PLFI News: झारखंड में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) मार्टिन केरकेट्टा राज्य के 7 जिलों में सक्रिय था। इन 7 जिलों में उस पर 72 मुकदमे दर्ज थे। सबसे ज्यादा 30 मुकदमे गुमला जिले में दर्ज हैं। सिमडेगा, चाईबासा, चतरा, हजारीबाग, रांची और खूंटी जिले में उसके खिलाफ केस दर्ज हैं। गुमला के रहने वाले 15 लाख रुपए एक इनामी उग्रवादी मार्टिन केरकेट्टा को सुरक्षा बलों ने कामडारा थाना क्षेत्र के पारही जंगल के चंगाबाड़ी उपरटोली में मुठभेड़ में मार गिराया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र के चंगाबाड़ी उपरटोली इलाके में पीएलएफआई के सदस्यों और सुरक्षाबलों के बीच मंगलवार की रात करीब साढ़े 9 बजे मुठभेड़ शुरू हुई थी, जो करीब एक घंटे तक चली। मुठभेड़ तब शुरू हुई, जब सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया था।
उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान मार्टिन केरकेट्टा के रूप में हुई, जो प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई का प्रमुख एवं एरिया कमांडर था। झारखंड के 7 जिलों के कई पुलिस थानों में दर्ज 72 मामलों में पुलिस को उसकी तलाश थी।
गुमला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) हरीश बिन जमां ने बताया कि जैसे ही सुरक्षा बल चंगाबाड़ी उपरटोली पहुंचे, तो पीएलएफआई के उग्रवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। इसमें पीएलएफआई का प्रमुख एवं एरिया कमांडर मार्टिन केरकेट्टा मारा गया। उसके पास से एक पिस्तौल बरामद की गयी है।
एसपी ने यह भी बताया कि उन्हें इलाके में पीएलएफआई के कुछ उग्रवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसी सूचना के बाद उग्रवादियों के खिलाफ अभियान के लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया गया। उन्होंने बताया कि जिस वक्त मुठभेड़ हुई, जंगल में 4 उग्रवादी मौजूद थे। 3 अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गये।
उन्होंने बताया कि पीएलएफआई के स्वयंभू सुप्रीमो मार्टिन केरकेट्टा पर 72 केस दर्ज थे। उसके खिलाफ सबसे ज्यादा 30 केस गुमला में दर्ज थे। सिमडेगा में 6, चाईबासा में 4, चतरा में 1, हजारीबाग में 3, रांची में 11 और खूंटी जिले में 17 मामले दर्ज हैं।