अमरावती निर्माण में तेजी लाने का मुख्यमंत्री का निर्देश
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को राजधानी अमरावती के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों में अब किसी भी प्रकार की देरी स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना राज्य की प्रतिष्ठा से जुड़ी है और इसे निर्धारित समयसीमा में पूरा किया जाना चाहिए।
अधिकारियों को निर्माण कार्य में गति लाने के निर्देश
मुख्यमंत्री नायडू ने अपने कैम्प कार्यालय से समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि अमरावती के ग्रीनफ़ील्ड राजधानी प्रोजेक्ट में चल रहे सभी कार्यों की साप्ताहिक समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा, “निर्माण में केवल गति नहीं, बल्कि गुणवत्ता भी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह भी जानकारी ली कि किन-किन इमारतों का कार्य प्रगति पर है, किन कंपनियों के पास निर्माण सामग्री और मशीनरी की उपलब्धता है, तथा श्रमिकों की स्थिति क्या है।
वर्षा से बाधित कार्यों की भरपाई करने का आदेश
बैठक में मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि हाल के दिनों में बारिश के कारण निर्माण कार्यों की गति धीमी पड़ी थी, परंतु अब आने वाले हफ्तों में अधिकारियों को खोए हुए समय की भरपाई करनी होगी। उन्होंने निर्माण कंपनियों को पर्याप्त मानव संसाधन और उपकरण तैनात करने के निर्देश दिए ताकि परियोजना में विलंब न हो।
भूमि दान करने वाले किसानों के अधिकारों की रक्षा
मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि जिन किसानों ने राजधानी निर्माण के लिए अपनी भूमि दी है, उन्हें वापसी योग्य भूखंड (Returnable Plots) के पंजीकरण में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 2,471 किसानों के भूखंड पंजीकरण लंबित हैं और उन्हें शीघ्र ही पूरा किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि वे स्वयं किसानों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे और समाधान सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भूमि पंजीकरण की प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित बनाया जाए।
हरियाली, सौंदर्यीकरण और स्वच्छता पर भी जोर
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अमरावती को केवल एक प्रशासनिक राजधानी नहीं बल्कि एक विश्व-स्तरीय हरित नगरी के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “अमरावती की सुंदरता, हरियाली और स्वच्छता पर उतना ही ध्यान दिया जाए जितना भवन निर्माण पर दिया जा रहा है।”
उन्होंने निर्देश दिया कि शहर के मुख्य मार्गों, सरकारी इमारतों और सार्वजनिक स्थलों पर सौंदर्यीकरण कार्य तेज किए जाएँ। नायडू ने यह भी सुझाव दिया कि ऊँची इमारतें और आधुनिक ढांचा अमरावती को एक विश्व स्तरीय राजधानी शहर की पहचान देंगे।
नियमित समीक्षा और पारदर्शी प्रशासन
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि वे हर पंद्रह दिन में अमरावती निर्माण कार्यों की प्रगति की व्यक्तिगत समीक्षा करेंगे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी विभागों में आपसी समन्वय बना रहे ताकि किसी भी कार्य में रुकावट न आए।
नायडू ने खनन विभाग को यह भी निर्देश दिया कि निर्माण कार्य के लिए ग्रेवल (रेत और बजरी) की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
अमरावती: आंध्र प्रदेश की भावी पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरावती न केवल राज्य की राजधानी होगी बल्कि यह नए आंध्र प्रदेश का प्रतीक बनेगी। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य इसे आर्थिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक दृष्टि से भारत के श्रेष्ठ नगरों में शामिल करना है।
नायडू ने अंत में कहा, “अमरावती का निर्माण केवल इमारतों का नहीं, बल्कि एक सपने का निर्माण है – ऐसा सपना जो आंध्र प्रदेश के भविष्य को दिशा देगा।”
यह समाचार पीटीआई(PTI) के इनपुट के साथ प्रकाशित किया गया है।
 
            

 
                 Asfi Shadab
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