डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब प्रचार अभियान ने जोर पकड़ लिया है। राज्य की राजनैतिक दलों, विशेषकर राजद, जदयू और बीजेपी के बड़े नेता मैदान में उतरकर मतदाताओं को लुभाने में लगे हैं। आज, 24 अक्टूबर को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की दो-दो रैलियाँ आयोजित की जाएँगी। इसके अतिरिक्त भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा भी बिहार दौरे पर उपस्थित रहेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी अपने चुनावी अभियान की शुरूआत जननायक कर्पूरी ठाकुर की धरती से करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पहली रैली समस्तीपुर और दूसरी रैली बेगूसराय में आयोजित की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी का बिहार दौरा
बीजेपी सांसदों का दावा
भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रत्येक बिहार दौरे के दौरान राज्य के लिए विकास योजनाओं की घोषणा की गई है। आज मोदी के आगमन से भाजपा कार्यकर्ताओं और बिहारवासियों में उत्साह बढ़ा है।
प्रदेश अध्यक्ष की टिप्पणी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि पीएम मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। कर्पूरी ठाकुर के गांव में उनकी शुरुआत से पूरे बिहार में एनडीए के लिए सकारात्मक माहौल तैयार होगा।
महागठबंधन के दावे और आरोप
तेजस्वी यादव का संदेश
महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे तेजस्वी यादव ने कहा कि उनका लक्ष्य भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त बिहार बनाना है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि वे मुख्यमंत्री बने तो बिहार की जनता ही असली मुख्यमंत्री माने जाएगी।
चिराग पासवान की टिप्पणी
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने महागठबंधन पर मुसलमानों को केवल वोट बैंक मानने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेताओं के दावे और वास्तविक कार्यों में अंतर है।
वीआईपी और अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार से भाजपा को बाहर करना उनका लक्ष्य है। कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने आरोप लगाया कि भाजपा ने नीतीश कुमार को दरकिनार कर दिया है, जबकि तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम चेहरा घोषित किया गया है।
राजनीतिक माहौल और भविष्य की संभावनाएँ
बिहार के राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि चुनावी रैलियाँ और प्रचार अभियान बिहार के मतदाताओं की सोच को प्रभावित करेंगे। महागठबंधन और NDA दोनों ही गठबंधन पूर्ण शक्ति के साथ चुनावी मैदान में हैं। एनडीए की रैलियों में पीएम मोदी और अमित शाह के आकर्षक नेतृत्व से पार्टी को लाभ मिल सकता है।
विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि तेजस्वी यादव की युवा छवि और महागठबंधन के वादे, विशेषकर आर्थिक न्याय और विकास पर जोर देने के कारण, मतदाताओं पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं। बिहार में अपराध दर और विकास योजनाओं का मुद्दा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकता है।
बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार अभियान ने अपनी चरम सीमा प्राप्त कर ली है। प्रधानमंत्री मोदी की रैलियाँ और महागठबंधन के नेता अपने वादों और आरोपों के साथ चुनावी मैदान में उतरे हैं। आगामी मतदान प्रक्रिया बिहार की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाएगी।