Rohtas Firing Incident: आचार संहिता लागू होने के बाद रोहतास में गोलीकांड, एक युवक गंभीर रूप से घायल
बिहार में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के साथ ही कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। जिले के अकोढ़ी गोला थाना क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ले में रविवार देर रात हुई Rohtas Firing Incident ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। इस गोलीकांड में स्थानीय युवक दीप यादव उर्फ दीपक यादव गंभीर रूप से घायल हो गया है। घटना के तुरंत बाद घायल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
घायल युवक ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि सरोज यादव और धीरज यादव ने व्यक्तिगत रंजिश के चलते उस पर गोली चलाई। गोली लगते ही दीप यादव मौके पर गिर पड़ा, जिसके बाद आरोपी भाग निकले। घटना की जानकारी मिलते ही डेहरी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अतुलेश झा के नेतृत्व में पुलिस दल मौके पर पहुंचा और स्थिति पर नियंत्रण पाया।
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घटनास्थल पर पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने घटनास्थल से कुछ खोखे बरामद किए हैं। साथ ही फोरेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया गया है ताकि वारदात के सबूत एकत्र किए जा सकें। पुलिस ने बताया कि घायल का बयान दर्ज कर लिया गया है और नामजद एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
Rohtas Firing Incident के बाद पूरे क्षेत्र में पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती कर दी गई है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
आचार संहिता के बीच सुरक्षा पर सवाल
बिहार में विधानसभा चुनाव के चलते आचार संहिता अभी-अभी लागू हुई है। ऐसे समय में इस तरह की हिंसक वारदात ने प्रशासनिक सतर्कता पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। आचार संहिता लागू होने के बाद पुलिस और प्रशासन को विशेष निगरानी की जिम्मेदारी होती है, लेकिन Rohtas Firing Incident ने स्पष्ट किया है कि अपराधी अब भी बेखौफ हैं।
प्रशासन की जांच और अगला कदम
घटना के बाद रोहतास एसपी ने पूरे मामले की निगरानी अपने स्तर से शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की है और कई लोगों से पूछताछ चल रही है।
एसडीपीओ अतुलेश झा ने कहा कि “घटना के हर पहलू की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में व्यक्तिगत विवाद की आशंका जताई गई है, लेकिन किसी राजनीतिक एंगल को भी नकारा नहीं जा सकता।”
क्षेत्र में दहशत, लोगों में भय का माहौल
गोलीबारी की इस घटना के बाद शिवपुरी मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि देर रात लगातार तीन गोलियों की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद लोग घरों में दुबक गए। दुकानदारों ने तुरंत अपने शटर बंद कर लिए। सुबह होते ही बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में बताया है और कहा है कि इलाके में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए गश्त बढ़ा दी गई है।
राजनीतिक हलकों में हलचल
बिहार चुनावी माहौल के बीच इस Rohtas Firing Incident ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। विपक्ष ने इस घटना को सरकार की नाकामी बताया है। विपक्षी दलों का कहना है कि आचार संहिता के बीच अगर अपराधी इतनी आसानी से गोली चला सकते हैं, तो चुनावी प्रक्रिया पर जनता का भरोसा कैसे कायम रहेगा।
वहीं सत्ता पक्ष ने कहा है कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। सरकार ने सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी कीमत पर कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं किया जाएगा।
वेब स्टोरी:
प्रशासन का आश्वासन
घटना के बाद पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा कि मामले में शीघ्र ही कार्रवाई होगी। पुलिस ने कहा कि “हमने कुछ ठोस साक्ष्य जुटाए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है।”
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि चुनावी माहौल को देखते हुए रोहतास जिले में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यह Rohtas Firing Incident एक बार फिर बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है। जनता अब यह देख रही है कि क्या प्रशासन इस मामले में त्वरित न्याय सुनिश्चित करेगा या यह भी लंबित मामलों की कतार में शामिल हो जाएगा।