Bihar Exit Poll 2025: बिहार में एनडीए को बढ़त, मगर तेजस्वी की लहर ने बनाया चुनावी माहौल दिलचस्प

Bihar Exit Poll 2025
Bihar Exit Poll 2025: बिहार में एनडीए को बढ़त, मगर तेजस्वी की लहर ने बनाया चुनावी माहौल दिलचस्प
Bihar Exit Poll 2025 में एनडीए को मामूली बढ़त दिख रही है, लेकिन तेजस्वी यादव की अगुवाई वाला महागठबंधन कड़ी टक्कर दे रहा है। ग्रामीण इलाकों में एनडीए मजबूत, शहरी सीटों पर बराबरी की स्थिति। नतीजे 14 नवंबर को आएंगे जो राज्य की सत्ता का फैसला करेंगे।
नवम्बर 12, 2025

Bihar Exit Poll 2025: एनडीए को बढ़त, लेकिन मुकाबला कांटे का

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के एग्जिट पोल नतीजे सामने आ गए हैं। राज्य की कुल 243 सीटों पर हुए दो चरणों के मतदान के बाद अब तस्वीर धीरे-धीरे स्पष्ट हो रही है। लगभग सभी प्रमुख एग्जिट पोल्स ने एनडीए को बढ़त दिखाई है, लेकिन यह बढ़त इतनी बड़ी नहीं कि महागठबंधन को नज़रअंदाज़ किया जा सके। इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प और कांटे का बताया जा रहा है।

पहले चरण में ग्रामीण इलाकों की निर्णायक भूमिका

पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को हुआ था, जिसमें मुख्य रूप से ग्रामीण सीटें शामिल थीं। इन क्षेत्रों में परंपरागत रूप से एनडीए को बढ़त मिलती रही है, लेकिन इस बार तेजस्वी यादव के आक्रामक प्रचार अभियान और युवा वोटरों की सक्रियता ने समीकरणों को बदल दिया। एग्जिट पोल के अनुसार, ग्रामीण इलाकों में एनडीए को 43 प्रतिशत, जबकि महागठबंधन को 41 प्रतिशत वोट मिले हैं।

दूसरे चरण में शहरी सीटों पर बराबरी की टक्कर

दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को हुआ था, जिसमें शहरी इलाकों की सीटें अधिक थीं। एक्सिस माय इंडिया और अन्य सर्वे एजेंसियों के अनुसार, शहरी वोटरों ने इस बार संतुलित रुख अपनाया है। एनडीए और महागठबंधन दोनों को लगभग 44-44 प्रतिशत वोट शेयर मिलते दिख रहे हैं। यह संकेत है कि अंतिम नतीजे बहुत करीबी रह सकते हैं।

चंपारण की 21 सीटों पर एनडीए की पकड़

एग्जिट पोल के अनुसार, चंपारण क्षेत्र की 21 सीटों में से 12 पर एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है। महागठबंधन को 9 सीटों पर बढ़त बताई गई है। इस क्षेत्र में भाजपा का पारंपरिक प्रभाव अभी भी बरकरार है, हालांकि राजद के उम्मीदवारों ने कई जगह मुकाबले को कठिन बना दिया है।

जन सुराज और एआईएमआईएम की सीमित भूमिका

प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी इस बार पहली बार बड़ी उम्मीदों के साथ मैदान में उतरी थी, लेकिन एग्जिट पोल के अनुसार उसे केवल 4 प्रतिशत वोट शेयर मिल सकता है। वहीं, असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी का प्रभाव सीमित इलाकों तक ही सिमटा रहा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन दोनों दलों ने कुछ सीटों पर वोट बंटवारा जरूर किया है, लेकिन वे निर्णायक भूमिका में नहीं दिख रहे।

मुख्यमंत्री पद पर जनता की राय

Bihar Exit Poll 2025:  एग्जिट पोल में लोगों से पूछा गया कि वे किसे मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। 34 प्रतिशत लोगों ने तेजस्वी यादव का नाम लिया, जबकि 22 प्रतिशत ने नीतीश कुमार को फिर से मौका देने की बात कही। यह संकेत है कि जनता परिवर्तन चाहती है, लेकिन स्थिरता का विकल्प भी खुला रखना चाहती है।

महिला वोटरों ने एनडीए को बढ़त दिलाई

महिला वोटरों के रुझान के अनुसार, 45 प्रतिशत महिलाओं ने एनडीए को वोट किया है जबकि 40 प्रतिशत महिलाओं ने महागठबंधन को चुना। यह वोट शेयर अंतर मामूली जरूर है, परंतु ग्रामीण बिहार में यह निर्णायक साबित हो सकता है।

पुरुष वोटरों में बराबरी की स्थिति

पुरुष वोटरों में एनडीए को 41 प्रतिशत और महागठबंधन को 42 प्रतिशत वोट मिले हैं। यह दर्शाता है कि नीतीश और तेजस्वी के बीच सीधा टक्कर है। पुरुष वर्ग में बेरोजगारी, महंगाई और विकास कार्यों पर आधारित मुद्दे प्रमुख रहे।

नतीजों से पहले सस्पेंस कायम

14 नवंबर को मतगणना के दिन अंतिम तस्वीर साफ होगी। फिलहाल एग्जिट पोल से यह स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति में न कोई लहर है और न ही कोई एकतरफा रुझान। जनता ने इस बार सोच-समझकर वोट किया है, जिससे राजनीतिक दलों के माथे पर शिकन साफ दिखाई दे रही है।

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