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Kasibugga Temple Stampede: कसिबुग्गा मंदिर हादसा, नौ श्रद्धालुओं की मौत के बाद सीएम चंद्रबाबू नायडू ने दिए जांच के आदेश

Andhra Temple Stampede Inquiry – आंध्र प्रदेश में मंदिर हादसे की जांच के आदेश, सीएम नायडू बोले- “जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई”
Andhra Temple Stampede Inquiry – आंध्र प्रदेश में मंदिर हादसे की जांच के आदेश, सीएम नायडू बोले- “जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई” (Photo, PTI, File)
नवम्बर 1, 2025

घटना का दर्दनाक विवरण

आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर, कसिबुग्गा में शनिवार को घटी भयावह भगदड़ ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया। धार्मिक आस्था और उत्साह के माहौल में अचानक मची अफरातफरी ने नौ निर्दोष श्रद्धालुओं की जान ले ली, जबकि कई लोग घायल हो गए। यह हादसा कार्तिक मास के शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने से हुआ, लेकिन सुरक्षा इंतजाम नदारद थे।

मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए इसे “दर्दनाक और निंदनीय” बताया। उन्होंने तत्काल प्रभाव से पूर्ण जांच (Full-Fledged Inquiry) के आदेश दिए हैं और कहा कि “जो भी इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”


आयोजकों पर गंभीर आरोप

मुख्यमंत्री नायडू ने अपने संबोधन में आयोजकों को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मंदिर के आयोजक ने पुलिस प्रशासन को इस बड़े आयोजन की जानकारी नहीं दी थी, जिसके कारण भीड़ नियंत्रण के लिए कोई सुरक्षा बल तैनात नहीं किया गया।
नायडू ने कहा —

“यदि आयोजक ने पुलिस को सूचित किया होता तो सुरक्षा प्रबंध किए जा सकते थे। भीड़ को नियंत्रित किया जा सकता था और निर्दोष लोगों की जान बचाई जा सकती थी।”

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार इस हादसे को एक “सिस्टम फेलियर” के रूप में देख रही है और इस बार किसी को बख्शा नहीं जाएगा।


विपक्ष ने साधा निशाना

पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के प्रमुख वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए सरकार पर “पूर्ण लापरवाही” का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा —

“यह बेहद हृदयविदारक है कि नौ श्रद्धालुओं ने अपनी जान गंवाई। सरकार बार-बार ऐसी त्रासदियों से सबक नहीं ले रही। यह नायडू प्रशासन की नाकामी का प्रतीक है।”

जगन रेड्डी ने मृतकों के परिवारों को तुरंत सहायता राशि देने और घायलों के इलाज की पूरी व्यवस्था करने की मांग की।


स्थानीय श्रद्धालुओं की आपबीती

95 वर्षीय स्थानीय निवासी मुखुंदा पांडा ने मीडिया से कहा कि उन्होंने पहले कभी मंदिर में इतनी बड़ी भीड़ नहीं देखी थी। “मैंने सोचा था कि कुछ सौ लोग आएंगे, लेकिन हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। किसी को उम्मीद नहीं थी कि स्थिति इतनी खराब हो जाएगी,” उन्होंने कहा।

स्थानीय लोगों का कहना है कि आयोजन से पहले कोई प्रशासनिक तैयारी नहीं की गई थी — न ट्रैफिक नियंत्रण, न मेडिकल टीम और न ही एम्बुलेंस की उचित व्यवस्था।


सरकारी प्रतिक्रिया और राहत कार्य

घटना के बाद राज्य सरकार ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। प्रशासन ने घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया है और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि घटना की विस्तृत रिपोर्ट तीन दिनों के भीतर सौंपी जाएगी।

सीएम नायडू ने कहा —

“यह हादसा अनुशासन और व्यवस्था की कमी के कारण हुआ। हमने इसे बहुत गंभीरता से लिया है और दोषियों को सजा दिलाई जाएगी।”


पृष्ठभूमि: कार्तिक मास में उमड़ती आस्था की भीड़

कार्तिक मास के दौरान दक्षिण भारत के मंदिरों में विशेष पूजा और स्नान का आयोजन होता है। कसिबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनता है। लेकिन इस बार व्यवस्थाओं की अनदेखी ने भक्ति के इस पर्व को मातम में बदल दिया।


सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

यह हादसा एक बार फिर मंदिर प्रबंधन और राज्य सरकार की भीड़ प्रबंधन नीतियों पर सवाल उठाता है। धार्मिक आयोजनों में लाखों लोगों की भीड़ जुटना आम बात है, ऐसे में प्रशासनिक समन्वय और पुलिस की भूमिका अहम होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय रहते भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था होती, तो यह त्रासदी टल सकती थी।


कसिबुग्गा मंदिर की यह घटना न केवल धार्मिक आयोजनों की सुरक्षा पर एक चेतावनी है, बल्कि यह भी याद दिलाती है कि आस्था और प्रशासनिक सतर्कता साथ-साथ चलनी चाहिए।
मुख्यमंत्री नायडू की जांच के आदेश और विपक्ष के आरोपों के बीच एक बात स्पष्ट है — जनता जवाब चाहती है। यह आवश्यक है कि जांच निष्पक्ष हो और भविष्य में ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति न हो।


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Aryan Ambastha

Writer & Thinker | Finance & Emerging Tech Enthusiast | Politics & News Analyst | Content Creator. Nalanda University Graduate with a passion for exploring the intersections of technology, finance, Politics and society. | Email: aryan.ambastha@rashtrabharat.com

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