कोलकाता के गोवाबागान इलाके में स्थित एक बस्ती में कल शाम एक घर में अचानक भीषण आग लग गई। यह घटना शाम करीब साढ़े सात बजे की है जब पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते पूरा घर धधकने लगा। स्थानीय लोगों ने तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी और दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक घर का सारा सामान, कपड़े और जरूरी कागजात जलकर राख हो चुके थे।
आग लगने का कारण
प्रारंभिक जांच में यह माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से यह आग लगी। बस्ती के इस इलाके में बिजली के तार पुराने और जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हैं। कई घरों में बिजली का कनेक्शन अस्थायी तरीके से लगाया गया है। ऐसे में शॉर्ट सर्किट होना आम बात है। घर के मालिक ने बताया कि शाम के समय अचानक चिंगारी दिखाई दी और उसके बाद तेजी से आग फैल गई। परिवार के सदस्य किसी तरह बाहर निकल पाए, लेकिन घर के अंदर का सामान बचाने का मौका ही नहीं मिला।

दमकल विभाग की तत्परता
सूचना मिलते ही दमकल विभाग ने दो इंजन मौके पर भेजे। दमकल कर्मियों ने जल्दी से जल्दी आग बुझाने का काम शुरू किया। घनी बस्ती होने की वजह से आग के फैलने का खतरा ज्यादा था। आसपास के घरों में भी आग पहुंच सकती थी। दमकल कर्मियों ने बहुत सावधानी से काम किया और करीब एक घंटे की मेहनत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने भी दमकल कर्मियों की मदद की और आसपास के लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया।

परिवार का नुकसान
आग में घर का सारा सामान जलकर खत्म हो गया। फर्नीचर, कपड़े, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक सामान सब कुछ राख हो गया। सबसे बड़ा नुकसान यह हुआ कि परिवार के सभी जरूरी दस्तावेज भी जल गए। आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक के कागजात, बच्चों के स्कूल के सर्टिफिकेट सब कुछ खाक हो गए। घर के मुखिया ने रोते हुए बताया कि उनकी पूरी जिंदगी की कमाई इस घर में थी। अब उनके पास कुछ भी नहीं बचा है। परिवार के छोटे बच्चे सदमे में हैं और समझ नहीं पा रहे कि क्या हुआ।
बस्ती की स्थिति
गोवाबागान बस्ती में ज्यादातर गरीब मजदूर और छोटे दुकानदार रहते हैं। यहां के घर लकड़ी, टीन और प्लास्टिक की चादरों से बने हैं। बिजली का कनेक्शन भी ठीक तरीके से नहीं है। कई जगह एक ही तार से कई घरों में बिजली ली जाती है। ऐसे में शॉर्ट सर्किट का खतरा हमेशा बना रहता है। इससे पहले भी इस बस्ती में कई बार छोटी-मोटी आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन इस बार का नुकसान बहुत ज्यादा है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
बस्ती के लोगों ने बताया कि वे कई बार प्रशासन से बिजली की व्यवस्था सुधारने की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि अगर समय पर बिजली के तारों की मरम्मत करा दी जाती तो यह हादसा टाला जा सकता था। लोगों ने मांग की है कि सरकार को इस बस्ती में बिजली की सुरक्षित व्यवस्था करनी चाहिए। साथ ही प्रभावित परिवार को तुरंत आर्थिक मदद दी जानी चाहिए।
प्रशासन का रुख
स्थानीय पार्षद ने घटना के बाद बस्ती का दौरा किया और प्रभावित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही सरकार की तरफ से मदद दी जाएगी। साथ ही बस्ती में बिजली की व्यवस्था सुधारने के लिए बिजली विभाग को निर्देश दिए जाएंगे। दमकल विभाग ने घटना की रिपोर्ट तैयार की है और आग लगने के सही कारण का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
सुरक्षा के उपाय
इस घटना के बाद यह जरूरी हो गया है कि बस्तियों में रहने वाले लोग बिजली के मामले में सावधानी बरतें। पुराने तारों को बदलना चाहिए और किसी भी तरह की खराबी दिखने पर तुरंत इलेक्ट्रीशियन को बुलाना चाहिए। घर में फायर एक्सटिंगुइशर रखना भी जरूरी है। साथ ही बच्चों को आग से बचाव के बारे में जानकारी देनी चाहिए। सरकार को भी ऐसी बस्तियों में नियमित तौर पर सुरक्षा जांच करनी चाहिए।
आगे का रास्ता
प्रभावित परिवार अब सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों की मदद की उम्मीद कर रहा है। कुछ लोगों ने कपड़े और खाने का सामान देना शुरू कर दिया है। लेकिन घर को दोबारा बनाने और जरूरी दस्तावेज बनवाने के लिए बड़ी रकम चाहिए। परिवार चाहता है कि सरकार जल्द से जल्द मुआवजा दे ताकि वे अपनी जिंदगी फिर से शुरू कर सकें। इस घटना ने एक बार फिर बस्तियों में रहने वाले गरीब लोगों की असुरक्षित स्थिति को उजागर किया है।
यह घटना एक चेतावनी है कि अगर समय रहते सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए तो ऐसी दुर्घटनाएं बार-बार होती रहेंगी। जरूरत है कि सरकार, प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर बस्तियों को सुरक्षित बनाने की दिशा में काम करें।