पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर सहयोगी दलों के बीच बातचीत जारी है। शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के आवास पर भाजपा और जदयू की बैठक में चर्चा सकारात्मक दिशा में बढ़ी। लोजपा (रा) की सीटों की मांग 30 से घटकर 26 पर आ गई है, जबकि उनका नारा ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ एनडीए की संयुक्त चुनावी सभाओं और मंच पर भी गूंजेगा।
भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने बताया कि सभी दल मिलकर जल्द ही सीटों का अंतिम बंटवारा करेंगे और राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर एनडीए उम्मीदवार मैदान में होंगे। बैठक में लोजपा (रा), हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नेताओं ने अपनी सीटों की मांग रखी, जिसमें सभी पक्ष आपसी समझौते के लिए तैयार नजर आए।
बीते चुनावों में जदयू की जीती और दूसरे नम्बर की सीटों को लेकर जदयू ने अपना पुराना रुख दोहराया है, लेकिन भाजपा की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि किसी भी सीट का अंतर्विवाद सहयोगी दलों के साथ बातचीत के माध्यम से सुलझ जाएगा।
बैठक में भाजपा और जदयू के शीर्ष नेता शामिल थे, जिनमें चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी प्रमुख रूप से शामिल थे।
विशेषज्ञ मानते हैं कि सीटों के बंटवारे पर सकारात्मक बातचीत एनडीए के लिए चुनावी तैयारी को मजबूत करेगी। सभी सहयोगी दल जनता के बीच जाकर सुशासन और विकास के वादे को प्रमुख एजेंडा बनाएंगे, जिससे बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने की संभावनाएं मजबूत होंगी।