Gmail vs Zoho Mail: अब अमित शाह सहित कई हाई-प्रोफाइल यूज़र्स कर रहे हैं स्विच, जानिए पूरी डिटेल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।
भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी Zoho की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता के बीच अब उसका ईमेल प्लेटफॉर्म Zoho Mail सुर्खियों में है। हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह समेत कई उच्च-स्तरीय यूज़र्स ने अपने ईमेल अकाउंट को Gmail से Zoho Mail में स्थानांतरित किया है।
Zoho का यह प्लेटफॉर्म अब एक प्राइवेसी-फर्स्ट विकल्प के रूप में देखा जा रहा है, जो बिना विज्ञापन, मजबूत एन्क्रिप्शन और बेहतर इंटीग्रेशन का दावा करता है।
यह भी पढ़ें:
जिलाधिकारी डॉ. विपीन इटनकर ने कहा – अवैध धंधों से बाहर लाने के लिए शासन के साथ समाज की सकारात्मक भागीदारी जरूरी
Zoho Mail को लेकर क्यों बढ़ा है उत्साह?
Zoho पहले ही अपने चैट ऐप Arattai के जरिए चर्चा में था। अब उसका ईमेल प्लेटफॉर्म भी Gmail के विकल्प के रूप में तेजी से ट्रेंड कर रहा है। इसकी लोकप्रियता का बड़ा कारण है — डेटा गोपनीयता पर भरोसा, साथ ही भारतीय सर्वर और घरेलू सपोर्ट सिस्टम।
Zoho Mail पूरी तरह ऐड-फ्री है और यह दावा करता है कि वह यूज़र्स के ईमेल को विज्ञापनों के लिए “प्रोसेस” नहीं करता।
Gmail से Zoho Mail में कैसे स्विच करें — स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
यदि आप भी Gmail से Zoho Mail पर शिफ्ट करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें —
- Zoho Mail पर अकाउंट बनाएं:
Zoho की वेबसाइट पर जाकर फ्री या प्रीमियम प्लान चुनें और नया अकाउंट बनाएं। - Gmail में IMAP सक्षम करें:
Gmail सेटिंग्स में जाकर Forwarding and POP/IMAP टैब खोलें और IMAP Access ऑन करें। - Migration Wizard चलाएं:
Zoho Mail के डैशबोर्ड में जाकर Import/Export सेक्शन से Migration Wizard चालू करें।
यह टूल आपके पुराने Gmail संदेश, संपर्क और फोल्डर्स को सुरक्षित तरीके से Zoho Mail में ट्रांसफर करता है। - Gmail फ़ॉरवर्डिंग एक्टिव करें:
डेटा ट्रांसफर पूरा होने के बाद, Gmail से नए मेल अपने आप Zoho Mail पर आने के लिए फ़ॉरवर्डिंग ऑन करें। - कॉन्टैक्ट्स को सूचित करें:
अब अपने सभी कॉन्टैक्ट्स, बैंकिंग और सोशल मीडिया अकाउंट्स में नया ईमेल अपडेट करें।
ध्यान दें:
यदि आपका Gmail अकाउंट कई साल पुराना है या उसमें डेटा बहुत अधिक है, तो ट्रांसफर में कुछ देरी हो सकती है।
साथ ही, Gmail के कुछ विशेष टूल जैसे Google Drive या Keep Zoho में स्वतः इंटीग्रेट नहीं होंगे।
Zoho Mail की खास विशेषताएँ
Zoho Mail, Gmail की तुलना में कई नई सुविधाएँ और अतिरिक्त सुरक्षा फीचर्स प्रदान करता है —
- बिना विज्ञापन वाला इनबॉक्स:
Zoho Mail यूज़र्स के डेटा को विज्ञापन के लिए इस्तेमाल नहीं करता। - Streams फीचर:
यह एक सोशल मीडिया जैसे सहयोगी स्पेस की तरह काम करता है जहाँ टीम के लोग पोस्ट बना सकते हैं, टैग कर सकते हैं, टास्क और ईवेंट असाइन कर सकते हैं। - बड़े अटैचमेंट्स की सुविधा:
यूज़र्स 1 GB तक की फाइल्स अटैच कर सकते हैं। लिमिट से ज्यादा फाइलें अपने आप लिंक में कन्वर्ट हो जाती हैं। - Email Recall:
Gmail की तरह सीमित समय नहीं — Zoho Mail में भेजा गया ईमेल बाद में भी रिकॉल किया जा सकता है। - S/MIME सिक्योरिटी:
यह फीचर डिजिटल सिग्नेचर और एडवांस एन्क्रिप्शन देता है जिससे ईमेल और अधिक सुरक्षित बनता है। - Email Retention और eDiscovery:
यह सुविधा संस्थानों को पुराने ईमेल का बैकअप रखने और कानूनी मामलों में खोजने की सुविधा देती है। - Smart Filters:
आने वाले मेल्स को स्वतः “Notifications”, “Newsletters” जैसे कैटेगरी में विभाजित करता है। - इंटीग्रेटेड प्रोडक्टिविटी टूल्स:
इसमें कैलेंडर, टास्क्स, नोट्स, कॉन्टैक्ट्स और बुकमार्क्स इनबिल्ट हैं — जिससे बार-बार ऐप स्विच करने की जरूरत नहीं पड़ती।
मोबाइल यूज़र्स के लिए ऐप्स
Zoho ने मोबाइल यूज़र्स के लिए तीन अलग-अलग ऐप्स भी तैयार किए हैं —
Zoho Mail, Zoho Streams और Zoho Admin — जो Android और iOS दोनों पर उपलब्ध हैं।
इनसे यूज़र्स अपने ईमेल, कैलेंडर और सहयोगात्मक कार्यों को कहीं से भी संभाल सकते हैं।
Gmail से Zoho Mail में स्विच करना सिर्फ प्लेटफॉर्म बदलना नहीं बल्कि डिजिटल प्राइवेसी की दिशा में एक कदम है।
यदि आप विज्ञापनों से मुक्त, सुरक्षित और भारतीय कंपनी के भरोसेमंद विकल्प की तलाश में हैं, तो Zoho Mail आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।