Silver Price Today: भारत में चांदी केवल एक कीमती धातु नहीं, बल्कि निवेश, आस्था और परंपरा से जुड़ा अहम माध्यम है। आज देश में चांदी की कीमत 199 रुपये प्रति ग्राम और 1,99,000 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज की गई है। यह दर फिलहाल स्थिर दिखाई दे रही है, लेकिन इसके पीछे की वैश्विक और आर्थिक परिस्थितियां लगातार बदलती रहती हैं। ऐसे में यह समझना जरूरी हो जाता है कि चांदी की कीमतें आखिर किन कारणों से तय होती हैं और इसका आम निवेशक व उपभोक्ता पर क्या प्रभाव पड़ता है।
चांदी का उपयोग भारत में गहनों, औद्योगिक जरूरतों और निवेश के रूप में बड़े पैमाने पर होता है। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी बाजारों तक, इसकी मांग अलग-अलग रूपों में बनी रहती है। कीमतों में स्थिरता कई लोगों के लिए राहत हो सकती है, लेकिन बाजार को समझने वाले जानते हैं कि यह ठहराव लंबे समय तक बना रहेगा या नहीं, यह कई बाहरी कारकों पर निर्भर करता है।
चांदी की कीमत तय करने वाले प्रमुख कारक
चांदी की कीमतें केवल घरेलू मांग से तय नहीं होतीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार की चाल इसका सबसे बड़ा आधार होती है। वैश्विक स्तर पर चांदी की कीमतों में होने वाला उतार-चढ़ाव सीधे भारतीय बाजार में दिखाई देता है। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति भी इसमें अहम भूमिका निभाती है।
भारत के प्रमुख शहरों में आज के चांदी के भाव
| शहर | 10 ग्राम चांदी (₹) | 100 ग्राम चांदी (₹) | 1 किलोग्राम चांदी (₹) |
|---|---|---|---|
| चेन्नई | 2,109 | 21,090 | 2,10,900 |
| मुंबई | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| दिल्ली | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| कोलकाता | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| बेंगलुरु | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| हैदराबाद | 2,109 | 21,090 | 2,10,900 |
| केरल | 2,109 | 21,090 | 2,10,900 |
| पुणे | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| वडोदरा | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| अहमदाबाद | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| जयपुर | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| लखनऊ | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| कोयंबटूर | 2,109 | 21,090 | 2,10,900 |
| मदुरै | 2,109 | 21,090 | 2,10,900 |
| विजयवाड़ा | 2,109 | 21,090 | 2,10,900 |
| पटना | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| नागपुर | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| चंडीगढ़ | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| सूरत | 1,990 | 19,900 | 1,99,000 |
| भुवनेश्वर | 2,109 | 21,090 | 2,10,900 |
अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
दुनिया भर के कमोडिटी बाजारों में चांदी की कीमतें निवेशकों की भावनाओं, औद्योगिक मांग और वैश्विक आर्थिक हालात पर निर्भर करती हैं। यदि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चांदी महंगी होती है, तो भारत में भी इसकी कीमत बढ़ जाती है। वहीं वैश्विक मंदी या मांग में गिरावट का असर कीमतों में नरमी के रूप में दिखता है।
डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल
रुपये और डॉलर का संबंध चांदी की कीमतों को सीधे प्रभावित करता है। यदि रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर होता है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमत स्थिर रहती है, तब भी भारत में चांदी महंगी हो जाती है। इसका कारण आयात लागत का बढ़ना होता है। यही वजह है कि मुद्रा बाजार की हलचल पर कीमती धातुओं के निवेशक खास नजर रखते हैं।
निवेशकों के लिए क्या मायने
199 रुपये प्रति ग्राम की मौजूदा कीमत निवेशकों के लिए एक संकेत है कि बाजार फिलहाल संतुलन की स्थिति में है। जो लोग लंबे समय के लिए चांदी में निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए यह स्तर सोच-समझकर कदम रखने का मौका हो सकता है। हालांकि, अल्पकालिक निवेशकों को वैश्विक संकेतों पर नजर बनाए रखना जरूरी है।
आभूषण बाजार पर असर
चांदी की कीमतों में स्थिरता का सीधा असर आभूषण बाजार पर पड़ता है। शादी-विवाह और त्योहारों के मौसम में चांदी की मांग बढ़ जाती है। कीमतें स्थिर रहने से उपभोक्ताओं को खरीदारी का भरोसा मिलता है और बाजार में सुस्ती कम होती है।
औद्योगिक मांग की भूमिका
चांदी का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल और मेडिकल उपकरणों में भी होता है। औद्योगिक मांग बढ़ने पर चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिलती है। आने वाले वर्षों में हरित ऊर्जा और तकनीकी विकास के चलते चांदी की मांग बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
आगे का संभावित रुख
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमतों में हलचल आती है या डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होता है, तो भारतीय बाजार में भी कीमतें बढ़ सकती हैं। वहीं यदि वैश्विक स्तर पर स्थिरता बनी रहती है, तो चांदी कुछ समय तक इसी दायरे में रह सकती है।