Bihar SIR Draft Roll 2025: तेजस्वी यादव ने मसौदा मतदाता सूची में अपना नाम नहीं होने का दावा किया, उपमुख्यमंत्री ने किया खंडन
पटना, दो अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को दावा किया कि बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रकाशित ‘मसौदा मतदाता सूची’ में उनका नाम नहीं है।
हालांकि, उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी के साथ ही पटना जिला प्रशासन ने इस दावे का खंडन करते हुए मसौदा मतदाता सूची का एक स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें यादव का विवरण और तस्वीर देखी जा सकती है।
इसके बाद भी यादव ने दावा किया कि उन्हें आवंटित ईपीआईसी नंबर को ‘‘बदल’’ दिया गया है।
प्रेस वार्ता के दौरान, पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव ने अपने फोन को एक बड़ी स्क्रीन से जोड़ा और अपना ईपीआईसी नंबर खोजने की कोशिश की, जिससे परिणाम आया कि ‘कोई रिकॉर्ड नहीं मिला।’
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘देखिए! मैं खुद मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं हूं। इससे मैं चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हो जाता हूं। शायद, मुझे नागरिक नहीं माना जाएगा और मैं इस घर में रहने के अधिकार से भी वंचित हो जाऊंगा।’’
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राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने यह भी दावा किया कि जब बूथ स्तर का अधिकारी उनके यहां गणना प्रपत्र लेकर आया था, तो उसने उन्हें कोई रसीद नहीं दी।
राजद नेता ने कहा, ‘‘लेकिन, मैंने कोई कसर नहीं छोड़ते हुए अपना हस्ताक्षरित और विधिवत भरा हुआ फॉर्म सौंपते हुए अपनी तस्वीर खिंचवा ली थी।’’
कुछ पत्रकारों ने यादव को सुझाव दिया कि वह शनिवार को निर्वाचन आयोग द्वारा सभी राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराए गए मतदाता सूची के मसौदे का प्रिंटआउट देखें, हो सकता है उनका नाम उसमें हो।
Bihar SIR Draft Roll 2025: आईएएस दंपति का नाम भी मतदाता सूची से गायब
यादव ने जवाब दिया, ‘‘ऑनलाइन तरीका ही ज्यादा लोगों के लिए उपलब्ध है। क्या आप उम्मीद करेंगे कि बिहार से बाहर रहने वाला कोई व्यक्ति मतदाता सूची में अपना नाम देखने आएगा? मेरा कहना यह है कि जब हम जैसे लोग ही परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो आम लोगों की तो बात ही क्या करें। मुझे सुनने में आया है कि एक आईएएस अधिकारी दंपति का नाम भी मतदाता सूची से गायब है।’’
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राजद नेता ने हाल ही में आगामी विधानसभा चुनाव का ‘बहिष्कार’ करने की धमकी देकर खलबली मचा दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि निर्वाचन आयोग विशेष गहन पुनरीक्षण के जरिए सत्तारूढ़ राजग की ‘मदद’ करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में यह भी कहा, ‘‘मैं देखना चाहता हूं कि क्या किसी भाजपा नेता का नाम भी मसौदा मतदाता सूची से गायब है।’’
इस बीच, चौधरी ने तेजस्वी के दावे का खंडने करते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आपका नाम आपके पिता, आदरणीय लालू प्रसाद (राजद प्रमुख) के नाम के बिल्कुल साथ है। बेहतर होगा कि आप झूठे दावों की अपनी दुकान बंद कर दें।’’
पटना जिला प्रशासन ने भी ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उन खबरों को खारिज किया जिनमें कहा गया था कि बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत तैयार की गई मसौदा मतदाता सूची में तेजस्वी यादव का नाम नहीं है।
प्रशासन ने यह भी कहा कि जांच करने पर यह पाया गया कि यादव का नाम सूची में था और उनका मतदान केंद्र पहले की तरह पशु चिकित्सा महाविद्यालय के पुस्तकालय में था, लेकिन उनके अपने और मतदान केंद्र के क्रमांक में परिवर्तन किया गया था।
प्रशासन ने भी मसौदा मतदाता सूची (Bihar SIR Draft Roll 2025) के इस हिस्से का स्क्रीनशॉट साझा किया है। हालांकि, बाद में जब पत्रकारों ने यादव से सवाल पूछे, तो वह अपनी बात पर अड़े रहे।
राजद नेता ने कहा, ‘‘विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) यानी Bihar SIR Draft Roll 2025, जिसका मसौदा मतदाता सूची एक हिस्सा है, वास्तव में एक धोखाधड़ी है। मैं जानना चाहता हूं कि प्रशासन ने मसौदा मतदाता सूची में मेरा ईपीआईसी नंबर कैसे बदल दिया।’’
जब पटना के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक से यादव के आरोप के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘‘मसौदा सूची में ईपीआईसी नंबर वही है जो 2020 के विधानसभा चुनावों में विपक्ष के माननीय नेता द्वारा प्रस्तुत किया गया था। अगर उनके पास एक से ज्यादा ईपीआईसी हैं, तो यह जांच का विषय है।’’
राज्य के मंत्री और भाजपा नेता नितिन नवीन ने चुटकी लेते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ‘‘एक से ज्यादा मतदाता पहचान पत्र के जरिये धोखाधड़ी करने के लिए माफी मांगें।’’
अपने वादे से मुकर रहा है चुनाव आयोग – तेजस्वी यादव
इस बीच, एक बयान में यादव ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ‘‘राजनीतिक दलों को उन लोगों का पूरा विवरण देने के अपने वादे से मुकर रहा है जिनके नाम मसौदा मतदाता सूची में शामिल नहीं हैं। वे केवल नामों का खुलासा कर रहे हैं, यह बताए बिना कि किस व्यक्ति की पहचान मृतक के रूप में हुई है और किसके बारे में कहा गया है कि वह कहीं और चला गया है।’’