्शन करेंगे। पूरे राज्य में इस मुद्दे पर आंदोलन शुरू किया जाएगा।
कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन गरीब मजदूरों की आवाज बन गया है। सौ दिन के रोजगार योजना का पैसा रोकना गरीबों के साथ अन्याय है। केंद्र सरकार को इस मामले में गंभीरता से विचार करना चाहिए। महात्मा गांधी के नाम को हटाना भी देश की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वे इस मुद्दे पर पीछे नहीं हटेंगे और गरीबों के हक के लिए लड़ते रहेंगे।