Delhi Blast: प्रधानमंत्री मोदी ने घायलों का हाल जाना, कहा – देश आतंक के खिलाफ एकजुट
नई दिल्ली। लाल किला के निकट हुए भीषण विस्फोट के बाद बुधवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल पहुंचे। उन्होंने वहां भर्ती सभी घायलों से मुलाकात की और चिकित्सकों से उनके उपचार की विस्तृत जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने प्रत्येक घायल को शीघ्र स्वस्थ होने की शुभकामनाएँ दीं और यह भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार उनके इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी।
विस्फोट के बाद राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी
लाल किला के पास हुए इस धमाके के बाद दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रधानमंत्री की अस्पताल यात्रा की सूचना मिलते ही आईटीओ क्षेत्र, बहादुर शाह ज़फर मार्ग, और दिल्ली गेट के आसपास सुरक्षा अभेद्य कर दी गई। सभी वाहनों को हटाने और दुकानों को तत्काल बंद करने के निर्देश जारी किए गए।
पुलिस ने पीसीआर वैन से लोगों को सचेत करते हुए कहा कि यदि 20 मिनट के भीतर सड़कें खाली नहीं की गईं, तो क्रेन से वाहनों को हटाया जाएगा। अस्पताल के चारों ओर पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।

आतंकी साजिश की जांच में जुटी एजेंसियाँ
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल सेल) ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा नंबर की आई-20 कार (HR 26CE 7674) में विस्फोट हुआ। बताया जा रहा है कि इस कार में आतंकी डॉ. उमर नबी सवार था, जो ब्लास्ट के दौरान मौके पर ही मारा गया। कार में मौजूद विस्फोटक पदार्थ की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास खड़े कई वाहन उसकी चपेट में आ गए।
जांच एजेंसियाँ एनआईए और इंटेलिजेंस ब्यूरो भी इस घटना को अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क से जोड़कर देख रही हैं। अभी तक किसी संगठन ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन पुलिस के सूत्रों के अनुसार, घटना में आईईडी के प्रयोग के स्पष्ट संकेत मिले हैं।

प्रधानमंत्री ने दिए सख्त निर्देश, आतंकवाद पर शून्य सहिष्णुता की नीति दोहराई
Delhi Blast: अस्पताल से बाहर निकलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने मीडिया से कहा कि “जो निर्दोष लोगों के जीवन से खेलते हैं, उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। भारत आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई को और तेज करेगा।” उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को जांच में तेजी लाने, दोषियों की शीघ्र पहचान करने और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इस घटना से देश का मनोबल नहीं टूटेगा। उन्होंने घायलों के परिवारों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया और अस्पताल प्रबंधन को बेहतर उपचार सुविधाएँ सुनिश्चित करने के आदेश दिए।
घटना में अब तक 10 की मौत, 26 घायल
पुलिस के ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस विस्फोट में अब तक 10 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 26 नागरिक घायल हैं। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि कई घायलों की हालत अभी भी गंभीर है, जिनका इलाज विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में चल रहा है।
राजधानी की जनता इस घटना से स्तब्ध है। कई सामाजिक संगठनों ने घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की मांग की है।

देशभर में अलर्ट, सीमाओं पर निगरानी बढ़ाई गई
इस हमले के बाद पूरे उत्तर भारत में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस के साथ-साथ हरियाणा, उत्तर प्रदेश, और पंजाब पुलिस को भी सीमावर्ती इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश मिले हैं। रेलवे स्टेशन, मेट्रो, और हवाई अड्डों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
आतंकवाद पर एकजुट भारत की पुकार | Delhi Blast
लाल किला के निकट हुआ यह विस्फोट देश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देता है, परंतु प्रधानमंत्री मोदी की तत्परता और घायलों से संवेदनात्मक मुलाकात ने जनता में विश्वास जगाया है कि भारत आतंक के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा रहेगा।