पहले चरण के नामांकन का अंतिम दिन
17 अक्टूबर 2025 को बिहार विधानसभा आम निर्वाचन के पहले चरण के नामांकन का आखिरी दिन था। सभी प्रमुख दलों के प्रत्याशी आज अपने नामांकन दाखिल करने के लिए मैदान में उतरे। महागठबंधन में सीटों का बंटवारा अभी अंतिम रूप नहीं ले पाया है, हालांकि प्रत्याशियों को सिंबल देना शुरू कर दिया गया है।
पप्पू यादव पर हमला
लालगंज में कांग्रेस के लिए नामांकन करने आए निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को तेजस्वी यादव के समर्थकों ने खदेड़ दिया। पप्पू यादव राजद उम्मीदवार शिवानी शुक्ला के खिलाफ बयान दे रहे थे। यह घटना चुनावी माहौल में बढ़ते तनाव और समर्थन दलों के बीच असहमति को उजागर करती है।
नामांकन और राजनीतिक गतिविधियाँ
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छपरा: भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव राजद के सिंबल पर नामांकन दाखिल करने पहुंचे, समर्थकों की भारी भीड़ मौजूद रही।
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अलीनगर: भाजपा की मैथिली ठाकुर, गौड़ाबौराम से वीआईपी के मुकेश सहनी, भाजपा के सुजीत कुमार और द प्लुरल्स की पुष्पम प्रिया ने नामांकन दाखिल किया।
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मुकेश सहनी: वीआईपी प्रमुख ने घोषणा की कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन सभी 243 सीटों पर प्रचार करेंगे।
सीट बंटवारे और गठबंधन पर बयान
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भाकपा (माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि इंडिया ब्लॉक में देरी का कारण गठबंधन के आकार में वृद्धि है, इसका अर्थ बिखराव नहीं।
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मनोज तिवारी (भाजपा सांसद) ने कहा कि एनडीए ने सीटों का बंटवारा पहले ही तय कर लिया था, जबकि महागठबंधन में अभी भी विवाद जारी है।
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RLM के उपेंद्र कुशवाहा ने पुष्टि की कि उनकी पार्टी को छह सीटें मिली हैं और उन्हें दरकिनार नहीं किया गया।
केंद्रीय और राज्य नेताओं की गतिविधियाँ
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अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की, जिससे सियासी हलचल तेज हो गई।
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बेगूसराय और पटना साहिब में भाजपा उम्मीदवारों के लिए रोड शो और जनसभाओं में भाग लिया।
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भाजपा सांसद रवि किशन ने चुनाव में विकास, महिला सुरक्षा और युवाओं के रोजगार पर जोर दिया।
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भाजपा प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने नीतीश कुमार के पूर्ण बहुमत और सुशासन की बात कही।
नए राजनीतिक चेहरे
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पूर्व लोकसभा सांसद सरफराज आलम ने राजद छोड़कर जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए।
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बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की शैक्षणिक योग्यता पर प्रशांत किशोर ने सवाल उठाया।
बिहार चुनाव 2025 के पहले चरण में राजनीतिक गतिविधियों और तनावों का एक नया चरण देखने को मिला। पप्पू यादव पर हमला और खेसारी लाल यादव का नामांकन यह दिखाते हैं कि जनता के सामने प्रचार और उम्मीदवारों की छवि को लेकर सख्त राजनीतिक मुकाबला जारी है।