आईएनएस विक्रांत पर भारत की वायु शक्ति का प्रदर्शन, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा – “यह दृश्य हर भारतीय को गर्व से भर देता है”
भारत की नौसेना ने सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को आईएनएस विक्रांत के डेक पर एक ऐसा शानदार वायु शक्ति प्रदर्शन (Air Power Demo) प्रस्तुत किया, जिसने देशभर में गर्व और आत्मविश्वास की नई लहर जगा दी। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं नौसेना के इस प्रदर्शन का अवलोकन किया और भारतीय नौसेना की दक्षता, अनुशासन और तकनीकी श्रेष्ठता की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।

प्रधानमंत्री मोदी ने देखा मिग-29के का अद्भुत प्रदर्शन
आईएनएस विक्रांत के विशाल डेक पर जब मिग-29के लड़ाकू विमान ने मात्र कुछ सौ मीटर के रनवे से उड़ान भरी, तो यह दृश्य न केवल रोमांचक था बल्कि आत्मनिर्भर भारत के रक्षा स्वप्न को साकार करता प्रतीत हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा करते हुए लिखा —
“आईएनएस विक्रांत पर एक अद्भुत वायु शक्ति प्रदर्शन देखा, जो परिशुद्धता और क्षमता का प्रतीक था। मिग-29 लड़ाकू विमानों का दिन और रात में छोटे रनवे से उड़ान और लैंडिंग अनुशासन, कौशल और तकनीकी उत्कृष्टता का अद्भुत उदाहरण था।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि नौसेना के जवानों की यह दक्षता केवल प्रशिक्षण का परिणाम नहीं, बल्कि मातृभूमि के प्रति उनकी अटूट निष्ठा का प्रमाण है।
आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक – आईएनएस विक्रांत
आईएनएस विक्रांत भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत (Indigenous Aircraft Carrier) है, जिसका निर्माण ‘मेक इन इंडिया’ अभियान की सफलता का जीता-जागता उदाहरण है। इसे भारतीय नौसेना के कोचीन शिपयार्ड में तैयार किया गया था और यह भारतीय समुद्री शक्ति की नई पहचान बन चुका है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आईएनएस विक्रांत न केवल सामरिक दृष्टि से भारत को मजबूती देता है बल्कि यह भारत की तकनीकी स्वायत्तता का भी प्रतीक है। इसके संचालन में उपयोग की जाने वाली प्रणालियाँ, रडार और संचार तकनीक भारत की रक्षा अनुसंधान प्रयोगशालाओं की देन हैं।

दीपावली के अवसर पर नौसेना परिवार के साथ प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष अपनी 12वीं दीपावली भारतीय सशस्त्र बलों के साथ मनाई। इस बार उन्होंने समुद्र की लहरों के बीच, नौसेना कर्मियों के बीच आईएनएस विक्रांत पर दीयों की रौशनी में त्योहार मनाया।
उन्होंने नौसेना कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा —
“मैं अपने परिवार के बीच हूं। आप सभी मेरे परिवार हैं। जब मैं आपके साथ दीपावली मनाता हूं, तो मुझे गर्व और आत्मबल दोनों प्राप्त होता है।”
प्रधानमंत्री ने नौसेना की आधुनिकीकरण योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ ने नौसेना को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है।

ऑपरेशन सिंदूर से लेकर क्षेत्रीय सुरक्षा तक
आईएनएस विक्रांत की भूमिका केवल सैन्य शक्ति तक सीमित नहीं है। मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, इस विमानवाहक पोत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों के खिलाफ किए गए निर्णायक अभियानों में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
इसके अलावा, विक्रांत मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियानों में भी अहम भूमिका निभा चुका है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर नौसेना की इन सेवाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि “हमारी नौसेना न केवल देश की सुरक्षा करती है, बल्कि संकट की घड़ी में मानवता की सेवा में भी अग्रणी रहती है।”

तकनीकी कौशल और अनुशासन का अनूठा संगम
वायु शक्ति प्रदर्शन में भारतीय नौसेना के मिग-29के, हल्का हेलीकॉप्टर ध्रुव और सी किंग विमान शामिल रहे। इन सभी ने हवा में अद्भुत समन्वय और सामरिक निपुणता का प्रदर्शन किया। रात के अंधेरे में मिग-29के की लैंडिंग इस प्रदर्शन का सबसे रोमांचक क्षण था, जिसने तकनीकी उत्कृष्टता का परिचय दिया।
नौसेना अधिकारियों के अनुसार, यह प्रदर्शन दिखाता है कि भारतीय नौसेना अब दिन और रात दोनों स्थितियों में समान दक्षता के साथ किसी भी समुद्री अभियान को अंजाम दे सकती है।




भारत की समुद्री शक्ति का सशक्त संदेश
प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति और नौसेना का यह प्रदर्शन पूरी दुनिया को यह संदेश देता है कि भारत अब केवल एक रक्षा आयातक नहीं रहा, बल्कि एक वैश्विक समुद्री शक्ति के रूप में उभर चुका है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह कार्यक्रम रणनीतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत की इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में बढ़ती भूमिका को रेखांकित करता है।
आईएनएस विक्रांत पर हुआ यह वायु शक्ति प्रदर्शन केवल एक तकनीकी प्रदर्शन नहीं, बल्कि भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति, तकनीकी प्रगति और देशभक्ति की भावना का प्रतीक था। प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।
दीपावली की जगमगाहट के बीच, जब विक्रांत के डेक पर उड़ते मिग-29के विमानों ने आसमान को रोशन किया, तो वह दृश्य हर भारतीय के दिल में यह विश्वास जगा गया कि भारत अब किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है।