धनतेरस से पहले सोने-चांदी के दामों में रिकॉर्ड उछाल: निवेशकों में हलचल
नई दिल्ली। दीपावली से पहले धनतेरस के शुभ अवसर पर सोने-चांदी के दामों में ऐतिहासिक तेजी देखने को मिल रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार से लेकर भारतीय बाजार तक, पीली धातु ने नया रिकॉर्ड कायम किया है।
एमसीएक्स (MCX) पर सोना ₹1,28,395 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुँच गया, जो अब तक का सबसे ऊँचा भाव है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $4,250 प्रति औंस के पार पहुँच गया है।
सोना क्यों चढ़ रहा है आसमान पर?
विशेषज्ञों का कहना है कि इस उछाल के पीछे कई वैश्विक आर्थिक कारण हैं।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाएँ, अमेरिका-चीन के बीच बढ़ता तनाव, और सुरक्षित निवेश (Safe Haven) की ओर निवेशकों का झुकाव — इन तीनों ने मिलकर सोने की चमक को और बढ़ा दिया है।
आस्पेक्ट बुलियन एंड रिफाइनरी (Aspect Bullion & Refinery) के सीईओ दर्शन देसाई ने बताया —
“फेड द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती, बढ़ता अमेरिकी कर्ज और डॉलर की कमजोरी आने वाले महीनों में सोने को और मजबूत बना सकती है। केंद्रीय बैंक भी लगातार सोने की खरीदारी कर रहे हैं, जिससे इसकी कीमतों को और सहारा मिल रहा है।”
एमसीएक्स गोल्ड फ्यूचर के आँकड़े
कॉन्ट्रैक्ट | तिथि | बढ़ोतरी (₹) | कुल कीमत (₹/10 ग्राम) | प्रतिशत वृद्धि |
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दिसंबर 2025 | — | ₹1,185 | ₹1,28,395 | +0.93% |
फरवरी 2026 | — | ₹977 | ₹1,29,380 | +0.76% |
सोना लगातार पाँचवें सत्र में बढ़त बनाए हुए है, जो निवेशकों के भरोसे और बाजार में उत्साह को दर्शाता है।
चांदी भी बनी नई ऊँचाई की रानी
सोने के साथ-साथ चांदी ने भी अपनी तेज़ रफ्तार जारी रखी।
एमसीएक्स पर दिसंबर डिलीवरी कॉन्ट्रैक्ट ₹1,64,660 प्रति किलोग्राम तक पहुँचा, जबकि मार्च 2026 कॉन्ट्रैक्ट ₹1,64,958 प्रति किलोग्राम पर रिकॉर्ड ऊँचाई पर बंद हुआ।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सिल्वर फ्यूचर $52.86 प्रति औंस तक पहुँच गई है।
अंतरराष्ट्रीय स्थिति और डॉलर इंडेक्स का असर
डॉलर इंडेक्स में 0.17% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे अन्य मुद्राओं में सोने की कीमतों को बल मिला।
साथ ही, अमेरिकी अधिकारियों ने चीन द्वारा “रेयर अर्थ एक्सपोर्ट” पर लगाए गए नियंत्रणों को लेकर चिंता जताई है, जो आने वाले समय में वैश्विक सप्लाई चेन पर असर डाल सकता है।
वहीं, अमेरिका ने रूस के तेल व्यापार पर संभावित निर्यात प्रतिबंध या शुल्क लगाने के संकेत दिए हैं।
इन परिस्थितियों से भू-राजनीतिक अस्थिरता बढ़ी है, जो परंपरागत रूप से सोने के पक्ष में मानी जाती है।
क्या आगे भी जारी रहेगा सोने का यह सुनहरा सफर?
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक जिगर त्रिवेदी ने बताया —
“सोने की कीमतें $4,250 प्रति औंस के पार पहुँच चुकी हैं और फेड की डोविश पॉलिसी (Dovish Policy) की उम्मीद से यह रैली आगे भी जारी रह सकती है। यदि नवंबर या दिसंबर में ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती होती है, तो सोना और नए रिकॉर्ड बना सकता है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में अगर फेडरल रिजर्व की दरों में नरमी की पुष्टि होती है, तो सोने की कीमतें ₹1.30 लाख प्रति 10 ग्राम तक जा सकती हैं।
निवेशकों के लिए क्या करें – क्या न करें
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अगर आप दीर्घकालिक निवेशक (Long-term Investor) हैं, तो यह सोने में प्रवेश का उपयुक्त समय हो सकता है।
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शॉर्ट टर्म में प्रॉफिट बुकिंग की संभावना बनी हुई है।
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निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह अवश्य लें।
डिस्क्लेमर:
इस लेख में प्रस्तुत सभी आंकड़े और विशेषज्ञों की राय सार्वजनिक बाजार रिपोर्टों और एजेंसी फीड पर आधारित हैं। यह निवेश की सिफारिश नहीं है। सोने या किसी अन्य कमोडिटी में निवेश से पहले अपनी विवेकपूर्ण जांच करें।