भारतीय शेयर बाज़ार शुक्रवार (26 सितम्बर 2025) को लगातार छठे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। Sensex और Nifty पर दबाव मुख्य रूप से IT, Pharma और PSU Banks में भारी बिकवाली के कारण देखा गया।
दोपहर करीब 1 बजे Sensex 310 अंक गिरकर 80,849.61 पर था, जबकि Nifty 120 अंक फिसलकर 24,770.80 पर आ गया। मार्केट ब्रेड्थ नकारात्मक रही—918 शेयर बढ़त में जबकि 2,695 शेयर लाल निशान में और 122 बिना बदलाव रहे।
वेब स्टोरी:
कौन बने Top Losers और Gainers?
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Sun Pharma, Mahindra & Mahindra और IndusInd Bank 3% तक टूटे।
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वहीं Larsen & Toubro और Tata Motors टॉप गेनर्स में रहे और 4% तक चढ़े।
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सेक्टोरली देखें तो Pharma, IT, Metal और PSU Bank indices सबसे ज़्यादा दबाव में रहे।
Market Sentiment को क्या खींच रहा नीचे?
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US President Donald Trump ने घोषणा की कि 1 अक्टूबर 2025 से branded और patented drug imports पर 100% tariff लगेगा। जिन कंपनियों का US में manufacturing plant नहीं होगा, वे इस नियम के दायरे में आएंगी। इससे Pharma stocks पर गहरा असर पड़ा।
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IT stocks भी गिरे क्योंकि Accenture की कमजोर outlook रिपोर्ट ने investor sentiment खराब कर दिया। इसके अलावा, US ने H-1B visas पर 88 लाख रुपये का नया fee लगाया, जिससे IT sector पर अतिरिक्त लागत का दबाव बना।
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Foreign Institutional Investors (FIIs) ने गुरुवार को ₹4,995.42 करोड़ की बिकवाली की, जिससे गिरावट और गहरी हो गई।
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Smallcap और Midcap में सबसे बड़ा झटका
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Nifty Smallcap100 और Midcap100 लगातार पांचवे दिन टूटे।
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Midcap index 3.2% और Smallcap index करीब 4% गिर चुके हैं।
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Waaree Energies 6% टूटा क्योंकि US authorities ने suspected tariff evasion की जांच शुरू की।
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Natco Pharma और Neuland Laboratories में भी 4% तक की गिरावट दर्ज हुई।
Expert View
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Ajit Mishra, Religare Broking ने कहा, “FIIs की लगातार बिकवाली, रुपये की कमजोरी और global trade tensions ने broader indices की outperformance खत्म कर दी है।”
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Anand James, Geojit Financial Services ने तकनीकी स्तर पर कहा, “Nifty अगर 25,080 से ऊपर pullback नहीं करता तो bears का दबदबा रहेगा और index 24,680 तक गिर सकता है।”
कुल मिलाकर, सितंबर के आखिरी हफ्ते में भारतीय शेयर बाजार में profit booking और global uncertainties का दबाव साफ दिख रहा है।
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